किसानों के खाते में आने वाला है बड़ा बदलाव! जानें पूरी डिटेल

PM किसान सम्मान निधि योजना 2026 से जुड़ी बड़ी अपडेट सामने आई है। क्या बजट 2026 में किसानों को मिलने वाली ₹6000 की राशि बढ़ेगी? अगर आपके दिमाग में भी ये सवाल आता है तो यह खबर आपके बेहद काम आने वाली है। चलिए जानते हैं अगली किस्त की तारीख, पात्रता, eKYC और लेटेस्ट PM किसान अपडेट पूरी जानकारी।

PM किसान योजना
PM किसान योजना की अगली किस्त पर बड़ा अपडेट
locationभारत
userअसमीना
calendar25 Dec 2025 02:19 PM
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प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना देश के करोड़ों किसानों के लिए आर्थिक सहारा बनी हुई है। महंगाई, खेती की बढ़ती लागत और बदलते मौसम के बीच यह योजना किसानों को सीधी राहत देती है। अब जब बजट 2026 नजदीक आ रहा है तो किसानों के मन में सबसे बड़ा सवाल यही है क्या PM किसान योजना की राशि बढ़ेगी? इसी सवाल का जवाब जानने के लिए देशभर के किसान 1 फरवरी 2026 का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।

क्या है PM किसान सम्मान निधि योजना?

PM किसान योजना भारत सरकार द्वारा शुरू की गई एक केंद्रीय योजना है जिसका उद्देश्य छोटे और सीमांत किसानों को आर्थिक मदद देना है। इस योजना के तहत पात्र किसानों को हर साल कुल 6,000 रुपये दिए जाते हैं। यह राशि सीधे किसानों के बैंक खाते में DBT (Direct Benefit Transfer) के जरिए भेजी जाती है जिससे किसी भी तरह की गड़बड़ी की गुंजाइश नहीं रहती।

साल में कितनी किस्तें मिलती हैं किसानों को?

PM किसान योजना के तहत किसानों को साल में तीन बराबर किस्तों में पैसा मिलता है। पहली किस्त में ₹2,000, दूसरी किस्त में ₹2,000 और तीसरी किस्त में ₹2,000 मिलते हैं। इस तरह कुल मिलाकर किसानों को सालाना ₹6,000 की सहायता मिलती है। इस पैसे का उपयोग किसान बीज, खाद, कीटनाशक और अन्य कृषि जरूरतों के लिए करते हैं।

बजट 2026 में क्या बढ़ सकती है PM किसान योजना की राशि?

अब सबसे बड़ा सवाल यही है कि बजट 2026 में PM किसान योजना की राशि बढ़ेगी या नहीं? सूत्रों और चर्चाओं के अनुसार, सरकार इस योजना के तहत दी जाने वाली सालाना राशि को ₹10,000 या ₹12,000 तक बढ़ा सकती है। हालांकि, सरकार की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है। इस पर अंतिम फैसला 1 फरवरी 2026 को बजट पेश होने के दिन ही सामने आएगा। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण अपने बजट भाषण में इस बारे में कोई बड़ा ऐलान कर सकती हैं।

PM किसान योजना की अगली किस्त कब आएगी?

किसानों के लिए राहत की बात यह है कि PM किसान योजना की अगली किस्त जल्द ही जारी होने वाली है। जिन किसानों ने eKYC, बैंक खाता और भूमि रिकॉर्ड सही से अपडेट कर रखे हैं उनके खातों में समय पर पैसा ट्रांसफर किया जाएगा। यह किस्त किसानों को रबी और खरीफ सीजन की तैयारियों में मदद करेगी, जिससे खेती और घरेलू खर्च दोनों आसानी से पूरे हो सकें।

किसानों की समस्याओं पर भी सरकार का ध्यान

सरकार सिर्फ आर्थिक मदद ही नहीं दे रही बल्कि किसानों की समस्याओं, सुझावों और जरूरतों पर भी ध्यान दिया जा रहा है। PM किसान योजना के जरिए किसानों और सरकार के बीच भरोसा मजबूत हुआ है। इससे न सिर्फ किसानों का मनौबल बढ़ा है बल्कि कृषि क्षेत्र को भी मजबूती मिली है।

किसानों की उम्मीदें और बजट 2026

बजट 2026 को लेकर किसानों में उत्साह भी है और इंतजार भी। अगर PM किसान योजना की राशि बढ़ती है, तो इससे किसानों को बड़ी राहत मिलेगी। बढ़ी हुई किस्त से किसान बेहतर खेती कर पाएंगे और आर्थिक दबाव भी कम होगा।

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locationभारत
userअसमीना
calendar24 Dec 2025 01:03 PM
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उत्तर प्रदेश के किसानों के लिए एक बड़ी खुशखबरी सामने आई है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार ने उत्तर प्रदेश के किसानों की आर्थिक स्थिति को मजबूत करने के लिए मुख्यमंत्री कृषक समृद्धि योजना के तहत मिलने वाले लोन की ब्याज दर में बड़ी कटौती कर दी है। अब प्रदेश के लघु और सीमांत किसान महज 6% ब्याज दर पर कृषि लोन ले सकेंगे। जहां पहले किसानों को इस योजना के तहत 11 से 11.5 प्रतिशत तक ब्याज देना पड़ता था वहीं अब सरकार के इस फैसले से किसानों को सीधा लाभ मिलेगा और खेती से जुड़े काम आसान हो जाएंगे।

उत्तर प्रदेश सरकार चला रही कई योजनाएं

उत्तर प्रदेश सरकार पहले से ही पीएम किसान सम्मान निधि, पीएम फसल बीमा योजना जैसी केंद्र सरकार की योजनाओं के साथ-साथ कई राज्य स्तरीय योजनाएं चला रही है। मुख्यमंत्री कृषक समृद्धि योजना भी इन्हीं में से एक है जिसका मकसद किसानों को खेती, पशुपालन, डेयरी और अन्य कृषि गतिविधियों के लिए सस्ता और आसान लोन उपलब्ध कराना है। 21 दिसंबर 2025 को लखनऊ में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने इस योजना के तहत ब्याज दर घटाने का ऐलान किया जिससे नए साल 2026 से पहले किसानों को बड़ी राहत मिली है।

15 साल तक का ले सकते हैं लोन

मुख्यमंत्री कृषक समृद्धि योजना के तहत किसान 3 साल से लेकर 15 साल तक की अवधि के लिए लोन ले सकते हैं। यह लोन उत्तर प्रदेश सहकारी ग्राम विकास बैंक लिमिटेड के माध्यम से दिया जाता है। किसान बैंक की आधिकारिक वेबसाइट upsgvb.in के जरिए भी योजना की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। इस योजना का लाभ वही किसान उठा सकते हैं जो सरकारी रिकॉर्ड में रजिस्टर्ड हों। यदि किसी किसान ने अभी तक अपनी फार्मर आईडी नहीं बनवाई है तो उन्हें पहले किसान पंजीकरण कराना जरूरी होगा तभी लोन की प्रक्रिया आगे बढ़ पाएगी।

किसलिए मिलता है लोन?

इस योजना के तहत किसानों को कई तरह के कृषि और ग्रामीण कार्यों के लिए लोन मिलता है। इसमें लघु सिंचाई, कृषि यंत्रीकरण, मधुमक्खी पालन, डेयरी, पशुपालन, पोल्ट्री, मत्स्य पालन, हॉर्टीकल्चर और ग्रामीण आवास जैसी योजनाएं शामिल हैं। इसके अलावा कुछ गैर-कृषि क्षेत्रों से जुड़ी योजनाओं के लिए भी लोन दिया जाता है। खास बात यह है कि महिला किसानों को इस योजना में अतिरिक्त लाभ दिया जाता है और उन्हें ब्याज दर में 1 प्रतिशत की अतिरिक्त छूट मिलती है जिससे उनका लोन और भी सस्ता हो जाता है।

मुख्यमंत्री कृषक समृद्धि योजना के लिए कैसे करें आवेदन?

अगर आवेदन प्रक्रिया की बात करें तो किसान को सबसे पहले अपने नजदीकी सहकारी बैंक की शाखा में जाकर लोन का आवेदन फॉर्म लेना होता है। इस फॉर्म की कीमत 200 रुपये होती है। फॉर्म में किसान को अपनी फोटो लगाकर सभी जरूरी जानकारी सही-सही भरनी होती है और लेटेस्ट खसरा-खतौनी सहित आवश्यक दस्तावेज जमा करने होते हैं। फॉर्म जमा करते समय किसान से 3 रुपये की सदस्यता फीस ली जाती है और 100 रुपये एडवांस अंशधन के रूप में जमा कराए जाते हैं।

किसानों को जमा करना होता है 6 प्रतिशत अंशधन

इसके बाद बैंक अधिकारी किसान के आवेदन की जांच करते हैं और प्रस्तावित प्रोजेक्ट का अप्रेजल किया जाता है। यदि सभी दस्तावेज सही पाए जाते हैं तो लोन की राशि मंजूर कर दी जाती है और स्वीकृति पत्र जारी किया जाता है। लघु और सीमांत किसानों को लोन राशि का 5 प्रतिशत और अन्य किसानों को 6 प्रतिशत अंशधन जमा करना होता है। उदाहरण के तौर पर यदि कोई किसान 1 लाख रुपये का लोन लेता है, तो उसे 5 हजार रुपये अंशधन के रूप में जमा करने होंगे। इसके साथ ही प्रशासनिक शुल्क भी लिया जाता है जिसमें लघु और सीमांत किसानों से लोन राशि का 0.5 प्रतिशत या अधिकतम 1000 रुपये लिए जाते हैं जबकि अन्य किसानों को 1 प्रतिशत या अधिकतम 2000 रुपये देने होते हैं। लोन के लिए दो गवाहों की भी आवश्यकता होती है।

मुख्यमंत्री कृषक समृद्धि योजना के लिए जरूरी दस्तावेज

दस्तावेजों की बात करें तो किसान के पास भरा हुआ आवेदन फॉर्म, वर्तमान फसल वर्ष की खसरा-खतौनी या किसान बही, दो लेटेस्ट पासपोर्ट साइज फोटो, आधार कार्ड, राशन कार्ड और केवाईसी फॉर्म होना जरूरी है। केवाईसी फॉर्म बैंक शाखा से ही उपलब्ध कराया जाता है। खास बात यह है कि किसान केवल खेत ही नहीं, बल्कि दूसरे भवन, जमीन या दुकान के आधार पर भी इस योजना के तहत लोन ले सकता है।

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किसानों के लिए बड़ी खबर
locationभारत
userअसमीना
calendar24 Dec 2025 12:48 PM
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राजस्थान के किसानों के लिए मुख्यमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की पांचवीं किस्त को लेकर चर्चाएं लगातार तेज हो रही हैं। लाखों किसान बेसब्री से 1000 रुपये की अगली किस्त का इंतजार कर रहे हैं लेकिन इसी बीच चिंताजनक खबर सामने आई है। कहा जा रहा है कि इस बार किसानों को यह राशि नहीं मिलेगी इसके अलावा लाभार्थियों की संख्या में बड़ी कटौती होने की सम्भावना है। 

क्या है मुख्यमंत्री किसान सम्मान निधि योजना?

किसानों को राजस्थान सरकार द्वारा चलाई जा रही मुख्यमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत सालाना कुल 9000 रुपये की आर्थिक सहायता दी जाती है। इसमें से 6000 रुपये केंद्र सरकार की पीएम किसान सम्मान निधि योजना के अंतर्गत 2000-2000 रुपये की तीन किस्तों में मिलते हैं जबकि राज्य सरकार की ओर से 3000 रुपये मुख्यमंत्री किसान सम्मान निधि के रूप में 1000-1000 रुपये की तीन किस्तों में दिए जाते हैं। यह योजना छोटे और सीमांत किसानों के लिए बड़ी राहत मानी जाती है।

लाखों किसानों के खाते में ट्रांसफर हुए थे 1000

अगर पिछली यानी चौथी किस्त की बात करें, तो राजस्थान में करीब 74 लाख किसानों के खातों में 1000 रुपये ट्रांसफर किए गए थे। लेकिन अब जो जानकारी सामने आ रही है उसके अनुसार पांचवीं किस्त में यह संख्या घटकर लगभग 65 लाख किसानों तक सीमित हो सकती है। हालांकि सरकार की ओर से अभी तक इसे लेकर कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है लेकिन प्रशासनिक स्तर पर सत्यापन और डेटा जांच के चलते ऐसा माना जा रहा है कि लाभार्थियों की संख्या कम होगी।

लाभार्थी सूची में किसका नाम नहीं?

दरअसल, हाल ही में पीएम किसान सम्मान निधि योजना की 21वीं किस्त के दौरान पूरे देश में लाखों किसानों के नाम लिस्ट से हटाए गए हैं। इसका कारण ई-केवाईसी अधूरी होना, जमीन रिकॉर्ड में गड़बड़ी, पात्रता मानकों का पूरा न होना या बैंक खाते से जुड़ी समस्याएं बताई जा रही हैं। इसी प्रक्रिया का असर अब राजस्थान की मुख्यमंत्री किसान सम्मान निधि योजना पर भी देखने को मिल सकता है। जिन किसानों की जानकारी अपडेट नहीं है उनका नाम इस बार लाभार्थी सूची में नहीं आ सकता।

किसानों के खाते में पैसे आए या नहीं

काफी किसानों को उम्मीद थी कि 23 दिसंबर को मुख्यमंत्री किसान सम्मान निधि की पांचवीं किस्त उनके खाते में ट्रांसफर कर दी जाएगी। वजह यह थी कि आज मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा चित्तौड़गढ़ में किसान सम्मेलन में हिस्सा लेने जा रहे हैं और इस कार्यक्रम में कई योजनाओं के तहत राशि ट्रांसफर की जानी है। पहले कार्यक्रम में सीएम किसान सम्मान निधि की किस्त जारी करने की संभावना जताई जा रही थी लेकिन बाद में जारी किए गए संशोधित कार्यक्रम में इस योजना का कोई जिक्र नहीं है। इसका साफ मतलब है कि आज किसानों के खाते में 1000 रुपये नहीं आने वाले हैं।

जरूर चेक करें पात्रता

अब सवाल यह उठता है कि किसानों को आगे क्या करना चाहिए। जिन किसानों को पिछली किस्त का लाभ मिला था उन्हें भी इस बार अपनी पात्रता की जांच जरूर कर लेनी चाहिए। ई-केवाईसी, भूमि रिकॉर्ड और बैंक खाते की जानकारी सही और अपडेट होना बेहद जरूरी है। अगर इनमें से किसी भी स्तर पर गड़बड़ी है तो नाम लिस्ट से कट सकता है और पैसा अटक सकता है।

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