Greater Noida News : ग्रेटर नोएडा पुलिस प्रशासन ने किरायेदारों के सत्यापन की व्यापक मुहिम शुरू कर दी है। शहर में बड़ी संख्या में ऐसे लोग किराये पर रह रहे हैं जिनका अब तक कोई रिकॉर्ड नहीं है। इससे सुरक्षा को लेकर खतरा बना रहता है और आपराधिक तत्व बिना पहचान के सोसायटियों में आसानी से छिप जाते हैं। इसी खतरे को भांपते हुए पुलिस ने सत्यापन अभियान को प्राथमिकता में लिया है।
ली जा रही AOA और RWA की मदद
सेक्टरों और हाउसिंग सोसायटियों में रह रहे लाखों किरायेदारों की जानकारी जुटाने के लिए अब अपार्टमेंट ओनर्स एसोसिएशन (AOA) और रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन (RWA) की मदद ली जा रही है। पुलिस ने एओए और आरडब्ल्यूए को किरायेदार सत्यापन फॉर्म वितरित करना शुरू कर दिया है। साथ ही, सभी संबंधित चौकी प्रभारियों को अपने-अपने क्षेत्रों में सत्यापन का जिम्मा सौंपा गया है।
किरायेदारों से इकट्ठी की जाएगी जानकारी
बीटा-2 कोतवाली प्रभारी विनोद कुमार ने बताया कि, सोमवार को हुई पीस कमेटी की बैठक में इस अभियान को लेकर वरिष्ठ अधिकारियों ने स्पष्ट निर्देश जारी किए हैं। उन्होंने बताया कि पुलिस टीम आरडब्ल्यूए और एओए पदाधिकारियों से संपर्क कर रही है और किरायेदारों से संबंधित जानकारी एकत्र की जा रही है।
ग्रेटर नोएडा बनेगा सुरक्षित
फिलहाल, ग्रेटर नोएडा के शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में करीब 10 लाख से अधिक किरायेदार रह रहे हैं, लेकिन मकान मालिकों द्वारा सत्यापन की प्रक्रिया को गंभीरता से नहीं लिया जाता। कई बार अपराधी बिना किसी पहचान के फ्लैटों में रहकर वारदातों को अंजाम दे देते हैं और फिर फरार हो जाते हैं। इस अभियान के जरिए पुलिस का मकसद किरायेदारों की पहचान सुनिश्चित करना और अपराध की आशंका को न्यूनतम करना है। आने वाले दिनों में सत्यापन की इस प्रक्रिया को और तेज किया जाएगा, जिससे शहर को सुरक्षित बनाया जा सके। Greater Noida News