Political : शरद पवार और उद्धव ठाकरे से आज मुंबई में मिलेंगे नीतीश, तेजस्वी

Nitish
Nitish, Tejashwi will meet Sharad Pawar and Uddhav Thackeray in Mumbai today
locationभारत
userचेतना मंच
calendar30 Nov 2025 02:08 PM
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मुंबई। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव बृहस्पतिवार को अपने मुंबई प्रवास के दौरान राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के अध्यक्ष शरद पवार और शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के नेता उद्धव ठाकरे से मुलाकात करेंगे। जनता दल-यूनाइटेड (जदयू) के एक विधान परिषद सदस्य (एमएलसी) ने यह जानकारी दी। नीतीश और तेजस्वी पहले उद्धव ठाकरे के आवास पर जाएंगे और बाद में पवार से उनके घर पर मुलाकात करेंगे।

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नीतीश ने की थी नवीन पटनायक से मुलाकात

जद (यू) प्रमुख नीतीश कुमार 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के खिलाफ मजबूत गठजोड़ बनाने के लिए विपक्षी नेताओं से मिल रहे हैं। उन्होंने मंगलवार को भुवनेश्वर में ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक से मुलाकात की थी।

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Blast at Golden Temple: गोल्डन टेंपल में 5 दिन में तीसरा बड़ा धमाका, 5 लोग हिरासत में

दोनों नेताओं के घर जाएंगे नीतीश और तेजस्वी

जद (यू) के एमएलसी कपिल पाटिल ने कहा कि कुमार और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) नेता यादव उपनगरीय बांद्रा में उद्धव ठाकरे के निजी आवास ‘मातोश्री’ में दोपहर का भोजन करेंगे। उन्होंने कहा कि दोनों नेता शाम को पवार से उनके दक्षिण मुंबई स्थित आवास 'सिल्वर ओक' में मिलेंगे। देश विदेशकी खबरों से अपडेट रहने लिएचेतना मंचके साथ जुड़े रहें। देशदुनिया की लेटेस्ट खबरों से अपडेट रहने के लिए हमेंफेसबुकपर लाइक करें याट्विटरपर फॉलो करें।
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Blast at Golden Temple: गोल्डन टेंपल में 5 दिन में तीसरा बड़ा धमाका, 5 लोग हिरासत में

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locationभारत
userचेतना मंच
calendar30 Nov 2025 12:38 AM
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पंजाब : पंजाब के अमृतसर (Amritsar Punjab) से एक बड़ी खबर सामने आई है। रात करीब 12:10 पर स्वर्ण मंदिर के लंगर हॉल के पास एक बड़ा धमाका (Blast at Golden Temple) हुआ है। लगभग 5 दिनों में ये तीसरा बड़ा ब्लास्ट है। लंगर हॉल के पास हुए धमाके को सुनते ही पूरे एरिया में हड़कंप मच गया। मंदिर प्रशासन ने पुलिस को घटना की जानकारी दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने धमाके वाली पूरी जगह को सील कर दिया है और घटनास्थल से दो संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। गौरतलब है अमृतसर के स्वर्ण मंदिर के पास पिछले 5 दिनों में तीसरी बार यह ब्लास्ट (Blast at Golden Temple) हुआ है, इससे पहले 6 मई (शनिवार) और 8 मई (सोमवार) को भी ब्लास्ट हो चुका है, हालांकि इन धमाकों में कम डेंसिटी वाले क्रूड बम का इस्तेमाल किया गया था। 6 मई को हुआ धमाका रात करीब 12:00 बजे हेरिटेज स्ट्रीट पर हुआ था, जिसमें 5-6 श्रद्धालुओं के घायल होने की भी खबर सामने आई थी। वही 8 मई वाला धमाका गोल्डन टेंपल से 800 मीटर दूर है डिटेल स्ट्रीट पर सुबह करीब 6:30 बजे कोल्ड ड्रिंक के टिन में बम रखकर किया गया था, हालांकि इस धमाके में किसी भी नुकसान की खबर सामने नहीं आई है।

धमाके को लेकर क्या है चश्मदीद का कहना -

कल रात 12:10 पर अमृतसर के स्वर्ण मंदिर के लंगर हॉल में हुए धमाके को लेकर चश्मदीद स्वर्ण बाज सिंह (निवासी : कालका), जो कि कल रात श्री गुरु रामदास जी सराय में रुके हुए थे, उनका कहना है कि - पहले सब कुछ सामान्य चल रहा था, रात अचानक 12:10 पर धमाके की आवाज आई। सुबह करीब 4:30 बजे पुलिस मौके पर पहुंची। मौके पर पहुंची पुलिस ने एक लड़का और लड़की को पूछताछ के बाद हिरासत में ले लिया। चश्मदीद का कहना है कि हिरासत में लिए संदिग्धों के पास से बम बरामद किए जाने की भी खबर सामने आई है।

Blast at Golden Temple:

खबरों के मुताबिक पुलिस को घटनास्थल से एक संदिग्ध बैग और चिट्ठी भी मिली है। पुलिस ने घटनास्थल से एक लड़का और लड़की समेत पांच लोगों को हिरासत में ले लिया है। लड़का और लड़की श्री गुरु रामदास जी सराय के कमरा नंबर 225 में रुके हुए थे। पुलिस का कहना है कि इन धमाकों में कम तीव्रता वाले विस्फोटक का इस्तेमाल किया गया है, इससे यह प्रतीत होता है कि इन ब्लास्ट्स का मकसद सिर्फ शांति भंग करना था। फिलहाल अभी मामले की पूरी जांच की जा रही है।

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अब्दुल कलाम और अटल बिहारी वाजपेई का 'National Technology Day' से क्या है नाता ?

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locationभारत
userचेतना मंच
calendar11 May 2023 01:46 PM
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National Technology Day: हर साल भारत में 11 मई को नेशनल टेक्नोलॉजी डे मनाया जाता है। इसे आमतौर पर राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस के नाम से जाना जाता है। इस दिन के इतिहास को जानना हर भारतीय के लिए बेहद आवश्यक है क्योंकि इसका जो इतिहास है वो पूर्व राष्ट्रपति डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम और पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी जी के साथ जुड़ा हुआ है। तो आज 11 मई है, यानी नेशनल टेक्नोलॉजी डे, आइए इस मौके पर जानते हैं कि क्या है इसका इतिहास।

National Technology Day: नेशनल टेक्नोलॉजी डे इतिहास-

इसका इतिहास अगर हम देखें तो पहली बार इस दिन को 11 मई 1999 में मनाया गया था। इसको पहली बार काउंसिल फ़ॉर टेक्नोलॉजी डेवलपमेंट ने मनाया था। असल में जो पांच पोखरण न्यूक्लियर टेस्ट हुआ था, ये दिन उसको समर्पित है। वर्ष 1998 में इसी दिन सफलतापूर्वक आर्मी विंग के द्वारा न्यूक्लियर टेस्ट को पूरा किया गया था। न्यूक्लियर टेस्ट के दौर में भारत के तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी जी थे। न्यूक्लियर टेस्ट के साथ ही ये दिन टेक्नोलॉजी के क्षेत्र से जुड़े लोगों की उपलब्धियों के लिए भी काफी खास है। इस दिन ऐसे लोगों को सम्मानित किया जाता है।

नेशनल टेक्नोलॉजी डे से क्यों जुड़ता है अब्दुल कलाम का नाम-

वर्ष 1998 में जब भारत में न्यूक्लियर टेस्ट हुआ था, उस समय इसकी जो कमान थी, वो अब्दुल कलाम के हाथों में थी। इस टेस्ट को सफलतापूर्वक राजस्थान के पोखरण टेस्ट रेंज से किया गया था। इसे भारत के दूसरे न्यूक्लियर टेस्ट के रूप में जाना जाता है और ये काफी महत्वपूर्ण टेस्ट था। आपकी सबकी जानकारी के लिए हम आपको बता दें कि इस टेस्ट के सफल होने के लिए 5 न्यूक्लियर धमाके किये गए थे। इससे पहले वर्ष 1974 में पहला न्यूक्लियर टेस्ट किया गया था। इस टेस्ट का नाम 'लाफिंग बुद्धा' रखा गया था। इसके बाद दूसरा न्यूक्लियर टेस्ट 1998 में किया गया और इसका जो कोड नेम था, वो ' ऑपरेशन शक्ति' था। इसके सफल परीक्षण के बाद भारत ने एक नई ऊंचाई को छुआ था। इसके बाद भारत ने दो नए न्यूक्लियर हथियारों की भी टेस्टिंग की थी और ये पोखरण- ll का ही हिस्सा थे। बस इसीलिए हर साल इसके सफल परीक्षण के दिन यानी 11 मई को नेशनल टेक्नोलॉजी डे (National Technology day) मनाया जाता है।

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