Voda Mahadev Temple : नोएडा शहर मात्र 49 वर्ष पुराना शहर है। नोएडा शहर की स्थापना 17 अप्रैल 1976 को हुई थी। 49 वर्षों में नोएडा शहर पूरी दुनिया में प्रसिद्घ हो चुका है। नोएडा शहर को उत्तर प्रदेश की औद्योगिक राजधानी भी कहा जाता है। कुछ लोग नोएडा शहर को हार्ट ऑफ इंडिया भी कहते हैं। इसी नोएडा शहर में एक अद्भुत प्राचीन तपोभूमि मौजूद है। मान्यता है कि नोएडा की इस तपोभूमि पर पूजा-अर्चना करने से भक्तों का खजाना भर जाता है।
नोएडा में स्थापित है वोडा महादेव मंदिर तपोभूमि
नोएडा शहर में सतयुग के जमाने से एक अद्भुत तपोभूमि मौजूद है। नोएडा की इस तपोभूमि के विषय में यह कहावत प्रसिद्घ है। नोएडा की इस प्राचीन तपोभूमि पर सतयुग में धन के देवता कुबेर ने तथा त्रेता युग में भगवान परशुराम ने तपस्या की थी। उस जमाने से लेकर नोएडा की स्थापना के समय तक यह प्राचीन तपोभूमि एक वन क्षेत्र के रूप में मौजूद थी। वर्तमान समय में इस तपोभूमि पर वोडा महादेव मंदिर के नाम से एक विशाल मंदिर बना हुआ है। मान्यता है कि धन के देवता कुबेर की तपोभूमि के कारण धन की इच्छा से यहां पूजा करने पर भक्त का खजाना धन-दौलत से भर जाता है।
धन की इच्छा है तो नोएडा की तपोभूमि में करें पूजा
धन की जरूरत किसे नहीं होती? सब लोग चाहते हैं कि उनके पास धन दौलत हो ताकि उनका जीवन सुखमय बीते. इन कामनाओं को पूरा करने के लिए लोग भगवान कुबेर और माता लक्ष्मी की पूजा करते हैं। नोएडा शहर के बीचो बीच सेक्टर 100 में वोडा महादेव मंदिर स्थित है। यह मंदिर हाजीपुर गांव की जमीन पर बना हुआ है। यहां पर भगवान शिव के साथ माता काली, नवग्रह, हनुमान जी की भी पूजा की जाती है. बताया जाता है कि यह मंदिर द्वापर और त्रेता काल से ही मौजूद है. इस मंदिर का निर्माण माता मंसा के पुत्र भगवान वोडा ने किया था. तबसे इस मंदिर का नाम वोडा महादेव मंदिर पड़ गया। महंत जयराम भारती बताते हैं कि यह मंदिर रावण के पिता विशेश्रवा की तपोस्थली था, यहीं पर उनके पुत्र कुबेर ने देवतत्व की प्राप्ति की थी। जनश्रुति के आधार पर लोग बताते हैं कि धन की इच्छा रखने वाले लोगों की सभी मनोकामनाएं यहां पूर्ण होती हैं। महंत बताते हैं कि यह मंदिर रोज सुबह 4 बजे से 12 बजे तक और शाम को 3 बजे से शाम को 7 बजे तक दर्शन के लिए खुला रहता है। दोनों वक्त भव्य आरती कर प्रसाद बांटा जाता है।
सावन के महीने में नोएडा के शिव भक्त करते हैं जलाभिषेक
उत्तर मुखी वोडा महादेव मंदिर में बड़ी संख्या में कांवडि़ए महादेव का जलाभिषेक करते हैं। पूरे श्रावण मास शिव भक्तों का इस मंदिर में तांता लगा रहता है। क्षेत्रीय निवासी बताते हैं कि बचपन से ही हम इस मंदिर के बारे में सुन रहे हैं। मान्यता है कि धन की प्राप्ति के लिए लोग मन्नत मांगने आते हैं.यहां जो भी भक्त सच्ची श्रद्धा से पूजा करता है उसकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण हो जाती हैं। नोएडा में स्थित हाजीपुर गांव के पास सेक्टर-104 के सडक़ किनारे यह मंदिर स्थित है। नजदीकी मेट्रो स्टेशन यहां से नोएडा सिटी सेंटर पड़ता है। वहां से ऑटो आपको मंदिर के पास छोड़ देगा जो 20 रुपये तक किराया लेगा। अगर आप निजी वाहन से जाते हैं तो आपको सडक़ किनारे ही यह स्थान दिख जाएगा।
बताया जाता है कि नोएडा शहर के सेक्टर-100 स्थित वोडा महादेव मंदिर की बहुत पौराणिक मान्यताएं हैं। सतयुग में कुबेर जी, द्वापर में परशुराम और नंदी महादेव के मुख्य गण ने यहां तपस्या की थी। नोएडा के इस मंदिर में लगे सिलापट पर साफ शब्दों में लिखा है यह तीर्थ स्थान प्राकृतिक एवं प्राचीन है. सतयुग में यहां पर श्री कुबेर जी ने तपस्या की थी, द्वापर युग में इस तपोभूमि पर श्री परशुराम जी ने घोर तपस्या की थी। वही मनसा देवी के पुत्र वोडा ने इस महादेव मंदिर की स्थापना की थी।
Voda Mahadev Temple :
इसके साथ ही दूसरी तरफ लिखा हुआ है कि पौराणिक प्रमाणों के अनुसार सिद्ध श्री नंदी जी द्वापर युग कालीन 6000 वर्ष प्राचीन है। प्राचीन और प्राकृतिक इस मंदिर की दुर्दशा के संबंध में मंदिर के महाराज द्वारा ईटीवी भारत से खास बातचीत में महंत बाबा सत्य भारती महाराज ने बताया कि इस मंदिर की मान्यता एक तपोभूमि की रूप में है। इस मंदिर परिसर में बड़े-बड़े महापुरुषों ने तपस्या की है। Voda Mahadev Temple :
नोएडा कमिश्नरी पुलिस के खाते में आई एक और बड़ी उपलब्धि
ग्रेटर नोएडा – नोएडा की खबरों से अपडेट रहने के लिए चेतना मंच से जुड़े रहें।
देश–दुनिया की लेटेस्ट खबरों से अपडेट रहने के लिए हमें फेसबुक पर लाइक करें या ट्विटर पर फॉलो करें।