Maharashtra Political News : छत्रपति शिवाजी विवाद : महाराष्ट्र के लिए नए राज्यपाल की नियुक्ति हो, कांग्रेस नेता चव्हाण की मांग




Gujrat Election: आम आदमी पार्टी के नेता अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार को कहा कि भूपेंद्र पटेल गुजरात के ‘कठपुतली मुख्यमंत्री’ हैं जो अपने सहायक तक को नहीं बदल सकते। आप के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार इशूदान गढ़वी के समर्थन में देवभूमि द्वारका जिले के खंभालिया में एक सभा को संबोधित करते हुए केजरीवाल ने आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और कांग्रेस के बीच गुप्त समझौता है।
उन्होंने कहा, ‘‘गुजरात की जनता के सामने दो चेहरे हैं। एक इशूदान गढ़वी का और दूसरा भूपेंद्र पटेल का। आप किसे वोट देंगे, आप किसे मुख्यमंत्री बनाएंगे?’’
दिल्ली के मुख्यमंत्री ने कहा कि गढ़वी युवा हैं, शिक्षित हैं जिनका दिल गरीबों के लिए धड़कता है और वह किसान के बेटे भी हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘जब वह टीवी पर शो प्रस्तुत करते थे तो उन्होंने किसानों के मुद्दे उठाये और ‘तू-तू-मैं-मैं’ नहीं की। उन्होंने किसानों के लिए काम किया है और अपना जीवन किसानों एवं बेरोजगार युवाओं के लिए समर्पित कर दिया।’’
आप नेता ने कहा, ‘‘दूसरी तरफ भूपेंद्र पटेल हैं। उन्हें कोई अधिकार नहीं है। वह कठपुतली मुख्यमंत्री हैं। वह अपना सहायक तक नहीं बदल सकते। वह अच्छे आदमी हैं, खराब नहीं हैं। मैंने सुना है कि वह बहुत धार्मिक व्यक्ति हैं। लेकिन कोई उनकी नहीं सुनता। वह कठपुतली मुख्यमंत्री हैं।’’
केजरीवाल ने दावा किया कि सोमवार को खंभालिया में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की रैली में कुर्सियां खाली थीं।
उन्होंने कहा, ‘‘खंभालिया के लोग उनकी रैली में शामिल नहीं हुए और आज हजारों लोग यहां आये हैं। वे अपने बेटे इशूदान को गुजरात का मुख्यमंत्री बनाने आये हैं।’’
केजरीवाल ने दावा किया कि पहले लोगों के पास भाजपा को हटाने के लिए कोई विकल्प नहीं था।
Gujrat Election: आम आदमी पार्टी के नेता अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार को कहा कि भूपेंद्र पटेल गुजरात के ‘कठपुतली मुख्यमंत्री’ हैं जो अपने सहायक तक को नहीं बदल सकते। आप के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार इशूदान गढ़वी के समर्थन में देवभूमि द्वारका जिले के खंभालिया में एक सभा को संबोधित करते हुए केजरीवाल ने आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और कांग्रेस के बीच गुप्त समझौता है।
उन्होंने कहा, ‘‘गुजरात की जनता के सामने दो चेहरे हैं। एक इशूदान गढ़वी का और दूसरा भूपेंद्र पटेल का। आप किसे वोट देंगे, आप किसे मुख्यमंत्री बनाएंगे?’’
दिल्ली के मुख्यमंत्री ने कहा कि गढ़वी युवा हैं, शिक्षित हैं जिनका दिल गरीबों के लिए धड़कता है और वह किसान के बेटे भी हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘जब वह टीवी पर शो प्रस्तुत करते थे तो उन्होंने किसानों के मुद्दे उठाये और ‘तू-तू-मैं-मैं’ नहीं की। उन्होंने किसानों के लिए काम किया है और अपना जीवन किसानों एवं बेरोजगार युवाओं के लिए समर्पित कर दिया।’’
आप नेता ने कहा, ‘‘दूसरी तरफ भूपेंद्र पटेल हैं। उन्हें कोई अधिकार नहीं है। वह कठपुतली मुख्यमंत्री हैं। वह अपना सहायक तक नहीं बदल सकते। वह अच्छे आदमी हैं, खराब नहीं हैं। मैंने सुना है कि वह बहुत धार्मिक व्यक्ति हैं। लेकिन कोई उनकी नहीं सुनता। वह कठपुतली मुख्यमंत्री हैं।’’
केजरीवाल ने दावा किया कि सोमवार को खंभालिया में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की रैली में कुर्सियां खाली थीं।
उन्होंने कहा, ‘‘खंभालिया के लोग उनकी रैली में शामिल नहीं हुए और आज हजारों लोग यहां आये हैं। वे अपने बेटे इशूदान को गुजरात का मुख्यमंत्री बनाने आये हैं।’’
केजरीवाल ने दावा किया कि पहले लोगों के पास भाजपा को हटाने के लिए कोई विकल्प नहीं था।

Online Gaming: ऑनलाइन गेमिंग का मजा लेने वालों के लिए बुरी खबर है। ऑनलाइन गेम खेलना अब महंगा हो सकता है। सरकार ऑनलाइन गेमिंग पर 28 प्रतिशत जीएसटी लगा सकती है। राज्यों के वित्त मंत्रियों की समिति ऑनलाइन गेमिंग पर समान रूप से 28 प्रतिशत जीएसटी की सिफारिश कर सकती है। सूत्रों ने यह जानकारी देते हुए बताया कि समिति की सिफारिशें सभी ऑनलाइन गेम के लिए होंगी, फिर चाहें उनमें कौशल का इस्तेमाल होता हो या सिर्फ संयोग के आधार पर जीत-हार होती हो।
हालांकि, जिस राशि पर वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) लगाया जाएगा, उसकी गणना के लिए समिति एक संशोधित सूत्र का सुझाव दे सकती है।
फिलहाल ऑनलाइन गेमिंग पर 18 फीसदी जीएसटी लगता है। यह कर सकल आय पर लगाया जाता है, जो ऑनलाइन गेमिंग पोर्टल द्वारा लिया जाने वाला शुल्क है।
सूत्रों ने कहा कि जीओएम की रिपोर्ट लगभग तैयार है और इसे जल्द ही जीएसटी परिषद को विचार के लिए प्रस्तुत किया जाएगा।
मेघालय के मुख्यमंत्री कोनराड संगमा की अध्यक्षता में मंत्रियों के समूह (जीओएम) ने इससे पहले जून में परिषद को अपनी रिपोर्ट सौंपी थी। हालांकि, परिषद ने जीओएम से अपनी रिपोर्ट पर दोबारा विचार करने को कहा था।
इसके बाद जीओएम ने अटॉर्नी जनरल से सुझाव लिए और ऑनलाइन गेमिंग उद्योग के हितधारकों से भी बात की।
Online Gaming: ऑनलाइन गेमिंग का मजा लेने वालों के लिए बुरी खबर है। ऑनलाइन गेम खेलना अब महंगा हो सकता है। सरकार ऑनलाइन गेमिंग पर 28 प्रतिशत जीएसटी लगा सकती है। राज्यों के वित्त मंत्रियों की समिति ऑनलाइन गेमिंग पर समान रूप से 28 प्रतिशत जीएसटी की सिफारिश कर सकती है। सूत्रों ने यह जानकारी देते हुए बताया कि समिति की सिफारिशें सभी ऑनलाइन गेम के लिए होंगी, फिर चाहें उनमें कौशल का इस्तेमाल होता हो या सिर्फ संयोग के आधार पर जीत-हार होती हो।
हालांकि, जिस राशि पर वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) लगाया जाएगा, उसकी गणना के लिए समिति एक संशोधित सूत्र का सुझाव दे सकती है।
फिलहाल ऑनलाइन गेमिंग पर 18 फीसदी जीएसटी लगता है। यह कर सकल आय पर लगाया जाता है, जो ऑनलाइन गेमिंग पोर्टल द्वारा लिया जाने वाला शुल्क है।
सूत्रों ने कहा कि जीओएम की रिपोर्ट लगभग तैयार है और इसे जल्द ही जीएसटी परिषद को विचार के लिए प्रस्तुत किया जाएगा।
मेघालय के मुख्यमंत्री कोनराड संगमा की अध्यक्षता में मंत्रियों के समूह (जीओएम) ने इससे पहले जून में परिषद को अपनी रिपोर्ट सौंपी थी। हालांकि, परिषद ने जीओएम से अपनी रिपोर्ट पर दोबारा विचार करने को कहा था।
इसके बाद जीओएम ने अटॉर्नी जनरल से सुझाव लिए और ऑनलाइन गेमिंग उद्योग के हितधारकों से भी बात की।