Post Office MIS vs LIC जीवन शांति, कौन-सी योजना देगी सबसे ज्यादा फायदा?

क्या आप सोच रहे हैं कि आपके लिए Post Office MIS सही है या LIC जीवन शांति योजना? तो यह आर्टिकल आपके लिए ही है। इस आर्टिकल में जानेंगे कि किस योजना में निवेश करना आपके लिए ज्यादा फायदेमंद है, मासिक आय और पेंशन के विकल्प कैसे काम करते हैं, टैक्स लाभ क्या हैं और कौन-सी योजना रिटायरमेंट या तुरंत मासिक...

MIS vs LIC
MIS vs LIC कौन बेस्ट?
locationभारत
userअसमीना
calendar11 Dec 2025 03:50 PM
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पोस्ट ऑफिस MIS बनाम LIC जीवन शांति: कौन-सी योजना आपके लिए बेहतर?

भारत में निवेश करने के कई तरीके हैं लेकिन जब बात सुरक्षित और भरोसेमंद विकल्प की आती है तो अधिकांश लोग Post Office की मासिक आय योजना (MIS) और LIC की जीवन शांति योजना की ओर आकर्षित होते हैं। दोनों ही योजनाएं सुरक्षा और नियमित आय देने के लिए लोकप्रिय हैं लेकिन इनकी प्रकृति और लाभ अलग-अलग हैं। यदि आप सोच रहे हैं कि आपके लिए कौन-सी योजना सही रहेगी तो आइए इसे आसान भाषा में समझते हैं।

LIC जीवन शांति योजना क्या है?

LIC की जीवन शांति एक सिंगल प्रीमियम पेंशन योजना है। इसका मतलब यह है कि आपको केवल एक बार निवेश करना होता है और तय अवधि के बाद आपको नियमित पेंशन मिलना शुरू हो जाती है। इस योजना में आप सिंगल लाइफ या ज्वाइंट लाइफ वार्षिकी चुन सकते हैं। सिंगल लाइफ विकल्प में पेंशन केवल आपके लिए होगी जबकि ज्वाइंट लाइफ में पति-पत्नी दोनों के लिए पेंशन सुनिश्चित होती है।

जीवन शांति योजना की सबसे बड़ी खासियत

इस योजना की सबसे बड़ी खासियत यह है कि पेंशन दरें पहले से तय होती हैं। यानी चाहे बाजार की स्थिति कैसी भी हो, आपकी पेंशन हर महीने या साल तय समय पर मिलती रहेगी। यही वजह है कि यह योजना रिटायरमेंट प्लानिंग करने वालों के बीच बहुत लोकप्रिय है। इसके अलावा, LIC जीवन शांति में निवेश पर आयकर धारा 80C के तहत टैक्स लाभ भी मिलता है।

पोस्ट ऑफिस MIS क्या है?

पोस्ट ऑफिस की मासिक आय योजना (POMIS) उन लोगों के लिए बनाई गई है जिन्हें हर महीने निश्चित आय चाहिए। इस योजना में वर्तमान में सालाना 7.4% का गारंटीड ब्याज मिलता है जिसे हर महीने वितरित किया जाता है। यह योजना कम निवेश से भी शुरू की जा सकती है। POMIS में आप सिंगल या ज्वाइंट अकाउंट खोल सकते हैं जिसमें अधिकतम तीन लोग शामिल हो सकते हैं। इसकी अवधि पांच साल की होती है और पूरे अवधि के बाद मूल राशि वापस मिल जाती है। यह योजना विशेष रूप से बुजुर्गों, गृहिणियों और छोटे निवेशकों के लिए आसान और भरोसेमंद विकल्प मानी जाती है।

दोनों योजनाओं में मुख्य अंतर

LIC जीवन शांति और POMIS में सबसे बड़ा अंतर यह है कि LIC जीवन शांति पेंशन आधारित योजना है जहां आय समय के साथ शुरू होती है। वहीं POMIS तुरंत मासिक आय देना शुरू कर देती है। LIC जीवन शांति में न्यूनतम निवेश 1.5 लाख रुपये है जबकि अधिकतम निवेश की कोई सीमा नहीं। इसके उलट, POMIS में अधिकतम सीमा निर्धारित है: सिंगल अकाउंट के लिए 9 लाख और ज्वाइंट अकाउंट के लिए 15 लाख रुपये। इसके अलावा LIC जीवन शांति पॉलिसी को कभी भी सरेंडर किया जा सकता है जबकि POMIS में जल्दी खाता बंद करने पर कुछ प्रतिशत कटौती होती है। टैक्स की बात करें तो LIC जीवन शांति पर 80C के तहत छूट मिलती है लेकिन POMIS पर कोई टैक्स लाभ नहीं है।

कौन-सी योजना आपके लिए सही है?

यदि आप रिटायरमेंट की योजना बना रहे हैं और चाहते हैं कि लंबे समय तक आपके और आपके परिवार के लिए नियमित पेंशन मिले, तो LIC जीवन शांति आपके लिए बेहतर विकल्प है। यह उनके लिए भी सही है जो भविष्य के लिए सुरक्षित और स्थिर आय चाहते हैं। वहीं, अगर आपकी प्राथमिकता तुरंत मासिक आय है और आप कम जोखिम लेना चाहते हैं तो POMIS आपके लिए सही रहेगा। यह योजना बुजुर्गों, गृहिणियों और छोटे निवेशकों के लिए आसान, भरोसेमंद और सुविधाजनक विकल्प है। दोनों ही योजनाएं सुरक्षित और भरोसेमंद हैं, लेकिन सही विकल्प आपकी जरूरत, निवेश क्षमता और आय की प्राथमिकताओं पर निर्भर करता है।


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LIC की इस चाइल्ड पॉलिसी ने मचाई धूम! संवर जाएगा बच्चों का भविष्य

LIC की अमृत बाल पॉलिसी बच्चों की पढ़ाई, करियर और शादी जैसे बड़े खर्चों को पूरा करने के लिए एक सुरक्षित और भरोसेमंद योजना है। यह नॉन-लिंक्ड और लॉन्ग-टर्म इंश्योरेंस पॉलिसी माता-पिता को बच्चे के भविष्य के लिए मजबूत फंड तैयार करने का मौका देती है।

अमृत बाल योजना
बच्चों के भविष्य के लिए क्यों है अमृत बाल योजना सबसे बेहतर
locationभारत
userअसमीना
calendar09 Dec 2025 02:17 PM
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हर माता-पिता के लिए आज के समय में बच्चों की शिक्षा, करियर और शादी जैसे बड़े खर्च चिंता का कारण बनते जा रहे हैं। बढ़ती स्कूल और कॉलेज फीस, कोचिंग और करियर की तैयारी का खर्च, आगे चलकर शादी की जरूरतें ये सब मिलकर एक बड़ा वित्तीय प्लानिंग चाहती हैं। ऐसे में LIC की ‘अमृत बाल’ पॉलिसी माता-पिता को एक सुरक्षित, भरोसेमंद और लंबी अवधि में अच्छा रिटर्न देने वाला समाधान प्रदान करती है।

अमृत बाल पॉलिसी क्या है?

LIC की यह नॉन-लिंक्ड लाइफ इंश्योरेंस पॉलिसी खास तौर पर बच्चों के भविष्य को ध्यान में रखकर बनाई गई है। इस योजना में माता-पिता अपने बच्चे के नाम पर एक दीर्घकालिक निवेश कर सकते हैं जिससे समय आने पर बच्चे की पढ़ाई, करियर या शादी जैसी जरूरतों को आसानी से पूरा किया जा सके। यह सुरक्षा और बचत दोनों को साथ देने वाली पॉलिसी है जिससे निवेश के साथ-साथ बीमा कवर भी मिलता है।

किस उम्र के लिए उपलब्ध है पॉलिसी?

यह पॉलिसी 30 दिन के छोटे बच्चे से लेकर 13 वर्ष तक की उम्र के बच्चों के लिए उपलब्ध है। इसका मैच्योरिटी टर्म 18 से 25 वर्ष तक रहता है । यह योजना बच्चों को उनके सबसे जरूरी समय पर आर्थिक रूप से मजबूत बनाने में मदद करती है।

कितना आसान है पॉलिसी खरीदना?

अमृत बाल पॉलिसी खरीदने की प्रक्रिया बेहद आसान है। आप इसे दो तरीकों से ले सकते हैं। पहला घर बैठे ऑनलाइन LIC की वेबसाइट के माध्यम से और दूसरा ऑफलाइन किसी भी LIC एजेंट की मदद से। ऑनलाइन खरीद पर समय-समय पर विशेष छूट और सुविधा भी मिल सकती है जिससे यह माता-पिता के लिए और भी आसान विकल्प बन जाता है।

बीमा राशि और प्रीमियम के विकल्प

इस पॉलिसी की न्यूनतम बीमा राशि 2 लाख रुपये है जबकि अधिकतम की कोई सीमा नहीं है। प्रीमियम जमा करने में भी कई विकल्प दिए गए हैं जैसे-मासिक, तिमाही, छमाही और वार्षिक। इसके अलावा सिंगल प्रीमियम और लिमिटेड प्रीमियम पेमेंट टर्म (5, 6 या 7 साल) भी उपलब्ध है।

पॉलिसी की खास सुविधाएं

अमृत बाल पॉलिसी में कई ऐसे फीचर्स शामिल हैं जो इसे और अधिक फायदेमंद बनाते हैं। सबसे बड़ा लाभ वेवर ऑफ प्रीमियम राइडर है। अगर माता-पिता के साथ कोई हादसा हो जाता है या मृत्यु हो जाती है तो आगे का प्रीमियम अपने आप माफ हो जाता है और पॉलिसी बिना रुके चलती रहती है। इसके साथ ही पॉलिसी पर हर साल गैरंटीड बोनस मिलता है जिससे मैच्योरिटी राशि और भी बढ़ जाती है। जरूरत पड़ने पर पॉलिसी पर लोन लेने की सुविधा भी उपलब्ध रहती है।

रिस्क कवर कैसे काम करता है?

अगर बच्चा 8 साल से कम उम्र का है तो पॉलिसी में रिस्क कवर दो साल बाद या पॉलिसी की सालगिरह पर शुरू होता है। इससे पहले माता-पिता के निवेश को सुरक्षित रखा जाता है। 8 साल से ज्यादा के बच्चों के लिए रिस्क कवर तुरंत शुरू हो जाता है जिससे बच्चे को हर समय सुरक्षा प्राप्त रहती है।

क्यों बच्चों के लिए सबसे खास मानी जाती है यह पॉलिसी?

अमृत बाल योजना बच्चों की लंबी अवधि की वित्तीय जरूरतों को पूरा करने के लिए एक भरोसेमंद विकल्प है। माता-पिता छोटे से निवेश के साथ शुरू कर सकते हैं और बच्चे के बड़े होने तक एक अच्छी-खासी राशि जमा हो जाती है। यह पॉलिसी बच्चों के महत्वपूर्ण पड़ाव स्कूल, कॉलेज, करियर और शादी सब को ध्यान में रखकर बनाई गई है ताकि माता-पिता वित्तीय तनाव से मुक्त रह सकें और बच्चों का भविष्य सुरक्षित हाथों में रह सके।


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बुजुर्गों के लिए बिहार सरकार की जबरदस्त योजनाएं, किसे मिलेगा सबसे ज्यादा लाभ?

बिहार पेंशन योजनाएं में बड़े बदलाव हुए हैं जिनका सीधा लाभ बुजुर्गों, दिव्यांगजनों और विधवा महिलाओं को मिल रहा है। इस आर्टिकल में मुख्यमंत्री वृद्धजन पेंशन, दिव्यांग पेंशन, विधवा पेंशन, IGNOAPS, IGNDPS, SSPMIS स्टेटस, e-Labharthi अपडेट, आयुष्मान कार्ड और सभी नई पेंशन राशि की स्पष्ट जानकारी दी गई है।

बिहार सरकार की बुजुर्गों के लिए स्कीम
बुजुर्गों के लिए बिहार सरकार की योजनाएं
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userअसमीना
calendar06 Dec 2025 03:02 PM
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बिहार सरकार ने 2025 में पेंशन योजनाओं में कई बड़े बदलाव किए हैं जिससे लाखों बुजुर्ग, दिव्यांग और विधवा महिलाओं को सीधा लाभ मिल रहा है। इस आर्टिकल में आपको हर पेंशन योजना की पूरी जानकारी छोटे-छोटे पैराग्राफ में, आसान भाषा में मिलेगी ताकि किसी भी पाठक को एक भी बात समझने में मुश्किल न हो। बिहार सरकार ने 2025 में पेंशन योजनाओं में कई बड़े बदलाव किए हैं जिनका सीधा लाभ लाखों बुजुर्गों, दिव्यांगजनों और विधवा महिलाओं को मिल रहा है। बिहार सरकार लगातार कोशिश कर रही है कि राज्य के हर पात्र नागरिक को समय पर पेंशन मिले और किसी को भी आर्थिक तंगी का सामना न करना पड़े। इसी प्रयास में बिहार सरकार ने इस साल पेंशन राशि बढ़ाकर ₹1100 प्रति माह कर दी है जिससे आम लोगों को बड़ी राहत मिली है।

मुख्यमंत्री वृद्धजन पेंशन योजना (MVPY)

मुख्यमंत्री वृद्धजन पेंशन योजना (MVPY) बिहार की सबसे लोकप्रिय बुजुर्ग पेंशन योजना है। इसमें 60+ उम्र के सभी स्थायी निवासी जो किसी अन्य सरकारी पेंशन का लाभ नहीं ले रहे उन्हें ₹1100 प्रति माह पेंशन दी जाती है।

कैसे आवेदन करें?

SSPMIS वेबसाइट, e-Labharthi पोर्टल, CSC, पंचायत या ब्लॉक ऑफिस से आसानी से आवेदन किया जा सकता है।

इंदिरा गांधी राष्ट्रीय वृद्धावस्था पेंशन (IGNOAPS)

इंदिरा गांधी राष्ट्रीय वृद्धावस्था पेंशन केंद्र सरकार की योजना है जिसे बिहार सामाजिक कल्याण विभाग लागू करता है। इसमें 60+ उम्र के गरीब/BPL श्रेणी के बुजुर्गों को लगभग ₹1100 प्रति माह दिया जाता है। ध्यान रहे MVPY और IGNOAPS में से किसी एक का ही लाभ मिलता है।

बिहार राज्य दिव्यांग पेंशन योजना

इस योजना का लाभ 40% या उससे अधिक दिव्यांगता वाले बिहार निवासियों को मिलता है। उम्र की कोई पाबंदी नहीं है। 2025 अपडेट के बाद पेंशन राशि बढ़ाकर ₹1100 प्रति माह कर दी गई है। आवेदन करने के लिए दिव्यांगता प्रमाणपत्र, आधार और बैंक खाता जरूरी है।

इंदिरा गांधी राष्ट्रीय दिव्यांग पेंशन (IGNDPS)

यह योजना विशेष रूप से 80%+ दिव्यांगता वाले BPL परिवारों के लिए है। राशि राज्य सरकार के योगदान के बाद लगभग ₹1100 प्रति माह हो गई है। आवेदन e-Labharthi, SSPMIS पोर्टल या ब्लॉक कार्यालय से किया जा सकता है।

लक्ष्मीबाई सामाजिक सुरक्षा पेंशन (विधवा पेंशन)

18+ उम्र की ऐसी महिलाएं जो विधवा हैं और जिनकी सालाना आय ₹60,000 से कम है उन्हें इस योजना में पेंशन मिलती है। पहले राशि ₹400 थी लेकिन अब कई जिलों में इसे भी बढ़ाकर ₹1100 प्रति माह किया जा रहा है। आवेदन CSC या ब्लॉक सामाजिक सुरक्षा कार्यालय के माध्यम से होता है।

इंदिरा गांधी राष्ट्रीय विधवा पेंशन (IGNWPS)

यह BPL श्रेणी की 40–59 वर्ष की विधवा महिलाओं के लिए है। 2025 में राज्य सरकार द्वारा राशि बढ़ाए जाने के बाद इसे भी लगभग ₹1100 प्रति माह दिया जा रहा है। आवेदन प्रक्रिया ऑनलाइन (SSPMIS) और ऑफलाइन दोनों उपलब्ध है।

आयुष्मान भारत PM-JAY + वय वंदना कार्ड

गरीब परिवारों को आयुष्मान भारत योजना के तहत ₹5 लाख तक का कैशलेस इलाज मिलता है। 70+ उम्र के बुज़ुर्गों के लिए बिहार सरकार वय वंदना कार्ड जारी कर रही है जिससे इलाज करवाना और भी आसान हो जाता है। कार्ड CSC, कैंप या जिला स्वास्थ्य सोसाइटी से बनवाया जाता है।

रिटायर्ड सरकारी कर्मचारियों के लिए मेडिकल रिइम्बर्समेंट

यह पेंशन नहीं, बल्कि सरकारी रिटायरीज के लिए बड़ी राहत है। बिहार सरकार ने 2025 में मेडिकल बिल पास करने की प्रक्रिया आसान कर दी है। अब ₹1 लाख तक के बिल निचले स्तर के अधिकारी भी स्वीकृत कर सकते हैं। साथ ही अस्पतालों में इलाज पर पहले से मेडिकल भत्ता और रिइम्बर्समेंट की सुविधा जारी है।

रिटायरमेंट के बाद समूह बीमा की राशि

सेवा के दौरान कर्मचारियों द्वारा दिए गए समूह बीमा/बचत के योगदान को रिटायरमेंट पर ब्याज सहित वापस किया जाता है। यह रिटायरमेंट के बाद मिलने वाला महत्वपूर्ण आर्थिक सहयोग है। क्लेम फॉर्म संबंधित विभाग या ट्रेजरी में जमा किया जाता है।

मुख्यमंत्री दिव्यांगजन सशक्तिकरण योजना (संबल)

यह 18–60 वर्ष के 40%+ दिव्यांग लोगों के लिए है। इस योजना में सरकार ₹2 लाख तक का लोन, ट्रेनिंग, स्कॉलरशिप और अन्य सहायता देती है ताकि दिव्यांगजन आत्मनिर्भर बन सकें। आवेदन जिला दिव्यांगजन सशक्तिकरण कार्यालय या ऑनलाइन पोर्टल से किया जाता है।