Sunday, 19 May 2024

नोएडा की यूनि​वर्सिटी के छात्रों के कारनामें हैं चौकाने वाले, करते हैं ये अजीब काम

Noida News : उत्तर प्रदेश के नोएडा और ग्रेटर नोएडा में स्थित विभिन्न यूनिवर्सिटी और बड़े कॉलेजों में एमबीए या…

नोएडा की यूनि​वर्सिटी के छात्रों के कारनामें हैं चौकाने वाले, करते हैं ये अजीब काम

Noida News : उत्तर प्रदेश के नोएडा और ग्रेटर नोएडा में स्थित विभिन्न यूनिवर्सिटी और बड़े कॉलेजों में एमबीए या एमटेक आदि की डिग्री लेने के लिए आने वाले छात्रों के कारनामें बड़े ही चौंकाने वाले हैं। इन छात्रों के कारनामों को देखकर नोएडा कमिश्नरेट पुलिस के अधिकारी और कर्मचारियों से लेकर सभी लोग हैरान व परेशान हैं। मैनेजमेंट की शिक्षा हासिल करने के बाद ये छात्र किसी बड़ी कंपनी में जॉब हासिल करने से पहले ही मालामाल होना चाहते हैं। मालामाल बनने के लिए इन छात्रों ने ऐसे आइडिया डवलप किए हैं कि अपने बुने जाल में खुद ही फंस गए हैं और अब पुलिस के शिकंजे में हैं।

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दरअसल, नोएडा कमिश्नरेट की विश्वविद्यालयों और कॉलेजों में ऑन डिमांड मादक पदार्थों की सप्लाई करने वाले अंतरराज्यीय गिरोह का पर्दाफाश किया है। नोएडा की कोतवाली सेक्टर-126 पुलिस ने शनिवार को गिरोह के सरगना समेत पांच छात्र तस्करों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों के पास से करीब 12 लाख के मादक पदार्थ, सात मोबाइल, एक इलेक्ट्रॉनिक तौल कांटा और तस्करी में इस्तेमाल की जाने वाली बाइक और स्कूटी बरामद हुई है।

नोएडा की कोतवाली सेक्टर-126 पुलिस ने शनिवार को रिहा, नेपाल निवासी सागर, बिहार निवासी निशांत, मैनपुरी निवासी सचिन कुमार, सहरसा निवासी हर्ष झा और रोहिणी दिल्ली निवासी चेतन अदलका को गिरफ्तार किया है। आरोपी विद्यार्थियों को विदेशी गांजा ओजी, शिलाॅन्ग के गांजे और चरस की सप्लाई करते थे और इसके लिए सोशल नेटवर्किंग साइट का सहारा लेते थे।

नोएडा जोन के डीसीपी हरीश चंदर के अनुसार, आईटीआई पास सरगना सचिन मध्य प्रदेश के चिंटू से 90 हजार प्रति किलो कीमत वाला शिलाॅन्ग गांजा मंगवाता है। डीयू का पूर्व छात्र सागर स्नैपचैट, टेलीग्राम और व्हाट्सएप और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफाॅर्मों के माध्यम से अलग-अलग विवि अन्य शैक्षिक संस्थानों के विद्यार्थियों से जुड़ा है।

मांग के अनुसार सचिन और सागर ड्रग्स की डिलीवरी कराते थे। आरोपी सोशल मीडिया के कई प्लेटफाॅर्म पर ग्रुप बनाकर नशे का कारोबार कर रहे थे। सप्लाई के लिए फ्लिपकार्ट, अमेजन और मीशो जैसी कंपनियों की नकली रैपर में पैकिंग कर छोटे-छोटे पार्सल बनाए जाते थे। इन पैकेट को इन्हीं का राइडर विश्वविद्यालय, हॉस्टल और पीजी में सप्लाई करता था।

मैनेजमेंट के छात्र हैं आरोपी

पकड़ा गया आरोपी चेतन नोएडा की एक यूनिवर्सिटी का होटल मैनेजमेन्ट कोर्स का चतुर्थ वर्ष का छात्र है। जो विदेशी ड्रग्स ओजी व चरस खरीदकर एमिटी यूनिवर्सिटी व अन्य शैक्षणिक संस्थानों के छात्रों को मादक पदार्थ बेचता है। पकड़े गए आरोपियों के मोबाइल फोनों से काफी अधिक संख्या में छात्रों के मोबाइल नंबर व मादक पदार्थों की डिलीवरी व सप्लाई से संबंधित चैटस भी प्राप्त हुई है।

आरोपी सागर मूलरुप से नेपाल का रहने वाला है और उसने दिल्ली यूनिवर्सिटी से बी.कॉम की पढ़ाई की है। सचिन मूलरुप से मैनपुरी व हर्ष बिहार का रहने वाला है। जिन्होंने आईटीआई संबंधित टेक्निकल कोर्स की पढ़ाई की है। आरोपियों ने एक अलग कमरा किराये पर लेकर मादक पदार्थों को फ्लिपकार्ट, अमेजॉन, मिशो जैसी कंपनियों की रैपर पैकिंग में छोटे-छोटे पार्सल के रूप में पैक किया जाता था। आरोपियों से पूछताछ पर मादक पदार्थों की सप्लाई करने वाले एक अन्य व्यक्ति अनित सोम का नाम भी प्रकाश में आया है। आरोपी चिन्टू व अनित सोम की शीघ्र गिरफ्तारी की जायेगी

डिलीवरी ब्वॉय बनकर करते थे काम

पुलिस पूछताछ में पता चला है कि सोशल साइट और व्हाट्सएप पर ऑर्डर आते ही निशांत पैकेजिंग का काम करता था। आरोपी फ्लिपकार्ट और अमेजॉन जैसी कंपनियों के रैपर में गांजे को सील करते थे। इसके बाद हर्ष डिलीवरी ब्वॉय बनकर बाइक या स्कूटी से उसे गंतव्य तक पहुंचता था। हर्ष पहले ऐप बेस्ड बाइक टैक्सी चला चुका है, इसलिए उसे शहर के रास्तों के बारे में भी पता है। ई-कॉमर्स कंपनी के डिलिवरी ब्वॉय की ड्रेस में होने से उस पर किसी को शक नहीं होता था।

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