Kanpur Fire Accident : यूपी के कानपुर की कपड़ा बाजार में लगी आग पर अग्निशमन विभाग पांचवें दिन काबू पा सका। गैर जनपदों से मंगाई गईं अग्निशमन की करीब 30 गाड़ियों को वापस भेज दिया गया। घटनास्थल पर तैनात भारी भरकम फोर्स की संख्या भी घटा दी गई। हालांकि एनडीआरएफ और एसडीआरएफ को अभी रिलीव नहीं किया गया है। यूं तो अग्निकांड की आग अब काबू में है, लेकिन एआर कॉम्प्लेक्स और हमराज कॉम्प्लेक्स के कुछ हिस्सों से लगातार धुआं निकल रहा है, लेकिन लपटें नहीं हैं। ऐसे में दमकल की 10 गाड़ियां अब भी तैनात हैं।
Kanpur Fire Accident :
बुलानी पड़ीं तीन हाइड्रोलिक मशीनें
आग बुझाने में जब जिले के नौ फायर स्टेशनों से मंगाए गई करीब 30 फायर गाड़ियां भी नाकाम होने लगीं, तो पुलिस कमिश्नर ने लखनऊ, उन्नाव, हमीरपुर, फतेहपुर, प्रयागराज, रायबरेली, आगरा आदि जिलों से तीन हाइड्रोलिक प्लेटफार्म गाड़ियों समेत 30 अन्य अग्निशमन वाहनों को बुलवाया था।
अभी भी निकल रहा धुआं
12 आईपीएस अफसरों के नेतृत्व में करीब 1000 पुलिसकर्मी घटना के बाद से लगातार आग को बुझाने का प्रयास कर रहे थे। सुपर हमराज और एआर कॉम्प्लेक्स में रुक रुककर आग भड़क रही थी। बड़ी मशक्कत से आग बुझाई जा सकी। अफसरों ने जब इसकी घोषणा की, तो सबके चेहरे पर संतुष्टि आई, लेकिन कुछ हिस्सों से अभी भी धुआं निकल रहा है।
एनडीआरएफ व एसडीआरएफ अभी तैनात
हादसे वाली जगह पर सक्रियता अभी भी बरकरार रखी गई है। एनडीआरएफ व एसडीआरएफ को अभी रिलीव नहीं किया गया है। जिले की करीब 10 फायर ब्रिगेड गाड़ियों को अभी भी मौके पर तैनात रखा गया है। वहीं, 250 पुलिसकर्मी भी मौजूद हैं, जो इमारतों के एक-एक हिस्से को चेक कर रहे हैं।
खोले गए हैं 12 सीसीटीवी कैमरे
इमारतों पर पानी की बौछार करके उन्हें ठंडा किया जा रहा है। इलाके में निगरानी के लिए 12 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे, जिन्हें खोल दिया गया है। वहीं, इस ब्लॉक से जुड़े करीब 50 घरों को खाली कराया गया था, जिनमें से कुछ में लोग लौट आए हैं। पुलिस ने उन्हें अभी सक्रियता बरतने को कहा है।
1500 करोड़ नुकसान की आशंका
बता दें कि बीते शुक्रवार सुबह करीब 3-4 बजे शॉर्ट सर्किट से निकली चिंगारी से एआर कॉम्प्लेक्स में आग लग गई थी। तेज हवा के कारण आग की चपेट में आसपास की पांच अन्य व्यावसायिक इमारतें भी आ गईं थीं। व्यापारियों का 1500 करोड़ से अधिक का नुकसान हुआ था। आपस में सटी हुईं इमारतों में करीब 1200 दुकानें और गोदाम बताए गए थे। इनमें भारी मात्रा में कॉटन, टेरीकॉट और जॉर्जट के कपड़ों को स्टॉक था।