अंजना भागी
Special : कौन कहता है बेटियां बेटों से कम हैं। आसमान में हवाई जहाज उड़ाने से लेकर विभिन्न क्षेत्रों में बेटियां आज शिखर पर हैं। ऐसी ही हमारी बेटी भक्ति शर्मा (Bhakti Sharma) है। जिसने सबसे कम उम्र में तेनजिंग नोर्गे राष्ट्रीय साहसिक पुरस्कार (National Adventure Awards) जीत संपूर्ण विश्व की महिलाओं को गौरवान्वित किया है।
भक्ति का जन्म 30 नवंबर 1989 को मुंबई में हुआ था और परवरिश उदयपुर, राजस्थान में हुई। भक्ति ने ढाई साल की उम्र से ही तैराकी का अभ्यास शुरू कर दिया था। कई राज्यों और जिला स्तर की प्रतियोगिताओं में प्रतिस्पर्धा जीतने के बाद से ही उन्होंने सबसे पहले खुले पानी में तैरना शुरू कर दिया था। उन्होंने वर्ष 2003 में गेटवे ऑफ इंडिया के ओपन बंदरगाह से 16 किमी लंबी तैराकी की और फिर आगे ही बढ़ती ही चली गई। भक्ति ने 10 वर्ष के इस छोटे से तैराकी कैरियर में बहुत ही सराहनीय कार्य कर मील के पत्थर स्थापित किए हैं। जैसे 6 जुलाई 2006 को मात्र 16 वर्ष की आयु में 13 घंटे और 55 मिनट में शेक्सपियर बीच डोवर इंग्लैंड से फ्रांस के कलैस तक इंग्लिश चैनल को पार किया तथा ज्यूरिख झील में तैराकी प्रतिस्पर्धा जीती। शिक्षा में भी पीछे नहीं रही। उन्होंने प्रबंधन से मास्टर डिग्री सिम्बायोसिस अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालय से ली। आज वह एक इंडियन ओपन वॉटर स्विमर हैं।
भक्ति अंटार्कटिक जल में खुली तैराकी में रिकॉर्ड स्थापित करने वाली पहली एशियाई महिला हैं और दुनिया की सबसे कम उम्र की महिला हैं। जिन्होंने ने 41.14 मिनट में 1 डिग्री सेंमी में (34 एस्न) के तापमान पर 1.4 मील (2.3 किमी) तैरकर लिन कॉक्स (यूएसए) और लुईस पुघ (ग्रेट ब्रिटेन) के रिकॉर्ड को तोड़ दिया । भक्ति शर्मा (Bhakti Sharma) आठ अन्य समुद्रों और चैनलों में तैरने के अलावा दुनिया के सभी पांच महासागरों में भी तैर चुकी हैं। उन्हें 2010 में तेनजिंग नोर्गे राष्ट्रीय साहसिक पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।
वर्तमान में ये भारत का नाम पूरी दुनिया मे और ऊंचाइयों पर ले जाने की आकांक्षा रखती हैं। चेतना मंच (Chetna Manch) परिवार की और से आपको जन्मदिन की बहुत-बहुत बधाईयां (Many many happy returns of the day)।