New Delhi : नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली (Delhi) की अरविंद केजरीवाल सरकार (Government of Arvind Kejriwal) में उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया (Dy. CM Maneesh Sisodia) ने मीडिया के तमाम सवालों के जवाब दिए और अमेरिकी अखबार न्यूयॉर्क टाइम्स (New York Times) के कवर पेज पर दिल्ली की शिक्षा व्यवस्था (Delhi’s education system) को लेकर छपे आलेख का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि दिल्ली आबकारी नीति (Excise Policy) में कोई घोटाला नहीं हुआ है। शुक्रवार को घर पर सीबीआई के छापे के बाद शनिवार को उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि केंद्र सरकार को अरविंद केजरीवाल की बढ़ती लोकप्रियता से दिक्कत हो रही है। मनीष सिसोदिया ने कहा कि उन्होंने कोई घोटाला नहीं किया है। फिर भी वे मुझे 2-4 दिनों में गिरफ्तार कर लेंगे।
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान मनीष सिसोदिया ने कहा कि शुक्रवार को अमेरिका के न्यूयार्क टाइम्स ने दिल्ली सरकार के शिक्षा मॉडल के बाबत खबर छापी थी, यह हमारे लिए गर्व की बात है। उन्होंने कहा कि लगभग 1.5 साल पहले उनके द्वारा एक और कहानी प्रकाशित की गई थी, जिसमें कोरोना के दौरान गंगा के किनारे हजारों शवों के अंतिम संस्कार की तस्वीर छपी थी, वह शर्मनाक था। न्यूयॉर्क टाइम्स में खबर मेरी वजह से नहीं, बल्कि दिल्ली के शिक्षकों की मेहनत के चलते छपी है। लाखों-करोड़ों लोग और आने वाली पीढ़ियां याद रखेंगी कि दिल्ली के शिक्षकों ने और बच्चों ने इतनी मेहनत की कि सारी दुनिया में उनका काम बढ़-चढ़कर बोल रहा है।
सीबीआई की छापेमारी के बाबत उन्होंने कहा कि सीबीआई अधिकारी मेरे आवास पर आए। उन्होंने दिल्ली सचिवालय में उपमुख्यमंत्री कार्यालय पर भी छापा मारा। दोनों जगहों के सभी अधिकारी बहुत अच्छे लोग थे। वे बहुत अच्छा व्यवहार करते थे। उन्हें आलाकमान के आदेशों का पालन करना था, लेकिन इतना अच्छा व्यवहार करने के लिए मैं उन्हें धन्यवाद देना चाहता हूं। उन्होंने कहा कि सीबीआई कोई अपने घरों में नहीं चाहता है, लेकिन वो अच्छे लोग थे, उनसे मिलकर अच्छा लगा।
मनीष सिसोदिया ने कहा कि दिल्ली की आबकारी नीति इस देश की सबसे अच्छी पॉलिसी है और उसे हम पूरी पारदर्शिता और ईमानदारी के साथ लागू कर रहे थे। अगर दिल्ली के उपराज्यपाल ने 48 घंटे पहले उस पॉलिसी को फेल करने की साजिश करने के तहत अपना फैसला नहीं बदला होता तो दिल्ली सरकार को इससे हर साल 10 हजार करोड़ रुपये मिल रहे होते।
दिल्ली के डिप्टी सीएम ने भाजपा नेताओं का जिक्र करते हुए तमाम बातों को बकवास बताया। उन्होंने कहा कि आबकारी नीति में कोई घोटाला नहीं हुआ है। शराब घोटाले का कोई मुद्दा नहीं है। अगर इन लोगों को शराब घोटाले की चिंता होती तो गुजरात में हर साल 10 हजार करोड़ रुपये की एक्साइज चोरी होती है। अगर उनको इसकी चिंता होती तो ये लोग सीबीआई का पूरा मुख्यालय गुजरात में शिफ्ट करा देते।
उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे का जिक्र करते हुए कहा कि अगर इन लोगों का मुद्दा घोटाला होता तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने जिस एक्सप्रेस-वे का उद्धाटन किया था, उसके 5 दिन के अंदर एक्सप्रेस-वे घंस गया। इसे बनाने में बहुत बड़ा भ्रष्टाचार हुआ है। अगर भ्रष्टाचार मुद्दा होता तो सीबीआई और ईडी प्रधानमंत्री द्वारा उद्धाटन किए गए एक्सप्रेस-वे को बनाने वालों के घर पर छापेमारी कर रही होती। उन्होंने कहा कि इन लोगों की परेशानी शराब या भ्रष्टाचार नहीं, बल्कि अरविंद केजरीवाल हैं। क्योंकि उन्हें पूरे देश के लोग पसंद करने लगे हैं।
मनीष सिसोदिया ने कहा कि मैंने घोटाला नहीं किया है। इन लोगों ने पहले स्वास्थ्य मंत्री को गिरफ्तार किया और अब मुझे भी गिरफ्तार करने की तैयारी की जा रही है। मैंने भ्रष्टाचार नहीं किया है, बल्कि अरविंद केजरीवाल का शिक्षा मंत्री हूं, इसलिए वे साजिशें कर रहे हैं। पहले छापेमारी की गई और 2-4 दिनों के भीतर मुझे गिरफ्तार भी कर लेंगे।