Noida News: “नोएडा, उत्तर प्रदेश का एक प्रमुख और तेजी से विकसित होता शहर है। इस शहर से जुड़ी हर हलचल लोगों की खास रुचि का विषय बन चुकी है। हम यहां नोएडा से संबंधित सभी ताज़ा और महत्वपूर्ण समाचार, प्रतिष्ठित समाचार स्रोतों के हवाले से नियमित रूप से प्रकाशित करते हैं।” नोएडा शहर से प्रकाशित होने वाले समाचार पत्रों में 04 जून को क्या खास समाचार प्रकाशित हुए हैं यहां एक साथ पढऩे को मिलेंगे।
Noida News: समाचार अमर उजाला से
अमर उजाला अखबार ने अपने नोएडा संस्करण में मुख्य समाचार “नोएडा में कोरोना का फिर से असर, 24 घंटे में सामने आए 45 नए मरीज; एक्टिव केस 100 पार” शीर्षक से प्रकाशित किया है। इस समाचार में बताया गया है कि गौतमबुद्ध नगर जिले में कोरोना संक्रमण एक बार फिर रफ्तार पकड़ता नजर आ रहा है। मंगलवार को 24 घंटे के भीतर कोरोना के 45 नए मामले सामने आए, जो इस वर्ष एक दिन में दर्ज हुई सबसे अधिक संख्या है। इसके साथ ही जिले में सक्रिय मरीजों की संख्या बढ़कर 102 हो गई है। हालांकि राहत की बात यह है कि केवल एक मरीज को अस्पताल में भर्ती किया गया है, जबकि बाकी सभी का इलाज होम आइसोलेशन में किया जा रहा है। पिछले 24 घंटे में छह मरीजों ने संक्रमण से पूरी तरह से उबर कर स्वस्थ जीवन की ओर कदम बढ़ाया है।
एसीएमओ डॉ. टीकम सिंह के अनुसार, अधिकांश संक्रमितों में हल्के लक्षण हैं और सभी की स्थिति नियंत्रण में है। संक्रमित मरीजों के स्वास्थ्य की स्थिति की फोन पर निगरानी की जा रही है। कुल संक्रमितों की संख्या अब 108 तक पहुंच गई है। उन्होंने बताया कि रिपोर्ट के अनुसार तीन संक्रमित बच्चे 18 वर्ष से कम आयु के हैं। संक्रमितों में से अधिकतर की पुष्टि निजी अस्पतालों की जांच रिपोर्ट से हुई है।
जिले में सरकारी स्तर पर कोरोना सैंपलिंग की सुविधा केवल जिला अस्पताल तक ही सीमित है। हालांकि आपातकालीन स्थिति में चाइल्ड पीजीआई में भी सैंपल दिए जा सकते हैं, क्योंकि जांच वहीं की जाती है। कई मरीजों ने शिकायत की है कि जिला अस्पताल में समय पर सैंपल नहीं लिए जा रहे, जिससे उन्हें मजबूरी में निजी अस्पतालों का रुख करना पड़ रहा है। एसीएमओ का कहना है कि सभी प्राथमिक और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर कोरोना जांच की सुविधा जल्द शुरू की जाएगी, ताकि लोगों को राहत मिल सके। जिला अस्पताल में नि:शुल्क कोविड जांच, ऑनलाइन रिपोर्ट सुविधा भी उपलब्ध स्वास्थ्य विभाग ने लोगों से अपील की है कि यदि किसी को कोविड जैसे लक्षण महसूस हों, तो वह जिला अस्पताल में जाकर निशुल्क जांच अवश्य कराएं। यहां सैंपलिंग की सुविधा उपलब्ध है और जांच रिपोर्ट ऑनलाइन पोर्टल labreports.udsp.in पर देखी जा सकती है। एक ओर जहां जिले में कोरोना मरीजों की संख्या 100 के पार पहुंच गई है, वहीं अब तक किसी भी सरकारी अस्पताल में आइसोलेशन वॉर्ड की व्यवस्था नहीं हो सकी है। मंगलवार को स्वास्थ्य विभाग ने जिला अस्पताल और सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों को तत्काल आइसोलेशन वॉर्ड तैयार करने के निर्देश दिए हैं।
डॉ. टीकम सिंह के अनुसार, जिला अस्पताल में 10 बेड और प्रत्येक सीएचसी में चार-चार बेड के आइसोलेशन वॉर्ड बनाए जाएंगे। बच्चों के लिए चाइल्ड पीजीआई में अलग आइसोलेशन वॉर्ड की व्यवस्था की जाएगी।
Noida News:
अमर उजाला अखबार ने अपने नोएडा संस्करण में मुख्य समाचार “रेलवे फाटक के बीच खराब हुआ ट्रक रोकनी पड़ी वंदे भारत” शीर्षक से प्रकाशित किया है। इस समाचार में बताया गया है कि कोतवाली क्षेत्र में दिल्ली-हावड़ा रेल मार्ग पर आमका फाटक के बीच ईंटों से भरा ट्रक अचानक बंद हो गया। तभी रेलवे लाइन पर आ रही वंदे भारत ट्रेन को देखकर चालक मौके से भाग गया। ट्रेन को आपात स्थिति में रोकना पड़ा। करीब 10 मिनट तक ट्रेन रुकी रही। क्रेन से ट्रक को हटाने के बाद ट्रेन को रवाना किया। उसके बाद आरपीएफ ने ट्रक चालक के खिलाफ केस दर्ज किया है। आरपीएफ प्रभारी निरीक्षक एसके वर्मा ने बताया कि सोमवार दोपहर मेरठ के खेलाई निवासी रिफाकत ईंटों से भरा ट्रक लेकर ग्रेटर नोएडा की तरफ जा रहा था। आमका रेलवे फाटक के बीच में ट्रक रुक कर बंद हो गया। तभी दिल्ली की तरफ से वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन आती देखकर चालक ट्रक को छोड़कर फरार हो गया। इस दौरान करीब 10 मिनट तक ट्रेन वहां खड़ी रही। आरोपी चालक के खिलाफ केस दर्ज किया गया है।
Hindi News:
अमर उजाला ने 04 जून 2025 के अंक में प्रमुख समाचार “क्रिप्टो करेंसी में निवेश के नाम पर इंजीनियर से 30 लाख की ठगी” शीर्षक से प्रकाशित किया है। इस समाचार में बताया गया है कि साइबर जालसाजों ने निवेश कराने के नाम पर एक इंजीनियर से 30 लाख रुपये की साइबर ठगी कर ली। जालसाजों ने क्रिप्टो करेंसी में निवेश के नाम पर लाखों का मुनाफा होने का झांसा दिया था। जब पीड़ित को ठगी का पता चला तब पुलिस से शिकायत की गई। इस मामले में साइबर क्राइम थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
ग्रेटर नोएडा निवासी उपेंद्र कुमार सिंह सेक्टर-144 स्थित एक कंपनी में सीनियर कंसल्टेंट इंजीनियर हैं। वह शेयर मार्केट की कई कंपनियों में शेयर ट्रेडिंग भी करते हैं। सात दिसंबर 2023 को आदित्य नगेस्ट इन्वेस्टमेंट व्हाट्स एप ग्रुप से जुड़े थे। ग्रुप में 200 सदस्य पहले से ही जुड़े हुए थे। इस ग्रुप पर क्रिप्टो करेंसी में निवेश करने की जानकारी और मुनाफे कमाने के टिप्स दिए जाते थे। ग्रुप पर रोजाना क्रिप्टो करेंसी खरीदने व बेचने के बारे में जानकारी दी जाती थी। इसके बाद उपेंद्र भी क्रिप्टो करेंसी में निवेश करने की इच्छा जताई।
जालसाजों ने पीड़ित से एक एप डाउनलोड कराया। इसके बाद एक अकाउंट भी खुलवाया गया। मुनाफा कमाने के चक्कर में शिकायतकर्ता ने अपने साढ़े सात लाख रुपये के शेयर खरीद लिए। साथ ही रिश्तेदारों और दोस्तों से रकम उधार ली। ऐप पर ही क्रिप्टो करेंसी खरीदने के लिए उपेंद्र ने 30 लाख रुपये का निवेश किया। इसपर उन्हें 50 लाख रुपये का मुनाफा दिखने लगा। पीड़ित ने जब इसमें से पांच लाख रुपये निकालने चाहे तो ग्रुप के एडमिन की ओर से बताया गया कि कुल रकम का 30 प्रतिशत और जमा करने के बाद ही रकम निकल सकेगी। पीड़ित ने जब इससे इनकार किया तो ठगों ने पैसा वापस न मिलने की धमकी दी। इसके बाद शिकायतकर्ता को ठगी का अहसास हुआ। ठगी के बाद पीड़ित ने मामले की शिकायत सूरजपुर थाने में की।
Noida News: समाचार दैनिक जागरण से
दैनिक जागरण के नोएडा संस्करण में 04 जून 2025 का प्रमुख समाचार “3.77 करोड़ से गंग नहर पर बनेगा पुल” शीर्षक से प्रकाशित किया गया है। इस समाचार में बताया गया है कि दादरी ब्लाक के खटाना गांव में गंग नहर पर 3.77 करोड़ की लागत से नया पुल बनेगा। इसकी लंबाई 28 मीटर व चौड़ाई नौ मीटर होगी। गंग नहर पर 30 साल पहले बना पुल जर्जर हो चुका है। पुल निर्माण के लिए शासन से धनराशि की स्वीकृत मिल चुकी है जल्द ही पुल का निर्माण कार्य शुरू होगा। पुल के निर्माण से गौतमबुद्ध नगर सहित पड़ोसी जिले हापुड़ के हजारों ग्रामीणों को फायदा होगा। दादरी से शाहपुर खटाना होते हुए जारचा, हापुड़ जिले के समाना गांव से गुजरते हुए मसूरी, धौलाना, सपनावत, गुलावठी गांव को जोड़ते हुए मार्ग है। इस मार्ग के बीच से खटाना गांव के पास गंग नहर गुजरती है। अंग्रेजों के समय में आवाजाही के लिए नहर पर पुल बनाया गया था। 30 साल पहले जर्जर होने पर गंग नहर पर अस्थायी पुल का निर्माण किया गया।
वर्षों से लोग इसी पुल से होकर आवाजाही कर रहे हैं, लेकिन अब यह पुल भी जर्जर हो गया है। दादरी विधायक तेजपाल नागर ने नए पुल के निर्माण के लिए शासन से तीन करोड़ 77 लाख रुपये स्वीकृत कराए हैं। निर्माण के लिए सिंचाई विभाग ने निविदा भी जारी कर दी है। ग्राम प्रधान खटाना सुशील कुमार ने बताया कि यह दो जनपदों को जोड़ने वाला मुख्य मार्ग है। मार्ग से किसान अपनी फसलें ट्रैक्टर ट्राली में भरकर दादरी अनाज मंडी लाते ले जाते हैं। नया पुल बनने से लोगों को सुविधा होगी।
ममता रानी ने बताया कि पुल जर्जर हो चुका था। चौड़ाई कम होने से एक बार में एक वाहन निकलने से जाम लगता था। नया चौड़ा पुल बनने से लोगो को राहत मिलेगी। ओमेश राणा ने बताया कि 30 साल के लंबे समय में गांवों की जनसंख्या के साथ वाहनों की संख्या बढ़ी है। अस्थायी पुल से जान हथेली पर लेकर लोग अपने वाहनों से आवागमन कर रहे थे। नया पुल बनने से लगभग 20 गांवों की एक लाख की आबादी को लाभ मिलेगा। रविंद्र सिंह ने बताया कि लोग गंग नहर को पटरी से तीन किलोमीटर घूमकर सिलारपुर पुल से आवागमन करते थे। पुल बनने से लोगों में खुशी है। सफर सुरक्षा हो जाएगा। कन्हैया शमां ने बताया कि क्षेत्र ग्रेटर नोएडा फेज दो में आ चुका है। औद्योगिक क्षेत्र बनने जा रहा है। पुल निर्माण को बेहद जरूरत था
दैनिक जागरण के नोएडा संस्करण में प्रमुख समाचार “सिर पर मानसून, ‘नाले’ में डूबी सफाई” शीर्षक से प्रकाशित किया गया है। इस समाचार में बताया गया है कि मानसून नजदीक है। इस बार यह समय से पूर्व दस्तक दे चुका है। वर्षा में नोएडा जलमग्न न हो इसके लापरवाही पड़ेगी भारी थी
लिए नालों की सफाई की जा रही है। शहर में 249 किमी लंबे कुल 159 नालें हैं। अधिकांश जगहों पर नालों की सफाई में खानापूरी की जा रही है। शहर के प्रमुख और बड़े नालों की सफाई का कार्य अभी तक शुरू नहीं हुआ है। ऐसे में वर्षा के दौरान शहर में लोग परेशानी से जूझ सकते हैं। पूर्व में भी वर्षा के चलते नाले ओवरफ्लो होने से शहर में कई जगहों पर पानी भर जाता है। बीते दिनों हुई वर्षा के चलते नाला ओवरफ्लो होने से सेक्टर-19 की सड़कों सहित कई घरों के अंदर गंदा पानी भर गया था।
बता दें नोएडा के डिवीजन-एक में 80 और डिवीजन-दो में 79 नाले हैं। दोनों डिवीजन में नालों की सफाई के लिए आठ-आठ एजेंसियों का चयन किया गया है। 12 से 13 करोड़ रुपये में सभी नालों की सफाई का टेंडर हुआ है। जून माह के अंत तक सफाई कार्य पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। असल में ऐसा होता नजर नहीं आ रहा है। अधिकांश जगहों पर सफाई कार्य में हीलाहवाली देखी गई है। बडे नालों में कचरे का पहाड़ जमा है। कल्वर्ट के नीचे सफाई नहीं की जा रही है। सिल्ट निकालकर नालों के किनारे डाली जा रही है। ऐसे में रोज बन रहे आसारों के बीच वर्षा न होने पर सिल्ट फिर से नाले में गिर सकती है। सेक्टर के अंदरूनी नालों – की सफाई करना तो दूर एजेंसियों ने यहां अभी तक सुध नहीं ली है।
एनएसईजेड के पास नाले में जमा है पालीथिन का पहाड़ः सेक्टर-81 मेट्रो स्टेशन के पास से नोएडा सोशल इकोनामिक जोन (एनएसईजेड) की ओर जाने वाला बडा नाला गंदगी से अटा पड़ा है। यहां पर सफाई कार्य अभी तक शुरू नहीं किया गया है। वर्षा के दौरान यहां कई सेक्टर और गांवों का पानी आता है। पालीथिन से अटे इस नाले में पानी का बहाव रुका तो कई सेक्टर और गांव के लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। सेक्टर-47 के चारों ओर से गुजर रहे छोटे नाले को साफ नहीं किया गया है। सेक्टर-93 और 63 में भी नालों की सफाई के लिए एजेंसियां अभी तक नहीं पहुंची हैं। जिससे सेक्टर-42 के किनारे से गुजर रहे नाले की सफाई नहीं की गई। वहीं सेक्टर-78 से होकर गुजर रहे बड़े नाले में भी जगह-जगह भारी गंदगी जमा है।
Noida News:
नोएडा से जुड़ी हर बड़ी खबर, 03 जून के अखबारों से, एक साथ पढ़ें
ग्रेटर नोएडा – नोएडा की खबरों से अपडेट रहने के लिए चेतना मंच से जुड़े रहें।
देश–दुनिया की लेटेस्ट खबरों से अपडेट रहने के लिए हमें फेसबुक पर लाइक करें या ट्विटर पर फॉलो करें।