हर महिला को कराने चाहिए ये पांच बड़े टेस्ट वरना हो सकती है मौत!
महिलाएं अक्सर पूरे दिन घर और काम में इतनी व्यस्त रहती हैं कि अपनी सेहत पर ध्यान ही नहीं दे पातीं। यही लापरवाही आगे चलकर बड़ी बीमारियों का कारण बन जाती है। आज हम ऐसे कुछ हेल्थ टेस्ट के बारे में बताएंगे जो हर उम्र की महिलाओं के लिए बेहद जरूरी होते हैं। चलिए जानते हैं।

महिलाएं हमेशा अपने परिवार और जिम्मेदारियों को पहले रखती हैं लेकिन खुद की सेहत को अक्सर नजरअंदाज कर देती हैं। सुबह से रात तक घर और काम के बीच भागदौड़ में अपने लिए वक्त निकालना आसान नहीं होता लेकिन यही लापरवाही आगे चलकर बड़ी बीमारियों को न्योता देती है। ऐसे में हर महिलाओं को थोड़ी सी सावधानी बरतनी चाहिए और समय-समय पर कुछ जरूरी हेल्थ टेस्ट करवाने चाहिए ताकि कई गंभीर बीमारियों से बचा जा सके। चलिए जानते हैं ऐसे कुछ जरूरी टेस्ट के बारे में जो हर महिला को करवाने चाहिए।
1.ब्लड प्रेशर और ब्लड शुगर टेस्ट
आजकल महिलाओं में हाई या लो ब्लड प्रेशर और शुगर (डायबिटीज) की समस्या बहुत आम हो गई है। ये दोनों बीमारियां धीरे-धीरे शरीर के कई हिस्सों को नुकसान पहुंचाती हैं। इसलिए महिलाओं के लिए समय-समय पर ब्लड प्रेशर और ब्लड शुगर टेस्ट करवाना बेहत जरूरी होता है। इससे हार्ट प्रॉब्लम्स, किडनी की दिक्कत और थकावट जैसी परेशानियों से बचा जा सकता है।
2. हिमोग्लोबिन (एनीमिया) टेस्ट
भारत में लगभग हर दूसरी महिला एनीमिया (खून की कमी) से जूझ रही है। अगर आप अक्सर थकान महसूस करती हैं, चक्कर आते हैं या चेहरा पीला दिखता है तो यह संकेत आपके शरीर में खून की कमी का हो सकता है। इसलिए आपको महीने में कम से कम एक बार हिमोग्लोबिन टेस्ट जरूर करवाना चाहिए। हिमोग्लोबिन टेस्ट से ये पता चल जाता है कि आपके शरीर में आयरन और खून की मात्रा पर्याप्त है या नहीं।
3. थायराइड टेस्ट
थायराइड का असंतुलन महिलाओं में बहुत आम है। इसका असर आपके वजन, बालों, मूड और एनर्जी लेवल पर पड़ता है। अगर आपका वजन अचानक बढ़ने या घटने लगे, बाल झड़ने लगें या मूड बार-बार बदले तो यह थायराइड का संकेत हो सकता है। आपको डॉक्टर की सलाह लेकर साल में एक बार थायराइड टेस्ट जरूर करवाना चाहिए।
4. मेमोग्राम या ब्रेस्ट चेकअप
ब्रेस्ट कैंसर आज महिलाओं में सबसे तेजी से बढ़ने वाली बीमारियों में से एक है। 40 साल की उम्र के बाद हर महिला को मेमोग्राम टेस्ट करवाना चाहिए और 20 साल से ऊपर की महिलाओं को भी महीने में एक बार खुद घर पर ब्रेस्ट सेल्फ-चेक करना चाहिए।
5. विटामिन D और कैल्शियम टेस्ट
कमजोर हड्डियां, जोड़ों का दर्द या लगातार थकान होना इस बात का इशारा है कि आपके शरीर में विटामिन D या कैल्शियम की कमी हो सकती है। इसलिए जरूरी है कि आपको साल में एक बार यह टेस्ट जरूर करवाना है ताकि आगे चलकर ऑस्टियोपोरोसिस जैसी गंभीर बीमारी से बचा जा सके।
महिलाएं हमेशा अपने परिवार और जिम्मेदारियों को पहले रखती हैं लेकिन खुद की सेहत को अक्सर नजरअंदाज कर देती हैं। सुबह से रात तक घर और काम के बीच भागदौड़ में अपने लिए वक्त निकालना आसान नहीं होता लेकिन यही लापरवाही आगे चलकर बड़ी बीमारियों को न्योता देती है। ऐसे में हर महिलाओं को थोड़ी सी सावधानी बरतनी चाहिए और समय-समय पर कुछ जरूरी हेल्थ टेस्ट करवाने चाहिए ताकि कई गंभीर बीमारियों से बचा जा सके। चलिए जानते हैं ऐसे कुछ जरूरी टेस्ट के बारे में जो हर महिला को करवाने चाहिए।
1.ब्लड प्रेशर और ब्लड शुगर टेस्ट
आजकल महिलाओं में हाई या लो ब्लड प्रेशर और शुगर (डायबिटीज) की समस्या बहुत आम हो गई है। ये दोनों बीमारियां धीरे-धीरे शरीर के कई हिस्सों को नुकसान पहुंचाती हैं। इसलिए महिलाओं के लिए समय-समय पर ब्लड प्रेशर और ब्लड शुगर टेस्ट करवाना बेहत जरूरी होता है। इससे हार्ट प्रॉब्लम्स, किडनी की दिक्कत और थकावट जैसी परेशानियों से बचा जा सकता है।
2. हिमोग्लोबिन (एनीमिया) टेस्ट
भारत में लगभग हर दूसरी महिला एनीमिया (खून की कमी) से जूझ रही है। अगर आप अक्सर थकान महसूस करती हैं, चक्कर आते हैं या चेहरा पीला दिखता है तो यह संकेत आपके शरीर में खून की कमी का हो सकता है। इसलिए आपको महीने में कम से कम एक बार हिमोग्लोबिन टेस्ट जरूर करवाना चाहिए। हिमोग्लोबिन टेस्ट से ये पता चल जाता है कि आपके शरीर में आयरन और खून की मात्रा पर्याप्त है या नहीं।
3. थायराइड टेस्ट
थायराइड का असंतुलन महिलाओं में बहुत आम है। इसका असर आपके वजन, बालों, मूड और एनर्जी लेवल पर पड़ता है। अगर आपका वजन अचानक बढ़ने या घटने लगे, बाल झड़ने लगें या मूड बार-बार बदले तो यह थायराइड का संकेत हो सकता है। आपको डॉक्टर की सलाह लेकर साल में एक बार थायराइड टेस्ट जरूर करवाना चाहिए।
4. मेमोग्राम या ब्रेस्ट चेकअप
ब्रेस्ट कैंसर आज महिलाओं में सबसे तेजी से बढ़ने वाली बीमारियों में से एक है। 40 साल की उम्र के बाद हर महिला को मेमोग्राम टेस्ट करवाना चाहिए और 20 साल से ऊपर की महिलाओं को भी महीने में एक बार खुद घर पर ब्रेस्ट सेल्फ-चेक करना चाहिए।
5. विटामिन D और कैल्शियम टेस्ट
कमजोर हड्डियां, जोड़ों का दर्द या लगातार थकान होना इस बात का इशारा है कि आपके शरीर में विटामिन D या कैल्शियम की कमी हो सकती है। इसलिए जरूरी है कि आपको साल में एक बार यह टेस्ट जरूर करवाना है ताकि आगे चलकर ऑस्टियोपोरोसिस जैसी गंभीर बीमारी से बचा जा सके।







