अंशु नैथानी
Ritu Suhas : अमूमन ग्लैमर की दुनिया और प्रशासनिक अधिकारियों के बीच कोई सीधा रिश्ता नजर नहीआता।प्रशासनिक अधिकारी का जिक्र होते ही एक कड़क ,अनुशासित, उच्च शिक्षित, तेजतर्रार सरकारी अधिकारी की छवि हमारे दिमाग में तैरने लगती है । हमें लगता है देश की सबसे बेहतरीन प्रतियोगी परीक्षा में सफलता के झंडे गाड़ने वाले यह अधिकारी जरूर सिर्फ पढ़ाकू होते होंगे, जो दुनिया की आला जानकारियों से लैस प्रशासनिक योजनाओं को अमली जामा पहनाते होंगे ।जिनका गीत, संगीत ,कला और ग्लैमर से कम ही वास्ता पड़ता होगा। जिनकी जिंदगी आम लोगों की बनिस्पत कुछ ज्यादा रूखी होगी। ये कुछ आम ख्याल हैं -प्रशासनिक अधिकारियों के बारे में। लेकिन कुछ लोग हर फन माहिर होते हैं चाहे वह बात मॉडलिंग की हो या फिर प्रशासनिक कुशलता की ,वो हर क्षेत्र में कमाल करते हैं।
Ritu Suhas :
ऐसी ही हैं …. मॉडलिंग का शौक रखने वाली गाजियाबाद की एडीएम (प्रशासन )रितु सुहास। रितु जब रैंप पर उतरती हैं तो इनकी कैटवॉक किसी प्रोफेशनल मॉडल से कम नहीं होती। जितनी कुशलता से ये प्रशासनिक कार्यों को अंजाम देती हैं उतनी ही खूबसूरती से खादी के कपड़ों को रैंप पर प्रमोट करती हैं । दरअसल खादी को प्रोत्साहन देने की केंद्र सरकार और उत्तर प्रदेश सरकार की नीति के तहत ऋतु सुहास खुद खादी के वस्त्रों के लिए मॉडलिंग और रैंप वॉक करती हैं। हाल ही में लखनऊ में आयोजित एक फैशन शो में खादी का आकर्षक लिबास पहनकर रितु ने रैंप पर अपने जलवे बिखेरे। 2004 बैच की आईपीएस अधिकारी ऋतु सुहास लंबे समय से गलैमर वर्ल्ड में भी सक्रिय रही हैं 2019 में मिसेज इंडिया का खिताब भी रितु ने अपने नाम किया था।
आज फैशन इंडस्ट्री में रितु सुहास की पहचान किसी मशहूर मॉडल से कम नहीं है । हालांकि वह सिर्फ सरकार के खादी ग्रामोद्योग विभाग के प्रचार प्रसार के लिए ही रैपं पर उतरती हैं। खादी को लोकप्रिय बनाने के लिए ही उन्होंने मॉडलिंग शुरू की थी। रितु हर काम को पूरे पैशन के साथ करती हैं। ग्लैमर वर्ल्ड की बात छोड़ दें तो प्रशासनिक कैरियर में भी इन्होंने अलग मुकाम हासिल किया है। उत्तर प्रदेश में प्रशासनिक अधिकारी के तौर पर चुनाव के दौरान- बूथ दोस्त नाम से एक खास मोबाइल ऐप बनाया था। इस ऐप का इस्तेमाल यूपी निकाय चुनाव में आजमगढ़ जिले में प्रयोग के तौर पर हुआ था।बाद में इलेक्शन कमीशन ने ऋतु के इस काम को खूब सराहा, यहां तक कि सीएम योगी आदित्यनाथ भी उन्हें सम्मानित कर चुके हैं ।आपको बता दें ऋतु के पति सुहास एलवाई गौतम बुद्ध नगर के जिला अधिकारी हैं, जो खुद प्रशासनिक अधिकारी होने के साथ-साथ अंतरराष्ट्रीय बैडमिंटन खिलाड़ी हैं और पिछले दो पैरा ओलंपिक में शानदार प्रदर्शन कर पदक भी जीत चुके हैं।

रितु का पीसीएस अधिकारी बनने का सफर भी कम प्रेरणादाई नहीं है। ऋतु का जन्म 16 अप्रैल 1983 को लखनऊ में हुआ था उनके पिता लखनऊ हाई कोर्ट में वकील हैं और मां हाउसवाइफ । रितु की एक बहन और एक भाई हैं ।अपनी पढ़ाई और पीसीएस की तैयारी के लिए रितु को काफी संघर्ष करना पड़ा था। जब 2003 में उन्होंने पीसीएस परीक्षा में बैठने का फैसला किया तब उनके पास आर्थिक संसाधन भी कम थे, इसलिए किसी कोचिंग के बजाय उन्होंने self-study को चुना और पढ़ाई के पैसे जुटाने के लिए छोटे बच्चों को ट्यूशन पढ़ाना शुरू किया। तैयारी के लिए वह अपने दोस्त के कोचिंग के नोट्स देखा करती थी। 2004 में रितु ने पीसीएस की परीक्षा में सफलता पाई ।रितु की पहली पोस्टिंग मथुरा में एसडीएम के तौर पर हुई थी। 2008 में रितु की शादी एल वाई सुहास के साथ हुई थी । इनके दो बच्चे हैं। ऋतु सुहास तब सुर्खियों में आई थी जब इन्होंने लखनऊ विकास प्राधिकरण में रहते हुए माफिया मुख्तार अंसारी के अवैध निर्माण को गिरवाया था।