Akhilesh Yadav अपने ही कार्यकर्ता से नहीं मिल पाए अखिलेश यादव

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Akhilesh Yadav in Police Headquarters Lucknow
locationभारत
userचेतना मंच
calendar08 Jan 2023 10:58 PM
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Akhilesh Yadav रविवार की सुबह करीब सवा नौ बजे लखनऊ पुलिस मुख्यालय पहुंचे सपा सुप्रीमो और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव करीब दो घंटे तक पुलिस मुख्यालय में रहे। जिसके बाद वह सपा ट्विटर हैंडल के मेंबर और कार्यकर्ता मनीष जगन अग्रवाल से मिलने के लिए जेल पहुंच गए, लेकिन जेल में भी वह अपने ही कार्यकर्ता से नहीं मिल सके। जेल प्रशासन ने अखिलेश यादव को मनीष जगन अग्रवाल से मिलने नहीं दिया।

Akhilesh Yadav in Police Headquarters Lucknow

आपको बता दें कि आज सुबह सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव पुलिस मुख्यालय पहुंचे थे, लेकिन उन्हें वहां पर कोई भी अधिकारी नहीं मिला। इस बाबत उन्होंने ट्विट भी किया था। हालांकि अखिलेश के वहां पहुंचने की जानकारी पाकर ज्वाइंट सीपी पीयूष मोर्डिया उनके पास पहुंच गए थे और उन्होंने अखिलेश को चाय का ऑफर किया तो उन्होंने मना कर दिया।

उधर, अखिलेश के पहुंचने का पता चलते ही बड़ी संख्या में सपा कार्यकर्ता पुलिस मुख्यालय पहुंच गए। वह गेट पर धरने पर बैठ गए। वहां पुलिस से उनकी झड़प हुई। करीब 2 घंटे अखिलेश पुलिस मुख्यालय में रहे। इसके बाद यहां से अखिलेश लखनऊ जेल में मनीष से मिलने पहुंचे। उनके साथ सपा के कई नेता थे। लेकिन, अखिलेश को कार्यकर्ता से मिलने नहीं दिया गया। इस पर सपा प्रमुख ने कहा कि मैं यहां जेल मनीष से मिलने आया था, लेकिन मुझे मिलने नहीं दिया गया है। हालांकि पुलिस की तरफ से कोई बयान नहीं आया है।

अखिलेश ने कहा कि भाजपा गाली गलौज करती है। भाजपा के सोशल मीडिया अकाउंट से हमारी पत्नी, परिवार और बच्चियों के लिए अभद्र भाषा का प्रयोग किया गया है, लेकिन उस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। भाजपा पुलिस का गलत इस्तेमाल करती है। उन पर गलत काम करने का दबाव बनाती है। पहले भी सपा के कई नेताओं के खिलाफ अभद्र भाषा का प्रयोग किया गया और फर्जी मुकदमों में जेल भेजा गया।

अखिलेश के पुलिस मुख्यालय पहुंचने पर हरकत में आई पुलिस ने भी प्रेस कॉन्फ्रेंस करके अपना पक्ष रखा। एडीजी (कानून व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने कहा कि एक राजनीतिक पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मुख्यालय आए थे। पहले से उन्होंने कोई जानकारी नहीं दी थी। उन्होंने मनीष जगन अग्रवाल की गिरफ्तारी पर बात की। उनसे कहा गया कि पुलिस ने जो कुछ किया है वह साक्ष्य के आधार पर किया है। उक्त व्यक्ति ने मर्यादाओं की सीमा लांघते हुए अभद्र ट्वीट किए हैं। जो आरोप हैं उसके तहत धाराओं में गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है।

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Sethusamudram Project : स्टालिन ने सेतुसमुद्रम परियोजना को पुनर्जीवित करने का आह्वान किया

Sethusamudram
Stalin calls for revival of Sethusamudram project
locationभारत
userचेतना मंच
calendar08 Jan 2023 09:08 PM
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चेन्नई। तमिलनाडु में सत्तारूढ़ द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) ने रामेश्वरम में रामसेतु के वास्तविक स्वरूप की मौजूदगी के केंद्र के दावे के मद्देनजर सेतुसमुद्रम जहाज नहर परियोजना को पुनर्जीवित करने की अपील की है।

Sethusamudram Project

मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने राष्ट्र की आर्थिक समृद्धि के लिए परियोजना को पुनर्जीवित करने और भारतीय बंदरगाहों की माल ढुलाई क्षमता बढ़ाने की बात कही। इस परियोजना को दो जुलाई, 2005 को 2,500 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से शुरू किया गया था, लेकिन सांस्कृतिक धरोहर के प्रतीक रामसेतु के विध्वंस के खिलाफ पर्यावरणविदों और हिंदू कार्यकर्ताओं के विरोध के बाद यह परियोजना ठप पड़ गई थी।

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पार्टी ने 2021 के विधानसभा चुनाव के दौरान दावा किया था कि सत्ता में आने पर वह परियोजना को पूरा करेगी, ताकि तमिलनाडु के दक्षिणी इलाकों का आर्थिक लाभ हो सके।केंद्र की भाजपा सरकार पर धार्मिक आधार पर परियोजना को ठंडे बस्ते में डालने का आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर यूपीए शासन के दौरान शुरू की गई परियोजना जारी रहती तो जबरदस्त विकास होता।

Sethusamudram Project

उन्होंने पूर्व केंद्रीय मंत्री और द्रमुक के वरिष्ठ नेता टीआर बालू की आत्मकथा ‘पथिमारा पायनम’ का विमोचन करने के बाद कहा कि आप जानते हैं कि सेतुसमुद्रम जहाज नहर परियोजना को किसने रोका था। यह भाजपा थी। केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने राज्यसभा को सूचित किया था कि यह निश्चित रूप से नहीं कहा जा सकता है कि रामेश्वरम में रामसेतु मौजूद था। तत्कालीन केंद्र सरकार द्वारा परियोजना शुरू करने में बालू की प्रमुख भूमिका थी।

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स्टालिन ने इस कार्यक्रम में दावा किया कि अगर इस परियोजना को स्थगित नहीं किया गया होता, तो तमिलनाडु को बहुत फायदा होता। उन्होंने कहा कि तमिलनाडु ही नहीं, बल्कि यह परियोजना भारत का गौरव होती। देश के विदेशी मुद्रा भंडार में वृद्धि होती, इससे औद्योगिक विकास को बढ़ावा मिलता और माल ढुलाई की राज्य की क्षमता में वृद्धि होती।
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MP News : भारतवंशियों के लिए विदेशों में और सुरक्षित माहौल सुनिश्चित करने में जुटी सरकार

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locationभारत
userचेतना मंच
calendar01 Dec 2025 08:12 AM
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MP News : इंदौर। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने रविवार को कहा कि सरकार अलग-अलग देशों के साथ मिलकर यह सुनिश्चित करने के प्रयास में जुटी है कि भारतवंशी युवाओं को विदेशों में और सुरक्षित एवं भेदभावरहित माहौल मिले तथा उनके लिए बेहतर कार्यस्थल विकसित हों।

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जयशंकर इंदौर में 17वें प्रवासी भारतीय सम्मेलन के पहले दिन युवा प्रवासी भारतीय दिवस समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा, ‘‘हम इस दिशा में मेहनत कर रहे हैं कि विदेशों में भारतवंशी युवाओं के लिए बेहतर कार्यस्थल विकसित हों, उन्हें यात्रा का और सुरक्षित अनुभव मिले तथा उनके साथ भेदभावरहित व्यवहार सुनिश्चित हो।’’

विदेश मंत्री ने कहा कि सरकार ने विदेशों में भारतीय युवाओं को बेहतर वातावरण देने के लिए जर्मनी, डेनमार्क, पुर्तगाल, फ्रांस और ब्रिटेन के साथ हाल ही में प्रवासन (माइग्रेशन) और यात्राओं (मोबिलिटी) को लेकर साझेदारी की है।

उन्होंने यह भी बताया कि सरकार ने ऑस्ट्रिया के साथ हाल ही में ‘‘वर्किंग हॉलीडे’’ कार्यक्रम पर दस्तखत किए हैं और ऑस्ट्रेलिया सरकार ने भारतीय पेशेवरों के लिए अधिक उदार वातावरण की पेशकश की है।

जयशंकर ने उम्मीद जताई कि आने वाले दिनों में कुछ और देश भारतीयों को वीजा देने और विदेश में उन्हें काम की अनुमति देने के प्रावधानों को उदार बनाएंगे।

विदेश मंत्री ने कहा कि भारत को विश्व से जोड़ने के मामले में देश की युवा पीढ़ी काफी आगे है और यह पीढ़ी पढ़ाई, नौकरी और यात्राओं के जरिये दूसरे देशों से भारत के संबंध मजबूत कर रही है।

उन्होंने कहा, ‘‘हमारी भरसक कोशिश है कि हम भारतवंशी युवाओं को अपना अधिकतम सहयोग सुनिश्चित करें, ताकि वे उनके जायज लाभ और उपलब्धियां हासिल कर सकें।’’

जयशंकर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व की तारीफ करते हुए कहा, ‘‘आज सबसे बड़ा फर्क यह आया है कि भारत का कद दुनिया में बढ़ा है और तकरीबन हर उस देश के साथ हमारे रिश्ते मजबूत हुए हैं, जहां भारतीय समुदाय के लोग बसे हैं। यह बात इन देशों में आपके (प्रवासी भारतीयों) कद में भी झलकती है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘आप हमारे समाज में आशावाद महसूस कर सकते हैं और युवाओं की भूमिका लगातार बड़ी हो रही है। आप स्टार्ट-अप, खेल, तकनीक के इस्तेमाल, पर्यटन जैसे क्षेत्रों में युवा भारत की लगातार बढ़ती ऊर्जा देख सकते हैं।’’

जयशंकर ने यह भी कहा कि सरकार विदेशों में भारतीय संस्कृति और परपंराओं को बढ़ावा देने की कोशिश कर रही है। उन्होंने अबू धाबी के एक मंदिर की ओर इशारा करते हुए कहा,‘‘यह हमारे लिए गर्व का विषय है कि विदेशों में हमारी श्रद्धा के केंद्र बढ़ रहे हैं और खासकर अबू धाबी में ऐसे ही एक केंद्र ने लोगों का खूब ध्यान खींचा है।’’

जयशंकर ने कहा कि विदेशों में अधिकांश भारतीय दूतावास योग के साथ ही भारतीय नृत्य और संगीत की कक्षाओं की पेशकश कर रहे हैं।

युवा प्रवासी भारतीय दिवस समारोह को युवा कार्यक्रम और खेल मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और ऑस्ट्रेलिया की सांसद जेनेटा मैस्करेनहास ने भी संबोधित किया।

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