धड़ाम से गिरी सोने-चांदी की कीमत, खरीदारी करना रहेगा ठीक?
जापान के केंद्रीय बैंक के बड़े फैसले से ग्लोबल सर्राफा बाजार में हलचल मच गई है। बैंक ऑफ जापान द्वारा ब्याज दरें बढ़ाने और अमेरिका में महंगाई घटने के चलते भारत के वायदा बाजार MCX पर सोने और चांदी की कीमतों में तेज गिरावट देखने को मिली।

दुनियाभर के सर्राफा बाजार में उस वक्त हलचल मच गई जब दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था जापान ने ब्याज दरों को लेकर बड़ा फैसला लिया। इस फैसले का असर सीधे अंतरराष्ट्रीय बाजारों से होते हुए भारत के सोने और चांदी के दामों पर दिखाई दिया। न्यूयॉर्क से लेकर नई दिल्ली तक कीमती धातुओं में दबाव देखने को मिला जिसकी वजह से भारतीय वायदा बाजार में सोना और चांदी दोनों सस्ते हो गए। निवेशकों और आम ग्राहकों के लिए यह जानना बेहद जरूरी हो गया है कि आखिर कीमतों में यह गिरावट क्यों आई और आगे क्या रुख रह सकता है।
अंतरराष्ट्रीय कीमतों पर पड़ा असर
जापान के केंद्रीय बैंक बैंक ऑफ जापान ने अपनी पॉलिसी रेट में 0.25 फीसदी की बढ़ोतरी की है जिससे ब्याज दरें करीब 30 साल के उच्चतम स्तर पर पहुंच गई हैं। यह फैसला भले ही बाजार की उम्मीदों के मुताबिक था लेकिन इसके बाद वैश्विक निवेशकों ने सुरक्षित निवेश माने जाने वाले सोने और चांदी से दूरी बनानी शुरू कर दी। इसका सीधा असर अंतरराष्ट्रीय कीमतों पर पड़ा और यही दबाव भारतीय बाजार तक पहुंच गया।
सोने-चांदी की कीमतों में गिरावट
भारतीय वायदा बाजार मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज यानी MCX पर सोने और चांदी की कीमतों में साफ गिरावट दर्ज की गई। शुक्रवार सुबह करीब 9 बजकर 45 मिनट पर सोना 747 रुपये टूटकर 1,33,774 रुपये प्रति 10 ग्राम पर कारोबार करता दिखा। कारोबारी सत्र के दौरान सोने में और कमजोरी आई और यह 846 रुपये गिरकर दिन के निचले स्तर 1,33,675 रुपये तक पहुंच गया। गौर करने वाली बात यह है कि एक दिन पहले ही सोना 1,34,082 रुपये पर बंद हुआ था। वहीं चांदी की बात करें तो इसमें भी गिरावट कम नहीं रही। सुबह 9 बजकर 50 मिनट पर MCX पर चांदी 420 रुपये टूटकर 2,03,145 रुपये प्रति किलो पर कारोबार कर रही थी। सत्र के दौरान चांदी में 909 रुपये तक की गिरावट दर्ज की गई और भाव 2,02,656 रुपये प्रति किलो तक फिसल गए। इससे साफ है कि निवेशकों की बिकवाली ने दोनों कीमती धातुओं को कमजोर कर दिया।
सोने-चांदी की कीमतों की गिरावट की बड़ी वजह
सोने और चांदी की कीमतों में गिरावट की एक बड़ी वजह अमेरिका से आए महंगाई के आंकड़े भी हैं। हाल ही में जारी आंकड़ों के मुताबिक अमेरिका में उपभोक्ता महंगाई दर उम्मीद से कम रही है। सालाना आधार पर महंगाई 2.7 फीसदी दर्ज की गई जबकि बाजार को 3.1 फीसदी तक की उम्मीद थी। महंगाई कम होने से डॉलर इंडेक्स मजबूत हुआ और जब डॉलर मजबूत होता है तो सोने की कीमतों पर दबाव बढ़ जाता है। डॉलर इंडेक्स में करीब 0.10 फीसदी की तेजी देखी गई, जिसने सोने की अंतरराष्ट्रीय मांग को कमजोर किया।
ब्याज दरों में कटौती की उम्मीद
हालांकि इससे पहले सोना अपने रिकॉर्ड हाई के करीब कारोबार कर रहा था और लगातार दूसरे हफ्ते बढ़त की ओर बढ़ रहा था। रिलायंस सिक्योरिटीज के रिसर्च एनालिस्ट जिगर त्रिवेदी के मुताबिक, अमेरिकी महंगाई में गिरावट से ब्याज दरों में कटौती की उम्मीदें जरूर बनी हैं लेकिन जापान के फैसले और डॉलर की मजबूती ने फिलहाल सोने पर दबाव बना दिया है। इसके बावजूद भू-राजनीतिक तनाव जैसे यूक्रेन संकट और तेल आपूर्ति से जुड़े मुद्दे सोने को लंबे समय में सपोर्ट दे सकते हैं।
बना रह सकता है उतार-चढ़ाव
आगे की बात करें तो जानकारों का मानना है कि आने वाले दिनों में सोने और चांदी दोनों में उतार-चढ़ाव बना रह सकता है। जिगर त्रिवेदी के अनुसार MCX पर फरवरी गोल्ड वायदा 1,34,000 रुपये से 1,35,000 रुपये प्रति 10 ग्राम के दायरे में रह सकता है। वहीं मेहता इक्विटीज के कमोडिटी एक्सपर्ट राहुल कलंत्री का कहना है कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने को 4,275 और 4,245 डॉलर पर सपोर्ट मिल रहा है, जबकि ऊपर की ओर 4,355 और 4,385 डॉलर पर रुकावट आ सकती है।
भारतीय बाजार की बात करें तो रुपये में सोने को 1,33,850 और 1,33,110 रुपये पर मजबूत सपोर्ट मिल रहा है जबकि 1,35,350 और 1,35,970 रुपये के स्तर पर रेजिस्टेंस देखा जा सकता है। चांदी के लिए सपोर्ट लेवल 2,02,450 और 2,00,280 रुपये हैं, जबकि ऊपर की ओर 2,05,810 और 2,07,270 रुपये पर बिकवाली आ सकती है।
दुनियाभर के सर्राफा बाजार में उस वक्त हलचल मच गई जब दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था जापान ने ब्याज दरों को लेकर बड़ा फैसला लिया। इस फैसले का असर सीधे अंतरराष्ट्रीय बाजारों से होते हुए भारत के सोने और चांदी के दामों पर दिखाई दिया। न्यूयॉर्क से लेकर नई दिल्ली तक कीमती धातुओं में दबाव देखने को मिला जिसकी वजह से भारतीय वायदा बाजार में सोना और चांदी दोनों सस्ते हो गए। निवेशकों और आम ग्राहकों के लिए यह जानना बेहद जरूरी हो गया है कि आखिर कीमतों में यह गिरावट क्यों आई और आगे क्या रुख रह सकता है।
अंतरराष्ट्रीय कीमतों पर पड़ा असर
जापान के केंद्रीय बैंक बैंक ऑफ जापान ने अपनी पॉलिसी रेट में 0.25 फीसदी की बढ़ोतरी की है जिससे ब्याज दरें करीब 30 साल के उच्चतम स्तर पर पहुंच गई हैं। यह फैसला भले ही बाजार की उम्मीदों के मुताबिक था लेकिन इसके बाद वैश्विक निवेशकों ने सुरक्षित निवेश माने जाने वाले सोने और चांदी से दूरी बनानी शुरू कर दी। इसका सीधा असर अंतरराष्ट्रीय कीमतों पर पड़ा और यही दबाव भारतीय बाजार तक पहुंच गया।
सोने-चांदी की कीमतों में गिरावट
भारतीय वायदा बाजार मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज यानी MCX पर सोने और चांदी की कीमतों में साफ गिरावट दर्ज की गई। शुक्रवार सुबह करीब 9 बजकर 45 मिनट पर सोना 747 रुपये टूटकर 1,33,774 रुपये प्रति 10 ग्राम पर कारोबार करता दिखा। कारोबारी सत्र के दौरान सोने में और कमजोरी आई और यह 846 रुपये गिरकर दिन के निचले स्तर 1,33,675 रुपये तक पहुंच गया। गौर करने वाली बात यह है कि एक दिन पहले ही सोना 1,34,082 रुपये पर बंद हुआ था। वहीं चांदी की बात करें तो इसमें भी गिरावट कम नहीं रही। सुबह 9 बजकर 50 मिनट पर MCX पर चांदी 420 रुपये टूटकर 2,03,145 रुपये प्रति किलो पर कारोबार कर रही थी। सत्र के दौरान चांदी में 909 रुपये तक की गिरावट दर्ज की गई और भाव 2,02,656 रुपये प्रति किलो तक फिसल गए। इससे साफ है कि निवेशकों की बिकवाली ने दोनों कीमती धातुओं को कमजोर कर दिया।
सोने-चांदी की कीमतों की गिरावट की बड़ी वजह
सोने और चांदी की कीमतों में गिरावट की एक बड़ी वजह अमेरिका से आए महंगाई के आंकड़े भी हैं। हाल ही में जारी आंकड़ों के मुताबिक अमेरिका में उपभोक्ता महंगाई दर उम्मीद से कम रही है। सालाना आधार पर महंगाई 2.7 फीसदी दर्ज की गई जबकि बाजार को 3.1 फीसदी तक की उम्मीद थी। महंगाई कम होने से डॉलर इंडेक्स मजबूत हुआ और जब डॉलर मजबूत होता है तो सोने की कीमतों पर दबाव बढ़ जाता है। डॉलर इंडेक्स में करीब 0.10 फीसदी की तेजी देखी गई, जिसने सोने की अंतरराष्ट्रीय मांग को कमजोर किया।
ब्याज दरों में कटौती की उम्मीद
हालांकि इससे पहले सोना अपने रिकॉर्ड हाई के करीब कारोबार कर रहा था और लगातार दूसरे हफ्ते बढ़त की ओर बढ़ रहा था। रिलायंस सिक्योरिटीज के रिसर्च एनालिस्ट जिगर त्रिवेदी के मुताबिक, अमेरिकी महंगाई में गिरावट से ब्याज दरों में कटौती की उम्मीदें जरूर बनी हैं लेकिन जापान के फैसले और डॉलर की मजबूती ने फिलहाल सोने पर दबाव बना दिया है। इसके बावजूद भू-राजनीतिक तनाव जैसे यूक्रेन संकट और तेल आपूर्ति से जुड़े मुद्दे सोने को लंबे समय में सपोर्ट दे सकते हैं।
बना रह सकता है उतार-चढ़ाव
आगे की बात करें तो जानकारों का मानना है कि आने वाले दिनों में सोने और चांदी दोनों में उतार-चढ़ाव बना रह सकता है। जिगर त्रिवेदी के अनुसार MCX पर फरवरी गोल्ड वायदा 1,34,000 रुपये से 1,35,000 रुपये प्रति 10 ग्राम के दायरे में रह सकता है। वहीं मेहता इक्विटीज के कमोडिटी एक्सपर्ट राहुल कलंत्री का कहना है कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने को 4,275 और 4,245 डॉलर पर सपोर्ट मिल रहा है, जबकि ऊपर की ओर 4,355 और 4,385 डॉलर पर रुकावट आ सकती है।
भारतीय बाजार की बात करें तो रुपये में सोने को 1,33,850 और 1,33,110 रुपये पर मजबूत सपोर्ट मिल रहा है जबकि 1,35,350 और 1,35,970 रुपये के स्तर पर रेजिस्टेंस देखा जा सकता है। चांदी के लिए सपोर्ट लेवल 2,02,450 और 2,00,280 रुपये हैं, जबकि ऊपर की ओर 2,05,810 और 2,07,270 रुपये पर बिकवाली आ सकती है।












