Noida News: नोएडा उत्तर प्रदेश का प्रसिद्ध शहर है। हर कोई नोएडा के विषय में जानना चाहता है। यहां नोएडा के प्रतिदिन के सभी समाचार अखबारों के हवाले से हम समाचार प्रकाशित करते हैं। नोएडा शहर से प्रकाशित होने वाले समाचार पत्रों में 4 फरवरी को क्या खास समाचार प्रकाशित हुए हैं यहां एक साथ पढऩे को मिलेंगे।
Noida News: समाचार अमर उजाला से
अमर उजाला अखबार ने अपने नोएडा संस्करण में मुख्य समाचार “हत्या के बाद बदलता रहा भेष, 16 वर्ष बाद गिरफ्तार, वर्ष 2009 में मामूरा में की थी वारदात, 25 हजार का था इनाम घोषित” शीर्षक से प्रकाशित किया है। इस समाचार में बताया गया है कि दो साल के बच्चे को पहले करंट लगाया। उसके बाद जमीन पर पटक कर मार डाला। इस हत्याकांड के बाद पुलिस से बचने के लिए हर साल अपना भेष बदलता रहा। एनसीआर से लेकर बिहार और नेपाल में छिपा। करीब 16 साल से फरार 25 हजार के इनामी को कोतवाली सेक्टर-58 पुलिस ने सेक्टर-62 गोलचक्कर से दबोच लिया। इसके खिलाफ कोतवाली सेक्टर-58 में मुकदमा दर्ज था।
नोएडा के एडीसीपी सुमित शुक्ला ने बताया कि सितंबर 2009 में मामूरा गांव में दो साल के बच्चे की हत्या की गई थी। इस मामले में पूर्वी चंपारण बिहार निवासी संजय उर्फ नितेश कुशवाहा फरार चल रहा था। इस मामले में टीम ने कार्रवाई करते हुए आरोपी को पकड़ लिया। इस मामले में केस दर्ज होने बाद आरोपी पर एलबीडब्ल्यू से लेकर कुर्की तक की कार्रवाई हो चुकी है। गिरफ्तारी नहीं होने पर सबसे पहले 1 हजार रुपये का इनाम रखा गया था। बाद में इनामी राशि 25 हजार रुपये कर दिया गया था। पुलिस का कहना है कि नितेश मामूरा गांव में टीवी का मैकेनिक था। उसका मामूरा में एक युवक का घर आना जाना था। वहां युवक’ की पत्नी से नितेश की दोस्ती हो गई और दोनों के बीच प्रेम प्रसंग भी चलने लगा। इसके बाद दोनों के बीच झगड़ा होने लगा। 10 सितंबर 2009 को आरोपी महिला के घर पहुंचा और सो रहे दो साल के बच्चे को पहले करंट लगाया। घायल होने पर आरोपी ने उसे जमीन पर पटक दिया। इस दौरान बच्चे की मां वहां आई तो वह फरार हो गया। इसके बाद कोतवाली सेक्टर-58 में हत्या की रिपोर्ट दर्ज की गई थी। तब से आरोपी नितेश फरार चल रहा है।
Noida News:
अमर उजाला अखबार ने अपने नोएडा संस्करण में मुख्य समाचार “1425 करोड़ के फंड डायवर्जन की जांच ईओडब्ल्यू ने शुरू की” शीर्षक से प्रकाशित किया है। इस समाचार में बताया गया है कि आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) ने नोएडा प्राधिकरण की तरफ से तीन बिल्डर परियोजनाओं को लेकर दर्ज कराई गई शिकायतों पर जांच शुरू कर दी है। ईओडब्ल्यू दिल्ली मंदिर मार्ग की तरफ से प्राधिकरण को पत्र भेजकर कई जानकारियां मांगी गई हैं। इनमें बिल्डर को जमीन का आवंटन, उस समय की शर्तें, निर्माण स्थिति, फ्लैट बिक्री, किस्त का ‘समय, जारी किए गए नोटिस व अन्य तथ्य शामिल हैं। माना जा रहा है कि यह प्राथमिक जानकारी मिलने के बाद ईओडब्ल्यू बिल्डरों से पूछताछ करेगी। प्राधिकरण का इन परियोजनाओं में करीब 1425 करोड़ रुपये का बकाया है। फंड डायवर्जन का आरोप लगाकर प्राधिकरण की तरफ से शिकायत दर्ज करवाई गई है।
प्राधिकरण ने जिन तीन बिल्डर परियोजनाओं में ईओडब्ल्यू से जांच की सिफारिश की है वह अलग-अलग सेक्टरों की हैं। इसमें नवंबर में लॉजिक्स समूह की सेक्टर-143 स्थित ब्लूसम जेस्ट परियोजना के लिए प्राधिकरण ने पत्र भेजा था। 3 हजार 729 फ्लैट वाली यह परियोजना मौजूदा समय में एनसीएलटी में है। वहीं, जनवरी में प्राधिकरण ने सेक्टर-137 में शुभकामना बिल्डटेक और सेक्टर-118 स्थित आईवीआर प्राइम डेवलपर की परियोजना जांच को पत्र भेजा था। इन तीनों परियोजनाओं में प्राधिकरण का करीब 1425 करोड़ रुपये बकाया है। प्राधिकरण का कहना है कि इन परियोजनाओं के बिल्डरों ने फ्लैट बेचा और प्राधिकरण का बकाया भी नहीं जमा किया। फ्लैट खरीदारों से लिया गया पैसा भी पूरी तरह परियोजना में नहीं लगाया है। अधिकारियों ने बताया कि ईओडब्ल्यू ने जांच में जो जानकारी मांगी है उसे भेज दिया गया है।
Hindi News:
अमर उजाला ने 4 फरवरी 2025 के अंक में प्रमुख समाचार “नोएडा एयरपोर्ट से अप्रैल में उड़ान की घोषणा पर मुहर” शीर्षक से प्रकाशित किया है। इस समाचार में बताया गया है कि जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट से नियमित परिचालन इस साल अप्रैल से शुरू होगा। यह न सिर्फ भारत बल्कि एशिया का सबसे बड़ा एयरपोर्ट होगा। नागरिक उड्डयन मंत्री केआर नायडू ने सोमवार को राज्यसभा में प्रश्नकाल के दौरान अनुपूरक प्रश्नों का जवाब देते हुए यह जानकारी दी। उन्होंने कहा, एयर इंडिया और इंडिगो सहित सभी एयरलाइन कंपनियां नोएडा एयरपोर्ट से कनेक्टिविटी में सुधार के लिए बहुत उत्साहित हैं।
राज्यसभा सांसद सुरेंद्र नागर के सवाल पर केंद्रीय मंत्री ने कहा, यह देश ही नहीं एशिया का भी सबसे बड़ा एयरपोर्ट होगा। यह दिल्ली एयरपोर्ट के बोझ को कम करेगा। जेवर एयरपोर्ट बनने से एक लाख नए रोजगार सृजित होंगे। मोदी सरकार की महत्वाकांक्षी उड़ान योजना के तहत जेवर एयरपोर्ट का निर्माण किया जा रहा है। इसका लक्ष्य देश के छोटे शहरों को बेहतर कनेक्टिविटी उपलब्ध कराना है। पहले चरण में एक रनवे और एक टर्मिनल होगा। बाद में चरणबद्ध तरीके से इसका विस्तार किया जाएगा। यह सालाना 1.20 करोड़ यात्रियों को यात्रा की सुविधा देगा। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि जेवर एयरपोर्ट से सड़क मार्ग संपर्क को बेहतर करने का हरसंभव प्रयास किया जा रहा है। यह फरीदाबाद और हरियाणा के अन्य स्थानों से भी संपर्क मार्ग की सुविधा देगा। बता दें कि एयरपोर्ट बना रही कंपनी यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (यापल) ने फ्लाइट शेड्यूलिंग के लिए नागरिक महानिदेशालय को वैमानिकी सूचना प्रकाशन (एआईपी) का ड्राफ्ट भेज दिया है। एयरपोर्ट पर वेलिडेशन फ्लाइट की रिपोर्ट व डाटा के अध्ययन को देखते हुए जल्द इसे मंजूरी मिलने की संभावना है। एयरपोर्ट से अप्रैल 2025 में विमानों की उड़ान प्रस्तावित हैं। एयरपोर्ट पर नौ दिसंबर को ट्रायल किया जा चुका हैं। इंडिगो के विमान ने रनवे पर उतरकर अध्ययन किया और जरूरी सर्विलांस सिस्टम की जांच का रिकार्ड एकत्र किया था। एयरपोर्ट पर ट्रायल सफल रहा था, जिसकी रिपोर्ट पूर्व में ही डीजीसीए को भेजा जा चुकी है। कंपनी ने ऑनलाइन टिकट बुकिंग सेवा शुरू कराने के लिए फ्लाइट शेड्यूलिंग को लेकर वैमानिकी सूचना प्रकाशन का ड्राफ्ट भी सूचना डीजीसीए और एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया को भेजा है।
Noida News: समाचार दैनिक जागरण से
दैनिक जागरण के नोएडा संस्करण में 4 फरवरी 2025 का प्रमुख समाचार “’नया नोएडा’ में लोगों की प्यास बुझाएगा 300 एमएलडी जल, औद्योगिक इकाइयों में 212 एमएलडी पानी का उपयोग होगा” शीर्षक से प्रकाशित किया गया है। इस समाचार में बताया गया है कि दादरी नोएडा गाजियाबाद विशेष निवेश क्षेत्र (डीएनजीआइआर) के रूप में ‘नया नोएडा’ बसाने की तैयारी है। यह नया शहर दादरी व बुलंदशहर के 87 गांवों की जमीन पर बसेगा, जिसमें प्रथम चरण में करीब तीन हजार औद्योगिक इकाइयां संचालित होगी। यहां कुल छह लाख की आबादी में माइग्रेंट यानी प्रवासी करीब 3.5 लाख होगा। इनके लिए अबू धाबी इंडस्ट्रियल जोन इसी तर्ज पर 300 मिलियन लीटर डेली (एमएलडी) जल की आपूर्ति की जाएगी। यह जल. गंगाजल व भूमिगत से हासिल होगा, जिसे मिलाकर सप्लाई किया जाएगा।
यही नहीं डीएनजीआइआर में गिरते भू जल स्तर को बढ़ाने और वेटलैंड के लिए यहां 58.96 हेक्टेयर में लेक और 91.75 हेक्टेयर में कैनाल बनाई जाएंगी। 300 एमएलडी में 212 एमएलडी पानी इंडस्ट्री सप्लाई के लिए जाएगा। यहां से निकलने वाले दूषित पानी को सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) के जरिये शोधित किया जाएगा। इसके अलावा घरेलू या स्थानीय सप्लाई के लिए 85 एमएलडी पानी की सप्लाई होगी। पानी की सप्लाई के लिए यहां कितने नलकूप खंड और जलाशय बनाए जाएंगे। इसको लेकर भी चर्चा की जा रही है। हालांकि डीएनजीआइआर का 2041 मास्टर प्लान तैयार किया जा चुका है, जिसमें बुनियादी सुविधा बिजली, पानी और सड़क और अन्य इंफ्रास्ट्रक्चर को बखूबी दिखाया गया है। उन्होंने बताया कि करीब 21 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में बसाया जा रहा है। इसके लिए मास्टर प्लान 2041 बनाया गया है। इसका 8811 हेक्टेयर एरिया औद्योगिक होगा। माना जा रहा है कि इस शहर की कुल आबादी छह लाख में रेजिडेंशियल एरिया दो हजार हेक्टेयर से ज्यादा होगा। लैंड पूल के जरिये जमीन का अधिग्रहण किया जाएगा।
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दैनिक जागरण के 4 फरवरी 2025 के अंक में अगला प्रमुख समाचार “फ्लैट खाली न करने पर किरायेदार पर लगाया 20 लाख जुर्माना” शीर्षक से प्रकाशित किया गया है। इस समाचार में बताया गया है कि किरायेदार द्वारा किराया न देने और फ्लैट खाली नहीं करने के मामले एडीएम कोर्ट ने बड़ा फैसला सुनाया है। कोर्ट ने मुकदमे में फैसला सुनाते हुए किरायेदार पर 20 लाख का जुर्माना लगाते हुए जल्द फ्लैट खाली करने का आदेश दिया है। आदेश का पालन नहीं करने पर आरोपित के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की बात कही है। मामला नोएडा के सेक्टर 107 स्थित ग्रेट वैल्यू शरणम सोसायटी का है। जिसका मुकदमा एडीएम वित्त एवं राजस्व अतुल कुमार की अदालत में चल रहा था। उन्होंने सोसायटी के टावर बी में रहने वाले एक किरायेदार को एक माह के अंदर फ्लैट खाली करने और 20 लाख रुपये का जुर्माना लगाया है। इसमें वर्ष 2021 से अब तक का किराया भी शामिल है। सेक्टर ओमेगा की एल्पाइन सहकारी आवास समिति सोसायटी निवासी मनोरमा देवी ने ग्रेट वैल्यू शरणम सोसायटी के टावर बी में 19वीं मंजिल का फ्लैट वर्ष 2019 में दिल्ली निवासी मुकेश गुप्ता को किराये पर दिया था।
दोनों के बीच 11 माह का किरायानामा हुआ था। महिला के अधिवक्ता केके सिंह ने बताया कि 31 मार्च 2020 को किरायानामा खत्म हो गया। उसके बाद किरायानामा आगे नहीं बढ़ाया और फ्लैट खाली करने को कहा गया। लेकिन आरोपित मुकेश गुप्ता ने फ्लैट खाली नहीं किया। पीड़िता ने फ्लैट खाली करने को कहा, लेकिन आरोपित नहीं माना। परेशान होकर पीड़िता ने वकील के माध्यम से आरोपित के खिलाफ कोर्ट में मुकदमा दायर किया। जिसकी सुनवाई एडीएम कोर्ट में चल रही थी। कोर्ट ने दोनों पक्षों को सुना। आरोपित ने कोर्ट में अपना पक्ष रखते हुए दावा किया कि फ्लैट मालिक को नौ लाख रुपये नकद भुगतान कर दिया था। जो कि तीन साल का किराया था। इसके बाद प्रति माह तीन हजार रुपये किराया होगा, लेकिन इस संबंध में आरोपित कोई साक्ष्य प्रस्तुत नहीं कर सका। इससे कोर्ट ने किरायेदार की दलील को नकारते हुए अर्थदंड और फ्लैट खाली करने का आदेश दिया। एडीएम ने बताया किरायेदार व मकान मालिक के बीच विवाद निस्तारण यूपी नगरीय परिसर किरायेदारी विनियमन अधिनियम-2021 के तहत किया जा रहा है। आदेश का पालन नहीं करने पर कोर्ट कराएगी।
नोएडा न्यूज, 3 फरवरी के अखबारों से, एक साथ पढ़ें
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