Thursday, 14 November 2024

दुबई जलवायु परिवर्तन सम्मेलन में वैश्विक स्तर पर होगी भारत की भागीदारी

भारत के जलवायु परिवर्तन संबंधी सुझाव विश्व पटल पर बहुत मायने रखते हैं।

दुबई जलवायु परिवर्तन सम्मेलन में वैश्विक स्तर पर होगी भारत की भागीदारी

dubai climate change conference गाजियाबाद से बड़ी खबर है कि दुबई में होने वाले संयुक्त राष्ट्र जलवायु परिवर्तन सम्मेलन में महापौर सुनीता दयाल भारत के महत्वपूर्ण सुझावों को वैश्विक मंच पर साझा करेंगी। दुबई में होने वाले इस सम्मेलन में 198 देश हिस्सा ले रहे हैं। जिसमें भारत की महत्वपूर्ण भागीदारी मानी जा रही है। प्रधानमंत्री मोदी भी इस सम्‍मेलन में शामिल होंगे। विकसित और विकासशील देशों के बीच जलवायु परिवर्तन से संबंधित तमाम बिंदुओं पर यहां चर्चा होगी। जिसमें भारत के जलवायु परिवर्तन संबंधी सुझाव विश्व पटल पर बहुत मायने रखते हैं।

महापौर सुनीता दयाल गुरुवार को दुबई के लिए रवाना हो रही

जलवायु परिवर्तन के बाबत सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए महापौर सुनीता दयाल गुरुवार को दुबई के लिए रवाना हो रही है। सुनीता दयाल ने अपने महत्वपूर्ण सुझावों को लेकर विकसित और विकासशील देशों की भूमिका के बारे में परिकल्पना तैयार कर ली है।

तमाम नीतिगत फैसले लिए जाने की संभावना

जलवायु परिवर्तन के प्रभाव पर वैश्विक पटल पर तमाम बिंदुओं पर चर्चा होने से नीतिगत फैसले लिए जाने की संभावनाएं जताई जा रही हैं।

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सम्मेलन क्यों माना जा रहा है महत्वपूर्ण

आधुनिकता की दौड़ में जलवायु परिवर्तन का असर पूरी दुनिया पर पड़ा है और इसमें समृद्ध देशों की भागीदारी के नीतिगत निर्णय और विकसित और विकासशील देशों के बीच तारतम्य भी महत्वपूर्ण स्थान रखता है। आपको बता दें कि ओईसीडी इसलिए भी अहम है क्योंकि मुख्य रूप से यह अमेरिका, ब्रिटेन, जर्मनी, फ्रांस, स्विट्जरलैंड, कनाडा और अन्य समृद्ध देशों का एक समूह है। सम्मेलन में आने वाले प्रस्ताव और निर्णय इन देशों के वादों को पूरा करने में महत्वपूर्ण स्थान रखेंगे।

प्रधानमंत्री मोदी भी जाएंगे सम्‍मेलन में हिस्‍सा लेने

सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि कार्यक्रम में भारत के प्रधानमंत्री दुबई के इस सम्मेलन में हिस्सा लेने जा रहे हैं।

वर्ल्ड क्लाइमेट एक्शन समिट यानी जल वायु परिवर्तन सम्मेलन की इस बैठक में दुनिया के कई विकसित और विकासशील देशों के राष्ट्राध्यक्ष हिस्सा लेंगे।

सम्मेलन का मकसद कार्बन उत्सर्जन को कम करने के दबाव पर केंद्रित होगा

सम्मेलन विभिन्न बिंदुओं के साथ प्रमुख रूप से कॉर्बन उत्सर्जन को कम करने और मौसम संबंधी घटनाओं से निपटने में विकासशील देशों का समर्थन करने पर केंद्रित होगा।  सम्मेलन में लक्ष्‍य को पूरा करने के लिए आर्थिक भागीदारी पर भी महत्वपूर्ण चर्चा होगी।

प्रस्तुति मीना कौशिक

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