केंद्र सरकार उठा रही है कुछ ऐसा कदम, अब बच सकेगी लाखों लोगों की जान




Digital Mala : आज के जमाने में जब दुनिया डिजीटल हो रही है तो अब मंदिर और भगवान के भक्त भी हाईटेक हो रहे हैं। अगर भक्ति के माध्यम भी अब डिजीटल हो जाए तो हैरानी नहीं होनी चाहिए। साधु-संत या घर में बड़े-बुजुर्गों को माला जपते हुए आपने जरूर देखा होगा। वे या तो हाथ में लेकर माला जपते हैं या कभी-कभी छोटी पोटली के अंदर इसे रखकर जाप करते हैं। लेकिन अब भक्तों की मालाओं का जपना भी हाईटेक हो गया है। आज हम आपको एक ऐसी ही वायरल वीडियों के बारे बताने जा रहे है, जिसमें एक डिजीटल तुलसी की माला के बारे में बताया गया है।
सोशल प्लेटफार्म X (पहले ट्वीटर) पर 30 नवंबर को पोस्ट की गई एक वीडियो में देखा जा सकता है कि जाप करने के लिए अब धागे वाली माला को छोड़कर तुलसी की डिजीटल माला से जाप किया जा सकता है। लगभग 30 सैकेंड की इस वीडियो में मंत्रों के जाप की संख्या दिखाई जा रही है। साथ ही माला के जपने का तरीका भी बताया गया है।
https://twitter.com/LifeOfStardust/status/1730084256649707520?ref_src=twsrc%5Etfw%7Ctwcamp%5Etweetembed%7Ctwterm%5E1730084256649707520%7Ctwgr%5Ec9e9d29e140593ede9a4cab16730eb674b2fbec1%7Ctwcon%5Es1_&ref_url=https%3A%2F%2Fnavbharattimes.indiatimes.com%2Fviral%2Flife-hacks%2Fdigital-maala-video-showing-new-way-of-counting-beads-has-desis-quipping-uncle-fidget-spinner%2Farticleshow%2F105654361.cmsएक्स (X) पर वायरल क्लिप को (@LifeOfStardust) नाम के अकाउंट से पोस्ट किया गया है। वीडियो के कैप्शन में लिखा है- माला भी डिजीटल कर दिया इन लोगों ने। महज 30 सैकेंड के वीडियो में एक शख्स अलग-अलग डिजीटल माला डिजाइन दिखाते नजर आ रहा है। खास बात ये है कि इसमें एक मीटर भी फिट किया गया है, जिसमें माला गिनने के साथ ही नंबर फ्लैश होते हैं।
30 नवंबर को शेयर किए गए इस वीडियो को देखने के बाद आपका हैरान रह जाएंगे। सोशल प्लेटफार्म X पर अभी तक इस वीडियो को लाखों व्यूज मिल चुके हैं। वहीं यूजर्स भी इस वायरल वीडियो पर कमेंट कर अपने रिएक्शन दे रहे हैं।
Digital Mala : आज के जमाने में जब दुनिया डिजीटल हो रही है तो अब मंदिर और भगवान के भक्त भी हाईटेक हो रहे हैं। अगर भक्ति के माध्यम भी अब डिजीटल हो जाए तो हैरानी नहीं होनी चाहिए। साधु-संत या घर में बड़े-बुजुर्गों को माला जपते हुए आपने जरूर देखा होगा। वे या तो हाथ में लेकर माला जपते हैं या कभी-कभी छोटी पोटली के अंदर इसे रखकर जाप करते हैं। लेकिन अब भक्तों की मालाओं का जपना भी हाईटेक हो गया है। आज हम आपको एक ऐसी ही वायरल वीडियों के बारे बताने जा रहे है, जिसमें एक डिजीटल तुलसी की माला के बारे में बताया गया है।
सोशल प्लेटफार्म X (पहले ट्वीटर) पर 30 नवंबर को पोस्ट की गई एक वीडियो में देखा जा सकता है कि जाप करने के लिए अब धागे वाली माला को छोड़कर तुलसी की डिजीटल माला से जाप किया जा सकता है। लगभग 30 सैकेंड की इस वीडियो में मंत्रों के जाप की संख्या दिखाई जा रही है। साथ ही माला के जपने का तरीका भी बताया गया है।
https://twitter.com/LifeOfStardust/status/1730084256649707520?ref_src=twsrc%5Etfw%7Ctwcamp%5Etweetembed%7Ctwterm%5E1730084256649707520%7Ctwgr%5Ec9e9d29e140593ede9a4cab16730eb674b2fbec1%7Ctwcon%5Es1_&ref_url=https%3A%2F%2Fnavbharattimes.indiatimes.com%2Fviral%2Flife-hacks%2Fdigital-maala-video-showing-new-way-of-counting-beads-has-desis-quipping-uncle-fidget-spinner%2Farticleshow%2F105654361.cmsएक्स (X) पर वायरल क्लिप को (@LifeOfStardust) नाम के अकाउंट से पोस्ट किया गया है। वीडियो के कैप्शन में लिखा है- माला भी डिजीटल कर दिया इन लोगों ने। महज 30 सैकेंड के वीडियो में एक शख्स अलग-अलग डिजीटल माला डिजाइन दिखाते नजर आ रहा है। खास बात ये है कि इसमें एक मीटर भी फिट किया गया है, जिसमें माला गिनने के साथ ही नंबर फ्लैश होते हैं।
30 नवंबर को शेयर किए गए इस वीडियो को देखने के बाद आपका हैरान रह जाएंगे। सोशल प्लेटफार्म X पर अभी तक इस वीडियो को लाखों व्यूज मिल चुके हैं। वहीं यूजर्स भी इस वायरल वीडियो पर कमेंट कर अपने रिएक्शन दे रहे हैं।

India News : उत्तर भारत के तीन राज्यों के चुनावी नतीजों के बाद बड़ा सस्पेंस पैदा हो गया है। जिन तीन राज्यों में हैट्रिक लगाकर भारतीय जनता पार्टी ने झंडे गाड़े हैं, वहां मुख्यमंत्री (CM) के चेहरों को लेकर पेंच फंसा हुआ है। तीन राज्यों में मुख्यमंत्री के तौर पर 12 नेता दावेदार हैं। इनमें से किन तीन चेहरों की किस्मत चमकेगी ? यह सवाल हवा में तैर रहा है।
भारतीय जनता पार्टी की बम्पर जीत के बाद राजस्थान में बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि कौन बनेगा मुख्यमंत्री ? राजनीतिक विश्लेषकों का मत है कि PM मोदी राजस्थान में किसी नए चेहरे को CM की कुर्सी पर बैठाने का मन पहले ही बना चुके हैं। यहां जिन मुख्यमंत्री के तौर पर भगवाधारी बाबा बालकनाथ, पुराने नेता गजेन्द्र सिंह शेखावत, अर्जुन राम मेघवाल तथा दीया कुमारी के नाम मुख्यमंत्री पद की दौड़ में गिनवाए जा रहे हैं। दो बार मुख्यमंत्री रह चुकी राजस्थान की सर्वमान्य नेता वसुंधरा राजे सिंधिया ने विधायकों के साथ बैठकें करके साफ संकेत दे दिए हैं कि उन्हें राजस्थान में CM की कुर्सी ना देना भाजपा को भारी पड़ सकता है। भाजपा का राष्ट्रीय नेतृत्व राजस्थान को लेकर चिंतित बताया जा रहा है। विश्लेषकों की मानें तो बुधवार शाम तक राजस्थान के मुख्यमंत्री पद का फैसला कर लिया जाएगा। पेंच यही है कि राजस्थान में यदि वसुंधरा राजे सिंधिया मुख्यमंत्री नहीं बनाई जाती हैं तो क्या होगा ?
मध्य प्रदेश में भी हलचल तेज इस दौरान मध्य प्रदेश की राजनीति में भी हलचल बेहद तेज है। इस प्रदेश के कददावर नेता व वर्तमान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को बदलने के साफ संकेत मिल रहे हैं। मध्य प्रदेश में भी सिंधिया के नाम का पेंच फंसा हुआ है। विश्लेषकों के अनुसार राजस्थान में वसुंधरा राजे सिंधिया को ठिकाने लगाने के लिए भाजपा का नेतृत्व मध्य प्रदेश में पुराने कांग्रेसी चेहरा रहे युवा नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया पर दांव लगा सकता है। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री के दावेदारों में प्रहलाद पटेल, नरेन्द्र सिंह तोमर तथा कैलाश विजयवर्गीय के नाम भी सामने आ चुके हैं।
बात यदि छत्तीसगढ़ की करें तो भाजपा के पुराने मुख्यमंत्री रमन सिंह एक बार फिर मुख्यमंत्री की रेस में सबसे आगे बताए जा रहे हैं। उनके साथ ही केदार सिंह कश्यप तथा विष्णुदेव के नाम भी छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री के दावेदार के रूप में सामने आ रहे हैं। सभी दावेदार अपने-अपने ढंग से अपने दावे पेश कर रहे हैं। छत्तीसगढ़ की राजनीति के जानकारों का कहना है कि भाजपा नेतृत्व किसी बिल्कुल नए चेहरे पर भी दांव लगा सकता है।
भारतीय जनता पार्टी के अंतरंग सूत्रों का दावा है कि राजस्थान, मध्य प्रदेश तथा छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री कौन बनेगा ? इस सवाल का जवाब बुधवार की देर शाम तक मिल जाएगा। पार्टी सूत्रों का दावा है कि राजस्थान, मध्य प्रदेश तथा छत्तीसगढ़ के जमीनी कार्यकर्ताओं के फीडबैक तथा लोकसभा चुनाव 2024 को ध्यान में रखकर पार्टी के सर्वमान्य नेता प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी मुख्यमंत्री पदों का फैसला करेंगे।
India News : उत्तर भारत के तीन राज्यों के चुनावी नतीजों के बाद बड़ा सस्पेंस पैदा हो गया है। जिन तीन राज्यों में हैट्रिक लगाकर भारतीय जनता पार्टी ने झंडे गाड़े हैं, वहां मुख्यमंत्री (CM) के चेहरों को लेकर पेंच फंसा हुआ है। तीन राज्यों में मुख्यमंत्री के तौर पर 12 नेता दावेदार हैं। इनमें से किन तीन चेहरों की किस्मत चमकेगी ? यह सवाल हवा में तैर रहा है।
भारतीय जनता पार्टी की बम्पर जीत के बाद राजस्थान में बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि कौन बनेगा मुख्यमंत्री ? राजनीतिक विश्लेषकों का मत है कि PM मोदी राजस्थान में किसी नए चेहरे को CM की कुर्सी पर बैठाने का मन पहले ही बना चुके हैं। यहां जिन मुख्यमंत्री के तौर पर भगवाधारी बाबा बालकनाथ, पुराने नेता गजेन्द्र सिंह शेखावत, अर्जुन राम मेघवाल तथा दीया कुमारी के नाम मुख्यमंत्री पद की दौड़ में गिनवाए जा रहे हैं। दो बार मुख्यमंत्री रह चुकी राजस्थान की सर्वमान्य नेता वसुंधरा राजे सिंधिया ने विधायकों के साथ बैठकें करके साफ संकेत दे दिए हैं कि उन्हें राजस्थान में CM की कुर्सी ना देना भाजपा को भारी पड़ सकता है। भाजपा का राष्ट्रीय नेतृत्व राजस्थान को लेकर चिंतित बताया जा रहा है। विश्लेषकों की मानें तो बुधवार शाम तक राजस्थान के मुख्यमंत्री पद का फैसला कर लिया जाएगा। पेंच यही है कि राजस्थान में यदि वसुंधरा राजे सिंधिया मुख्यमंत्री नहीं बनाई जाती हैं तो क्या होगा ?
मध्य प्रदेश में भी हलचल तेज इस दौरान मध्य प्रदेश की राजनीति में भी हलचल बेहद तेज है। इस प्रदेश के कददावर नेता व वर्तमान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को बदलने के साफ संकेत मिल रहे हैं। मध्य प्रदेश में भी सिंधिया के नाम का पेंच फंसा हुआ है। विश्लेषकों के अनुसार राजस्थान में वसुंधरा राजे सिंधिया को ठिकाने लगाने के लिए भाजपा का नेतृत्व मध्य प्रदेश में पुराने कांग्रेसी चेहरा रहे युवा नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया पर दांव लगा सकता है। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री के दावेदारों में प्रहलाद पटेल, नरेन्द्र सिंह तोमर तथा कैलाश विजयवर्गीय के नाम भी सामने आ चुके हैं।
बात यदि छत्तीसगढ़ की करें तो भाजपा के पुराने मुख्यमंत्री रमन सिंह एक बार फिर मुख्यमंत्री की रेस में सबसे आगे बताए जा रहे हैं। उनके साथ ही केदार सिंह कश्यप तथा विष्णुदेव के नाम भी छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री के दावेदार के रूप में सामने आ रहे हैं। सभी दावेदार अपने-अपने ढंग से अपने दावे पेश कर रहे हैं। छत्तीसगढ़ की राजनीति के जानकारों का कहना है कि भाजपा नेतृत्व किसी बिल्कुल नए चेहरे पर भी दांव लगा सकता है।
भारतीय जनता पार्टी के अंतरंग सूत्रों का दावा है कि राजस्थान, मध्य प्रदेश तथा छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री कौन बनेगा ? इस सवाल का जवाब बुधवार की देर शाम तक मिल जाएगा। पार्टी सूत्रों का दावा है कि राजस्थान, मध्य प्रदेश तथा छत्तीसगढ़ के जमीनी कार्यकर्ताओं के फीडबैक तथा लोकसभा चुनाव 2024 को ध्यान में रखकर पार्टी के सर्वमान्य नेता प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी मुख्यमंत्री पदों का फैसला करेंगे।