Noida News : नोएडा और ग्रेटर नोएडा में मेट्रो नेटवर्क के विस्तार की तैयारी जोरों पर है। NMRC (नोएडा मेट्रो रेल कॉरपोरेशन) ने ग्रेटर नोएडा डिपो से बोड़ाकी रेलवे स्टेशन तक प्रस्तावित मेट्रो रूट पर जियो टैगिंग और GPS सर्वे का काम शुरू कर दिया है। यह रूट केवल 2.6 किलोमीटर लंबा होगा और इसे अभी तक का सबसे छोटा मेट्रो ट्रैक माना जा रहा है। यह एक्वा लाइन का एक्सटेंशन होगा जो वर्तमान में नोएडा सेक्टर-51 से ग्रेटर नोएडा डिपो तक संचालित है।
बोड़ाकी रूट में क्या होगा खास?
इस मेट्रो रूट पर केवल दो स्टेशन जुनपत और बोड़ाकी बनाए जाएंगे जिसमें बोड़ाकी एक बड़ा और प्रमुख स्टेशन होगा।
निर्माण लागत: ₹416 करोड़ रुपये अनुमानित
रूट संरचना: एलिवेटेड ट्रैक
सर्वे कार्य: जून के अंत तक पूरा होने की उम्मीद
सर्वे में लेवलिंग, पिलर की ऊंचाई, सड़क की चौड़ाई, आसपास की इमारतों, नालों और अन्य भौगोलिक पहलुओं का अध्ययन किया जा रहा है। इसके बाद ड्रोन सर्वे और ड्राइंग तैयार करने का कार्य किया जाएगा।
सेक्टर-142 से बॉटनिकल गार्डन
दूसरा बड़ा प्रोजेक्ट है नोएडा सेक्टर-142 से बॉटनिकल गार्डन तक जाने वाली नई मेट्रो लाइन, जिसकी लंबाई 11.56 किमी होगी और इसमें 8 स्टेशन प्रस्तावित हैं। यह रूट नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे की सर्विस रोड के साथ-साथ बनाया जाएगा। जुलाई तक इस रूट को केंद्र से मंजूरी मिलने की संभावना है। इसके तहत यात्रियों को अब सेक्टर-52 से उतरकर पैदल चलने की मजबूरी नहीं रहेगी। सीधी कनेक्टिविटी बॉटनिकल गार्डन से ग्रेटर नोएडा तक सुनिश्चित होगी, जिससे दिल्ली एयरपोर्ट और रेलवे स्टेशन तक पहुंचना आसान हो जाएगा।
ग्रेटर नोएडा वेस्ट को फिर इंतजार
जहां एक ओर दो मेट्रो परियोजनाएं तेजी से आगे बढ़ रही हैं, वहीं ग्रेटर नोएडा वेस्ट यानी गौड़ सिटी, बिसरख, एकोटेक और आस-पास के लाखों लोगों के लिए मेट्रो का इंतजार अभी और लंबा हो सकता है। एनएमआरसी द्वारा भेजी गई डीपीआर को केंद्र ने पहले कुछ सुझावों के साथ लौटा दिया था। इसके बाद जनवरी में संशोधित रिपोर्ट भेजी गई जो अब भी मंजूरी की राह देख रही है।
स्थानीय आवाजें और अपेक्षाएं
स्थानीय जनप्रतिनिधि, सांसद और विधायक लगातार इस मुद्दे को संसद और मंत्रियों के सामने उठा रहे हैं, लेकिन फिलहाल ग्रेटर नोएडा वेस्ट को प्राथमिकता नहीं मिलती दिख रही है। यहां के लोग लगातार धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं लेकिन अभी तक न कोई सुनवाई हुई, न ही कोई ठोस आश्वासन मिला।
भविष्य की चिंता भी जरूरी
शहरवासियों का कहना है कि फेज-2 और न्यू ग्रेटर नोएडा के मास्टर प्लान को मंजूरी मिल चुकी है। ऐसे में भविष्य में मेट्रो को दादरी के पास जीटी रोड या फिर बुलंदशहर, अलीगढ़, हाथरस जैसे शहरों से जोड़ना जरूरी होगा। यदि यही विस्तार अभी किया जाए तो लाखों लोगों को फायदा मिलेगा।