Noida News : नोएडा में कॉल सेंटर खोलकर झारखंड, बिहार, हिमाचल प्रदेश, कर्नाटक आदि राज्यों के भोले भाले लोगों को लोन व बीमा पॉलिसी के नाम पर अपने जाल में फंसा कर ठगी करने वाले फर्जी कॉल सेंटर का नोएडा पुलिस ने पर्दाफाश किया है। फर्जी कॉल सेंटर में काम करने वाले कर्मी धोखाधड़ी से मिलने वाली रकम में से अपने काम के हिसाब से कमीशन लेते थे। थाना सेक्टर 49 पुलिस व क्राइम रिस्पांस टीम सीआरटी ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए इस कॉल सेंटर का भंडाफोड़ किया है पुलिस ने दो पुरुष व 9 महिलाओं को गिरफ्तार किया है।
डीसीपी ने क्या कहा?
डीसीपी नोएडा रामबदन सिंह ने बताया कि थाना सेक्टर 49 प्रभारी अनुज कुमार सैनी व क्राईम रिस्पांस टीम को सूचना मिली कि होशियापुर गांव की शर्मा मार्केट में फर्जी कॉल सेंटर चलाया जा रहा है। इस कॉल सेंटर के जरिए लोन व बीमा पॉलिसी के नाम पर एनसीआर से बाहर के भोले भाले लोगों के साथ ठगी की जा रही है। सूचना के आधार पर पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए कॉल सेंटर पर छापा मारा। पुलिस ने यहां से आशीष कुमार उर्फ अमित, जितेंद्र कुमार वर्मा उर्फ अभिषेक, निशा उर्फ स्नेहा, रिजु उर्फ दिव्या लवली यादव उर्फ सविता, पूनम उर्फ पूजा, आरती कुमारी उर्फ अन्यया, काजल कुमारी उर्फ सुर्ती, सरिता उर्फ सुमन, बबीता पटेल उर्फ माही, गरिमा चौहान उर्फ सोनिया को गिरफ्तार किया।
धोखाधड़ी कर करते थे मोटी कमाई
पुलिस ने मौके से 25 मोबाइल 81 डाटा शीट एक रजिस्टर एक डायरी फर्जी आधार कार्ड आदि भी बरामद किए। पूछताछ में पकड़े गए आशीष कुमार उर्फ अमित ने बताया कि वह इस कॉल सेंटर का संचालन कर रहा है। उसने बताया कि वह एनसीआर क्षेत्र के बाहर राज्य के लोगों को मोटी कमाई के लालच में लोन व बीमा के नाम पर धोखाधड़ी करता है। उसके यहां काम करने वाले कमीशन लेकर उसकी मदद करते हैं। कॉल सेंटर में कार्य करने वाले कर्मचारियों का जितना कार्य होता है उतना ही उसे कमीशन के रूप में कैश का भुगतान किया जाता है। आशीष कुमार ने बताया कि उसने कर्नाटक में रहने वाले अरविंद नाम के व्यक्ति का बैंक अकाउंट 10000 महीने किराए पर लिया हुआ है, उसका डेबिट कार्ड और एटीएम भी उसके पास है। जैसे ही ठगी के शिकार हुए लोगों के पैसे इसमें आते हैं वह एटीएम से जाकर पैसे निकाल लेता है।
भोले-भाले लोगों को फंसाते थे जाल में Noida News
पूछताछ में पकड़े गए अन्य कर्मियों ने बताया कि वह अन्य राज्यों के भोले भाले लोगों को बीमा पॉलिसी में लोन दिलाने के नाम पर अपने जाल में फंसाते हैं और उनसे अकाउंट में पैसे ट्रांसफर कर लेते थे आशीष व जितेंद्र पैसे निकाल कर सबको उनका हिस्सा दे देते थे। पकड़ी गई महिलाओं ने बताया कि काम करने के दौरान उन्हें जानकारी हुई कि यहां पर बहुत बड़ा फर्जीवाड़ा चल रहा है, लेकिन अच्छे वेतन व कमिश्नर को देखते हुए वह चुपचाप इस काम को करती रही। उन्होंने बताया कि कॉल सेंटर सुबह 8 बजे से लेकर रात्रि 8 बजे तक चलता था। पकड़े गए आशीष व जितेंद्र ने बताया कि उन्होंने अपनी पहचान छुपाने के लिए फर्जी आधार कार्ड बना रखा था। हाल ही में उन्होंने रांची झारखंड निवासी अखिलेश नामक व्यक्ति से 520000 ठगे थे।
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