Friday, 3 May 2024

उत्तर प्रदेश की मुरादाबाद सीट पर पहले होगी गिनती, फिर आगे का फैसला

Lok Sabha Elections-2024 : उत्तर प्रदेश की मुरादाबाद लोकसभा सीट पर अजीबो-गरीब हालात बन गए हैं। उत्तर प्रदेश के इस महत्वपूर्ण…

उत्तर प्रदेश की मुरादाबाद सीट पर पहले होगी गिनती, फिर आगे का फैसला

Lok Sabha Elections-2024 : उत्तर प्रदेश की मुरादाबाद लोकसभा सीट पर अजीबो-गरीब हालात बन गए हैं। उत्तर प्रदेश के इस महत्वपूर्ण लोकसभा क्षेत्र से भाजपा के प्रत्याशी कुंवर सर्वेश सिंह का अचानक निधन हो गया है। कुंवर सर्वेश सिंह का निधन होने के बाद क्या उत्तर प्रदेश की मुरादाबाद सीट पर उपचुनाव कराया जाएगा अथवा कोई और रास्ता निकलेगा? इसको लेकर उत्तर प्रदेश में तैनात निर्वाचन आयोग के अधिकारी बिहार में एक बार बन चुके इसी प्रकार के हालात को उदाहरण के तौर पर आगे बढ़ा रहे हैं? आरा के उदाहरण को माना गया तो उत्तर प्रदेश की मुरादाबाद सीट पर अभी उपचुनाव नहीं कराया जाएगा बल्कि पहले वोटो की गणना की जाएगी। उसके बाद तय होगा की उत्तर प्रदेश की मुरादाबाद सीट पर उपचुनाव कराना है अथवा नहीं। हम आपको विशेषज्ञों की दृष्टि से बताते हैं कि अब उत्तर प्रदेश की मुरादाबाद लोकसभा सीट पर क्या होने वाला है।

Lok Sabha Elections-2024

बिहार में भी बन गए थे उत्तर प्रदेश जैसे हालात

आपको बता दें कि वर्ष 1991 के लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश की मुरादाबाद सीट जैसे हालात ही बिहार की आरा लोकसभा सीट पर भी बन गए थे। उस समय बिहार की आरा लोकसभा सीट के एक प्रत्याशी का निधन हो गया था। साल 1989 में हुए आम चुनाव से बनी नौवीं लोकसभा भंग कर दी गई थी। देश 10वें आम चुनाव के मुहाने पर था। यह मध्यावधि चुनाव था और 1991 के उस दौर में मंडल और मंदिर को लेकर देश का माहौल बदला हुआ था। उस दौरान बिहार की आरा लोकसभा सीट से निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर मैदान में उतरे थे चार बार के विधायक रहे सूर्यदेव सिंह। उधर जनता दल ने राम लखन सिंह यादव को टिकट दिया था। इस तरह आरा सीट पर दो बड़े दिग्गज चुनाव लड़ रहे थे। चुनाव हुए, वोट पड़े। इस चुनाव में निर्दलीय प्रत्याशी सूर्यदेव सिंह की जीत के कयास लग रहे थे लेकिन, दुर्भाग्य से परिणाम आने से पूर्व पैतृक गांव में हृदय गति रुक जाने से सूर्यदेव सिंह का निधन हो गया। ऐसे में आरा सीट पर हुई वोटिंग को रद्द नहीं किया गया, बल्कि मतगणना हुई। काउंटिंग के दौरान उपचुनाव की चर्चा चल रही थी, लेकिन सूर्यदेव सिंह की हार हुई थी, जब नतीजे आए तो रामलखन सिंह यादव जो कि जनता दल के उम्मीदवार थे, वे जीत गए थे।

क्या कहते है राजनीतिक एक्सपर्ट ?

शनिवार को भाजपा प्रत्याशी कुंवर सर्वेश सिंह के निधन के बाद से सबसे ज्यादा चर्चा इसी बात की चल रही है, कि क्या मुरादाबाद लोकसभा सीट पर शु्क्रवार को हुआ चुनाव रद्द माना जाएगा। यहां उपचुनाव कराए जाने को लेकर भी संभावनाएं जताई जा रही हैं। हालांकि राजनीतिक विशेषज्ञ इन चर्चाओं को बहुत जल्दी नतीजे पर पहुंचना मान रहे हैं। राजनीतिक एक्सपर्ट कह रहे हैं कि शुक्रवार को हुई वोटिंग को रद्द मानना अभी दूर की कड़ी है। उनका कहना है कि इसके लिए मतगणना के दिन तक रुकना ही एकमात्र विकल्प है। इसके पीछे उनका तर्क है कि अभी सिर्फ उत्तर प्रदेश की मुरादाबाद सीट पर वोटिंग ही हुई है। सर्वेश सिंह या किसी भी अन्य प्रत्याशी की हार या जीत यह अभी तय नहीं है। अगर सर्वेश सिंह की हार हो जाती है, तो फिर ये सवाल अपने आप ही समाप्त हो जाएंगे। ये जरूर है कि मतगणना में अगर सर्वेश सिंह जीत जाते हैं तो उपचुनाव की संभावना बनेगी। अगर काउंटिंग डे पर सर्वेश सिंह की हार होती है और दूसरा कोई प्रत्याशी विजेता बनता है, तो वही सांसद बनेगा। तब भी उत्तर प्रदेश की मुरादाबाद लोकसभा सीट पर उपचुनाव की जरूरत नहीं होगी। Lok Sabha Elections-2024

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