Noida News : उत्तर प्रदेश में नोएडा तथा ग्रेटर नोएडा प्रसिद्ध शहर है। नोएडा तथा ग्रेटर नोएडा की शर्त पर ही यमुना सिटी (Yamuna City) बस रहा है। इन तीनों शहरों के बाद न्यू नोएडा (New Noida) शहर बसाया जा रहा है। न्यू नोएडा शहर को बसाने का काम नोएडा प्राधिकरण को सौंपा गया है। नोएडा प्राधिकरण के अधिकारियों का दावा है कि न्यू नोएडा शहर भविष्य का सबसे सुन्दर शहर होगा। नोएडा प्राधिकरण ने न्यू नोएडा शहर को बसाने के काम को आगे बढ़ा दिया है।
दादरी तथा खुर्जा के बीच बसेगा न्यू नोएडा
न्यू नोएडा शहर को गौतमबुद्धनगर जिले के प्रसिद्ध नगर दादरी तथा बुलंदशहर जिले के खुर्जा नगर के बीच में बसाया जा रहा है। दादरी तथा खुर्जा के बीच के 80 गांवों की जमीन न्यू नोएडा शहर को बसाने के लिए अधिग्रहित की जाएगी। जिन 80 गांवों की जमीन पर न्यू नोएडा शहर बसाया जाएगा उन गांवों की जमीन के रेट कई गुना तक बढ़ गए हैं। रात-दिन जमीन के रेट बढऩे के कारण जामीन पर अवैध कब्जे तथा अवैध निर्माण की आशंका बढ़ गई है। अवैध निर्माण की आशंका को कम करने के लिए नोएडा प्राधिकरण ने प्रयास तेज कर दिए हैं।
न्यू नोएडा के 80 गांवों में जिला पंचायत पर पाबंदी
आपको बता दें कि न्यू नोएडा को बसाने के लिए मास्टर प्लान 2041 लागू किया जा चुका है। नोएडा प्राधिकरण ने तय किया है कि अब न्यू नोएडा क्षेत्र के 80 गांवों में जिला पंचायत का दखल बंद कराया जाएगा। अब जिला पंचायत न्यू नोएडा क्षेत्र के गांवों में किसी भी प्रकार का नक्शा पास नहीं कर पाएगी। इसके लिए प्राधिकरण के सीईओ डॉ. लोकेश एम ने प्रमुख सचिव औद्योगिक विकास को पत्र भेजकर शासन स्तर से नोटिफिकेशन जारी कराने की सिफारिश की है। इसके साथ ही प्राधिकरण के एसीईओ सतीश पाल ने जिला पंचायत अध्यक्ष से वार्ता कर मास्टर प्लान प्रभावी किए जाने से अवगत करवाया है।
अधिकारियों ने बताया, जिला पंचायत से सभी नक्शे पास होने पर तकरीबन रोक लग गई है। अब भविष्य में प्राधिकरण ही इस क्षेत्र के सभी नक्शे पास करेगा। इसके साथ ही आबादी का चिन्हीकरण करेगा। प्राधिकरण सिर्फ उन्हीं प्लॉट का नक्शा पास करेगा जिनका आवंटन करेगा या लेआउट को स्वीकृति देगा। मास्टर प्लान का प्रकाशन होने के बाद जमीन की खरीद फरोख्त कर भू-माफिया पहले नक्शा न पास करा लें इसलिए यह कदम उठाया गया है।
न्यू नोएडा (New Noida) के मास्टर प्लान-2041 को यूपी कैबिनेट ने 18 अक्टूबर को मंजूरी दी थी। इसलिए आधिकारिक तौर पर इसी तारीख को निवेश क्षेत्र में मास्टर प्लान प्रभावी किए जाने का निर्णय लिया गया है। इस क्षेत्र में आबादी से अलग किसी भी तरह के नए निर्माण पर रोक लगाने की सूचना जारी कर दी गई है। अधिकारियों ने बताया, क्षेत्र में शामिल 80 गांव गौतमबुद्ध नगर व बुलंदशहर के हैं। दोनों जगहों पर जिला प्रशासन स्तर पर भी वार्ता कर ली गई है। प्रशासन भी अपने स्तर से सक्रिय हो गया है। रिकार्ड के तौर पर एरियल व सैटेलाइट फोटो भी प्राधिकरण जुटा रहा है। मास्टर प्लान के मुताबिक पूरे निवेश क्षेत्र को 4 चरणों में बसाया जाना है। पहले चरण में 3165 हेक्टेयर जमीन पर विकास कार्य वर्ष 2027 तक पूरा किया जाना है। दूसरे चरण में 3798 हेक्टेयर जमीन का विकास वर्ष 2032, तीसरे चरण में 5908 हेक्टेयर जमीन का विकास वर्ष 2037 और अंत में चौथे चरण के तहत 8230 हेक्टेयर जमीन पर विकास कार्य 2041 तक कराने का लक्ष्य रखा गया है। Noida News