तुस्याना भूमि कांड : अब कैलाश भाटी हाईकोर्ट की शरण में

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Tusiyana Land scam
locationभारत
userचेतना मंच
calendar03 Dec 2022 05:26 PM
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Tusyana land case: प्रयागराज / ग्रेटर नोएडा। करोड़ों रुपए के तुस्याना भूमि घोटाले के मामले में जेल में बंद भाजपा MLC के भाई कैलाश भाटी ने अपने वकीलों के जरिए प्रयागराज हाई कोर्ट में जमानत के लिए अर्ज़ी दाखिल की है। इस जमानत याचिका पर सुनवाई के लिए फिलहाल कोई तारीख मुकर्रर नहीं हुई है।

Tusyana land case

गौरतलब है कि ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के अधिसूचित क्षेत्र में आने वाले तुस्याना गांव की 175 बीघा सरकारी जमीन को सांठगांठ कर प्राधिकरण को एक्वायर कराया गया और इसके बदले में मिलने वाली मुआवजे की मोटी रकम को आरोपियों ने डकार लिया। सिंडिकेट इतना मजबूत था कि किसानों को अधिकृत जमीन के बदले मिलने वाली 6% विकसित भूमि के प्लॉट भी माफियाओं ने अपने प्रभाव के दम पर व्यवसायिक स्थलों पर अलॉट करा लिए। जिस समय इन भूखंडों का अलॉटमेंट हुआ उस समय कैलाश भाटी ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण में प्रबंधक के पद पर तैनात था। उसी के हस्ताक्षर के जरिए इन 6% के भूखंडों की रजिस्ट्री आरोपियों के नाम हुई थी।

इस मामले का भंडाफोड़ होने के बाद सरकार ने एक विशेष जांच कमेटी SIT गठित की। जिसने तथ्यों के आधार पर जांच करते हुए कैलाश भाटी और उसके दो सहयोगियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया तीनों आरोपी जिला कारागार गौतम बुध नगर मैं बंद है।

जिला अदालत से कैलाश भाटी की जमानत याचिका नामंजूर कर दी गई थी। अब कल दो दिसंबर को कैलाश भाटी ने अपने वकीलों के जरिए प्रयागराज हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया हैl उनके वकीलों ने जमानत याचिका दायर कर दी हैl लेकिन अभी सुनवाई की तारीख मुकर्रर नहीं हुई है । कैलाश भाटी भारतीय जनता पार्टी के विधान परिषद सदस्य नरेंद्र भाटी का भाई है।

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UP Political News : आजम खां ने मुसलमानों के प्यार को गुलामी समझा : सक्सेना

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UP Political News : Azam Khan considered the love of Muslims as slavery: Saxena
locationभारत
userचेतना मंच
calendar02 Dec 2025 05:08 AM
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  UP Political News : रामपुर रामपुर सदर विधानसभा उपचुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के उम्मीदवार आकाश सक्सेना का कहना है समाजवादी पार्टी (सपा) के नेता आजम खां ने मुसलमानों को ‘‘भाजपा का डर दिखाकर’’ उनसे उनका सबकुछ छीनने की कोशिश की और उनके प्यार को ‘‘गुलामी’’ समझा।

UP Political News :

  उन्होंने कहा कि रामपुर के मुसलमान अब हिंदू-मुस्लिम का मुद्दा छोड़कर उज्ज्वल भविष्य की तरफ देख रहे हैं और इस बार वे नया इतिहास रचने का मन बना चुके हैं। सक्सेना ने कहा कि रामपुर से 10 बार विधायक रह चुके आजम खां ने यहां के मुसलमानों के प्यार को ‘‘गुलामी’’ समझा और यह उपचुनाव मुस्लिमों के लिए उस दासता को उतार फेंकने का सुनहरा मौका है। उन्होंने कहा, "रामपुर के मुसलमानों के प्यार को आजम खां ने गुलामी समझा और उसे इस कदर आगे ले गए कि उन्होंने खुद दूसरा नवाब बनने की कोशिश की। खां ने मुसलमानों को भाजपा का डर दिखाकर उनसे उनका सबकुछ छीनने की कोशिश की और उन्हें राजनीतिक रूप से अपना गुलाम बनाने पर ही पूरा ध्यान लगाया। नतीजा यह हुआ कि रामपुर का कारोबार चौपट हो गया और मुस्लिम नौजवानों का भविष्य अधर में लटका रहा।" सक्सेना ने कहा, "जहां तक रामपुर के मुसलमानों की बात है तो अब वे आजम खां के हिंदू-मुस्लिम के मुद्दे को छोड़कर उद्योग और रोजगार की बात कर रहे हैं। जिस तरह से युवा साथियों का समर्थन मिल रहा है उससे यह साबित होता है कि यहां का मुसलमान इतिहास रचने का मन बना चुका है। रामपुर का परिणाम ऐतिहासिक होगा और यह देश की दिशा और दशा तय करेगा।" सक्सेना ने कहा, "रामपुर एक जमाने में उद्योगों के मामले में प्रदेश में दूसरे स्थान पर आता था। हम रामपुर को वही दर्जा वापस दिलाएंगे। रामपुर को एक उद्योग नगरी के तौर पर विकसित किया जाएगा। मुसलमानों को भी रोजगार चाहिए, भविष्य की उम्मीदें चाहिए। रामपुर का यह उपचुनाव मुसलमानों के पास एक सुनहरा मौका है कि वे दासता के चोले को उतार फेंकें और भाजपा की अगुवाई में एक नए भविष्य की तरफ आगे बढ़ें।" गौरतलब है कि रामपुर सदर विधानसभा सीट नफरत भरा भाषण देने के मामले में आजम खां को तीन साल की सजा सुनाए जाने के बाद उनकी विधानसभा सदस्यता खत्म किए जाने के चलते खाली हुई है। इस सीट पर उपचुनाव के तहत आगामी पांच दिसंबर को मतदान होगा और परिणाम की घोषणा आठ दिसंबर को होगी। सपा ने इस सीट पर आजम खां के करीबी आसिम राजा को टिकट दिया है जबकि भाजपा ने आकाश सक्सेना को उम्मीदवार बनाया है। रामपुर विधानसभा क्षेत्र मुस्लिम बहुल इलाका है जहां मुसलमान मतदाता लगभग 60 प्रतिशत हैं। साथ छोड़कर गए मुस्लिम साथियों के भाजपा के यहां पोछा लगाने संबंधी आजम खां के बयान पर तल्ख टिप्पणी करते हुए भाजपा प्रत्याशी ने कहा, "आजम खां सिर्फ अपने अब्दुल की फिक्र करें। पोछा लगाने की बात कहकर उन्होंने अपनी मंशा बता दी कि उनकी नजर में अब्दुल की क्या हैसियत है। हमारे यहां अब्दुल की क्या इज्जत है उसका जवाब हम आने वाले वक्त में दे देंगे। वह हमारे अब्दुल की फिक्र न करें।" आजम खां ने गत 28 नवंबर को रामपुर के नालापार क्षेत्र में एक चुनावी रैली में कहा था कि कुछ लोग अब्दुल (मुस्लिम समाज) अब चुनावी सभाओं में दरी नहीं बिछाएगा की बात कहकर भाजपा में शामिल हो गए हैं लेकिन आठ दिसंबर को उपचुनाव का नतीजा घोषित होने के बाद यह अब्दुल भाजपा के यहां पोछा लगाएगा। आजम खां पर तंज करते हुए सक्सेना ने कहा, "वह जो कर रहे हैं सब उनका ‘रिकॉर्डेड स्टेटमेंट’ है। सबकुछ ‘स्क्रिप्टेड’ है। हर चुनाव में उनका यही रिकॉर्ड बजने लगता है। रामपुर में पिछले पांच साल में लगभग पांच चुनाव हुए हैं और हर चुनाव में आजम खां का यही काम रहा है लेकिन अब लोग उनकी बातों में नहीं आने वाले।" सक्सेना ने कहा, "रामपुर की जनता ने आजम खां को 50 साल दिए हैं, मुझे सिर्फ 50 महीने देकर देखे। अगर वह मेरे काम से संतुष्ट नहीं होगी तो अगले विधानसभा चुनाव में मुझे हरा दे। मुझे कोई शिकायत नहीं होगी।" आकाश सक्सेना के पिता शिव बहादुर सक्सेना रामपुर की स्वार सीट से चार बार भाजपा के विधायक रह चुके हैं। वह प्रदेश के गन्ना मंत्री भी रहे थे। उन्हें पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह का करीबी माना जाता था। पसमांदा मुसलमानों पर भाजपा की निगाह से जुड़े एक सवाल पर सक्सेना ने कहा कि रामपुर में बहुत बड़ी आबादी पठान मतदाताओं की है और पसमांदा वह वर्ग है जिसे कोई महत्व नहीं देता था। सक्सेना ने कहा कि रामपुर की बदकिस्मती देखिए कि ढाई लाख पठान होने के बाद भी आज उनकी बहुत बड़ी आबादी आर्थिक रूप से पिछड़े की श्रेणी में आती है। उन्होंने कहा कि रामपुर के ज्यादातर पिछड़े मुसलमान पिछले लगभग चार दशक तक आजम खां के साथ रहे लेकिन बदले में उन्हें सम्मान तक नहीं मिला। उन्होंने भाजपा के ‘सबका साथ, सबका विकास’ के नारे को दोहराते हुए कहा, ‘‘मुसलमानों का सम्मान भाजपा के शासन में ही महफूज है।’’

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MP News मप्र के बालाघाट में बाघ के हमले में महिला की मौत

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locationभारत
userचेतना मंच
calendar03 Dec 2022 05:16 PM
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MP News: मध्य प्रदेश के बालाघाट जिले में बाघ के हमले में खेत में काम कर रही एक महिला की मौत हो गई। यह जानकारी एक अधिकारी ने दी।

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वन विभाग के अनुविभागीय अधिकारी बी आर सिरसाम ने कहा कि यह घटना शुक्रवार दोपहर वारा सिवनी वन परिक्षेत्र अंतर्गत नंदगांव में हुई। उन्होंने कहा कि मृतक महिला की पहचान 25 वर्षीय लक्ष्मी उइके के तौर पर हुई है। उन्होंने बताया कि घटना के समय वह खेत पर काम कर रही थी। उन्होंने बताया कि महिला पर हमले के बाद वहां मौजूद लोगों के शोर मचाने पर बाघ मृतक का शव छोड़कर जंगल में लौट गया। उन्होंने बताया कि शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। उन्होंने कहा कि ग्रामीणों से जंगल के पास नहीं जाने के लिए कहा गया है। नंद गांव के सरपंच विजय सहारा ने बताया कि बाघ पिछले एक माह से जंगल के आसपास के गांवों में घूम रहा है।

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