Tuesday, 7 May 2024

Russia-Ukraine : रूस-यूक्रेन जंग का दुष्प्रभाव – ऑटोमोटिव इंडस्ट्री के आर्डर पर लगे ब्रेक

Noida : नोएडा । पिछले तकरीबन 27 दिनों से रूस तथा यूक्रेन के बीच चल रही जंग का दुष्प्रभाव नोएडा…

Russia-Ukraine : रूस-यूक्रेन जंग का दुष्प्रभाव – ऑटोमोटिव इंडस्ट्री के आर्डर पर लगे ब्रेक

Noida : नोएडा । पिछले तकरीबन 27 दिनों से रूस तथा यूक्रेन के बीच चल रही जंग का दुष्प्रभाव नोएडा के उद्योग पर दिखने लगा है। इस जंग के कारण 5 हजार करोड़ रूपये का कंपोनेंट कारोबार प्रभावित हुआ है। रा मैटेरियल की कमी के कारण उत्पादन इकाइयों के सामने उत्पाद तैयार कर आर्डर सप्लाई का संकट खड़ा हो गया है। इससे करीब पांच हजार करोड़ रुपये से अधिक का आटोमोटिव इंडस्ट्री को सप्लाई होने वाले आर्डर प्रभावित हो गया है। क्योंकि रा मैटेरियल सप्लाई करने वालों ने आर्टिफिशियल तरीके से बाजार में रा मैटेरियल का संकट खड़ा कर दामों को बढ़ा दिया है। वहीं, आटोमोटिव इंडस्ट्री की ओर से ओरिजन मैन्युफैक्चरिंग यूनिट (ओईएम) यूनिट्स को इस समय कंपोनेंट की दरों में संशोधन करने से साफ इनकार कर दिया है, जिससे इसका सीधा असर वेंडर फैक्ट्रियों पर दिखने लग रहा है।

कारोबारियों का आरोप है कि मुंबई, दिल्ली समेत देश के तमाम शहरों से रा मैटेरियल सप्लाई करने वाली कंपनियां आर्टिफिशयल तरीके से रा मैटेरियल की कमी बाजार में दिखा रही है, जिससे तेजी से रा मैटेरियल के दाम बाजार में बढ़ रहे है। इसका असर से हुआ कि पिछले तीन सप्ताह में रा मैटेरियल के दाम में 25 से 40 फीसद तक बढ़ाया जा चुका है। उत्पादन करने वाली मैन्यूफेक्चिरंग यूनिट को तीन से चार महीने पहले ही आर्डर मिल जाता है। ऐसे में एग्रीमेंट तय होता है। उसी एग्रीमेंट के आधार पर सप्लाई की जाती है। वे एमएसएमई सेक्टर के इंडस्ट्री को आर्डर देते है। लेकिन रॉ मैटेरियल महंगा होने से करीब पांच हजार करोड़ का मॉल फंस गया है। उधर आटोमेटिव इंडस्ट्री ने कंपोनेंट दरों में इजाफा करने से साफ मना कर दिया है।

17 हजार उत्पादन ईकाइयों के संकट में आने से इसमें काम करने वाले करीब दो लाख कामगारों के रोजगार पर भी संकट के बादल मंडराने लगे है, क्योंकि आर्डर सप्लाई नहीं होने कामगारों का वेतन, बिजली का बिल, एडवांस आयकर टैक्स, जीएसटी, फैक्ट्री का किराया तक देने में उद्यमियों का दिक्कत आ रही है।

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