Wednesday, 1 May 2024

Health : स्वस्थ रहने के लिए डाइट में शामिल करें ‘खीरा’!

   विनय संकोची Health : सलाद के रूप में संपूर्ण विश्व में ‘खीरे’ का विशेष महत्व है। खीरे के बिना…

Health : स्वस्थ रहने के लिए डाइट में शामिल करें ‘खीरा’!

 

 विनय संकोची

Health : सलाद के रूप में संपूर्ण विश्व में ‘खीरे’ का विशेष महत्व है। खीरे के बिना घर में बना सलाद अधूरा माना जाता है। खीरा न केवल सलाद में स्वाद बढ़ाने के लिए प्रयोग होता है, बल्कि इससे स्वास्थ्य को भी अनेक लाभ मिलते हैं। आयुर्वेद के अनुसार खीरा कलांति, दाह, पित्त तथा रक्तपित्त दूर करने वाला, रक्त विकार और मूत्र कच्छ नाशक रुचिकर फल है। खीरे में विटामिन-ए(Vitamin-A), विटामिन-बी (Vitamin-B)और विटामिन-सी(Vitamin-C)  तथा अनेक प्रकार के मिनिरल्स जैसे- मैग्नीशियम(Magnesium), सिलिका (Silica)और कैल्शियम (Calcium)आदि होते हैं, जो त्वचा के लिए अच्छे माने जाते हैं।

आइए जानते हैं खीरे के गुण और उपयोग के बारे में –

• खीरे में कोलेस्ट्रोल(Cholesterol) बिल्कुल नहीं होता है। जिन लोगों को दिल की बीमारी होती है उनको तो खीरा रोज खाना चाहिए। एक अध्ययन के अनुसार खीरा में स्ट्रेरोल नाम का योगिक होता है, यह कोलेस्ट्रॉल(cholesterol) को कम करने में मदद करता है।

• रोज खीरा खाने से पेट की बीमारी से बहुत हद तक राहत मिल जाती है, जैसे कब्ज, बदहजमी, अल्सर आदि। क्योंकि इस में जल की मात्रा ज्यादा होने के कारण यह विषाक्त पदार्थों को शरीर से बाहर निकाल देता है और उच्च फाइबर पेट को साफ करने में मदद करता है। खीरे में जो इरेप्सिन नाम का एंजाइम होता है, वह प्रोटीन को सोखने में मदद करता है।

मधुमेह (Diabetes) में लाभकारी खीरे का नियमित सेवन करने से यह इन्सुलिन लेवल को कंट्रोल करता है।

खीरा(cucumber)  कैंसर(Cancer) से लड़ता है। खीरा खाने से कैंसर होने की आशंका कम होती है। खीरे में तमाम ऐसे गुणकारी तत्व हैं, जो सभी तरह के कैंसर की रोकथाम में सक्षम हैं।

• गुर्दे से संबंधित बीमारियों में खीरे के रस का सेवन करना लाभप्रद रहता है।

• प्रतिदिन कुछ विटामिन्स लेना बेहद जरूरी होता है। जैसे विटामिन ए, बी और सी नियमित लेना चाहिए। खीरा अकेला ही हमें प्रतिदिन ये विटामिन देता है। खीरे के छिलके में विटामिन-सी होता है, इसे खाना भी लाभदायक है।

• खीरा एक ऐसी सब्जी है, जो त्वचा को विभिन्न समस्याओं से राहत दिलाने में मदद करता है। जैसे टैनिंग, सनबर्न, रैशेज आदि। रोजाना खीरा खाने से रूखी त्वचा में नमी  लौट आती है, क्योंकि यह नेचुरल मॉइश्चराइजर का काम करता है। यह त्वचा से तेल के निकलने की प्रक्रिया को कम करके मुहांसों का निकलना कम करता है।

• आयुर्वेद के अनुसार पेट में गर्मी होने के कारण मुंह से बदबू निकलती है। खीरा पेट को शीतलता प्रदान करने में मदद करता है। अगर मुंह से बदबू निकल रही है, तो कुछ मिनटों के लिए मुंह में खीरे का टुकड़ा रख लें, खीरा जीवाणुओं को मारकर धीरे-धीरे बदबू निकलना कम कर देता है।

• मानसिक रोग अल्जाइमर से सभी बचना चाहते हैं। रोज खीरा खाना इस मानसिक रोग के खतरे को कम कर देता है।

• तनाव से शरीर को बहुत क्षति पहुंचती है। खीरा में जो विटामिन-बी होता है वह अधिवृक्क ग्रंथि को नियंत्रित करके तनाव से हुई क्षति को कम करने में बहुत मदद करता है।

• खीरे में सिलिकॉन तथा सल्फर (Silicon and Sulfur) होने के नाते यह बालों को स्वस्थ रखने के साथ ही उनकी ग्रोथ भी बढ़ाता है।

• खीरे के रस के साथ गाजर का जूस तथा पालक का रस मिलाकर पीना लाभकारी है।

• खीरे के रस में दूध, नींबू रस मिलाकर पूरे शरीर पर लगाने से त्वचा मुलायम हो जाती है।

• खीरे के रस में जैतून का तेल मिलाकर चेहरे पर मलने से मुंहासे, काले धब्बे और झाइयां आदि दूर हो जाते हैं।

• खीरे में मौजूद तत्व सिलिशिया बालों और नाखूनों में चमक लाता है और इन्हें मजबूत करता है। सल्फर और सिलिशिया के कारण बाल तेजी से बढ़ते हैं।

• यदि आंखों के नीचे सूजन आ गई है, तो खीरे की स्लाइस लगाने से यह सही हो जाती है।

• पेट की गड़बड़ी तथा कब्ज में भी खीरे को औषधि के रूप में प्रयोग किया जाता है। खीरा कब्ज दूर करता है।

• खीरा पीलिया, प्यास, ज्वर, शरीर की जलन, गर्मी के सारे दोष, चर्म रोग, पेशाब में जलन व रुकावट और मधुमेह में लाभदायक है।

• खीरे का रस पथरी में भी फायदेमंद है।

• घुटनों के दर्द को दूर करने के लिए भोजन के साथ खीरे का पर्याप्त मात्रा में सेवन लाभदायक होता है।

• गैस, एसिडिटी, छाती की जलन में नियमित रूप से खीरा खाना लाभप्रद है।

• जो लोग मोटापे से परेशान रहते हैं, उन्हें सवेरे खीरे का सेवन करना चाहिए।

 जरूरी बात : रात में खीरा खाना नुकसानदायक होता है। रात में खीरा खाने से कब्ज की शिकायत हो सकती है। खीरे में
कूक्रिबिटिन नामक विषैला पदार्थ होता है। ज्यादा खीरा खाने से लीवर, अग्नाशय, पित्त मूत्राशय समेत अनेक कई अंगों में सूजन आ सकती है। जिन्हें साइनस की समस्या है, उन्हें खीरा सोच-समझकर खाना चाहिए। खीरे का ज्यादा सेवन किडनी पर भी प्रभाव डाल सकता है। जरूरत से ज्यादा खीरे का सेवन गर्भवती महिलाओं के लिए उपयोगी नहीं है। खीरा खाने के बाद पानी पीने से डायरिया होने का भय रहता है।

विशेष : यहां खीरे के गुण और उपयोग के बारे में सामान्य जानकारी प्रस्तुत की गई है। परंतु सामने जानकारी चिकित्सकीय परामर्श का विकल्प कदापि नहीं है। इसलिए हम किसी उपाय अथवा जानकारी की सफलता का दावा नहीं करते हैं। रोग विशेष के उपचार में खीरे को औषधि रूप में अपनाने से पूर्व योग्य आयुर्वेदाचार्य / आहार विशेषज्ञ/ चिकित्सक से परामर्श आवश्यक है।

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