Thursday, 2 May 2024

Jaypee Group : जानिए कैसे डुबा बैंकों का 5 हज़ार करोड़ रूपये का क़र्ज़

Jaypee Group : बैंकों द्वारा बड़ी कंपनियों और बड़े उद्योग घरानों को ​दिया जा रहा कर्ज वापस बैंक तक पहुंचता…

Jaypee Group : जानिए कैसे डुबा बैंकों का 5 हज़ार करोड़ रूपये का क़र्ज़

Jaypee Group : बैंकों द्वारा बड़ी कंपनियों और बड़े उद्योग घरानों को ​दिया जा रहा कर्ज वापस बैंक तक पहुंचता है या नहीं, इसका एक उदाहरण यहां देखने को मिलता है। देश के जाने माने जेपी ग्रुप की कंपनी जयप्रकाश एसोसिएटस द्वारा बैंकों से लिया गया पांच हजार करोड़ रुपये कैसे डुबा दिया गया, इसकी एक झलक जयप्रकाश एसोसिएसटस की एक्सचेंज फाइलिंग से मिलती है।

जेपी ग्रुप की फ्लैगशीप कंपनी जयप्रकाश एसोसिएटस ने 4,059 करोड़ रुपये के लोन का डिफॉल्ट किया है। कर्ज की इस रकम में मूल और ब्याज की रकम शामिल है। कंपनी ने एक्सचेंज फाइलिंग में इस बारे में जानकारी देते हुए कहा कि 31 दिसंबर 2022 तक उसे 1,713 करोड़ रुपये के लोन और इस पर 2,346 करोड़ रुपये का ब्याज चुकाना था. कंपनी इस रकम को तय तारीख तक नहीं चुका सकी है।

जानकारी के अनुसार, कंपनी ने ये लोन कई बैंकों से फंड आधारित वर्किंग कैपिटल, गैर-फंड आधारित वर्किंग कैपिटल, टर्म लोन और विदेशी करेंसी कन्वर्टिबल बॉन्ड (FCCB) के आधार पर लिया था।

सितंबर 2018 में ही ICICI Bank ने कंपनी के खिलाफ दिवालिया याचिका फाइल की थी, लेकिन ये मामला अभी भी नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्युनल (NCLT) के इलाहाबाद बेंच में लंबित है। सितंबर 2022 में ही देश की सबसे बड़े बैंक यानी SBI ने भी कंपनी के खिलाफ NCLT का दरवाजा खटखटाया था। SBI ने दावा किया है कि Jaiprakash Associates ने 15 सितंबर 2022 तक कुल 6,893.15 करोड़ रुपये का डिफॉल्ट किया है।

पिछले महीने ही Jaiprakash Associates ने ऐलान किया था कि Dalmia Bharat को एसेट बिक्री की कुल एंटरप्राइज वैल्यू 5,666 करोड़ रुपये है। कंपनी कर्ज घटाने के लिए सीमेंट सेक्टर के कारोबार से निकल रही है। कंपनी ने इसके पहले भी कर्ज घटाने के लिए कई उपाय किए हैं। साल 2014 से 2017 के बीच कंपनी ने Aditya Birla Group और UltraTech Cement को करीब सालाना 2 करोड़ टन क्षमता की सीमेंट यूनिट को बेचा था। साल 2015 में कंपनी ने Dalmia Group को 2 करोड़ क्षमता वाले सीमेंट यूनिट में बड़ी हिस्सेदारी बेची थी।

कंपनी का क्या कहना है?
जयप्रकाश एसोसिएटस के एग्जीक्युटिव चेयरमैन मनोज गौड़ ने कहा है कंपनी कर्ज कम करने और बकाया चुकाने के लिए कई तरह के कदम उठा रही है। उन्होंने कहा कि कर्जदारों को कर्ज चुकाने के लिए कंपनी ने सीमेंट कारोबार की पूरी तरह से विनिवेश का फैसला लिया है। कंपनी ने सालाना 94 लाख क्षमता वाले सीमेंट यूनिट को डालमिया सीमेंट (भारत) को बेच रही है। उन्होंने यह भी कहा कि आने वाले समय में जयप्रकाश एसोसिएटस इंफ्रास्ट्रक्चर सेगमेंट में सबसे भरोसेमंद कंपनी के तौर पर अपनी पहचान को और मजबूत करेगी।

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