सस्ते में ही निपट जाएगा विदेशी ट्रिप का प्लान, पढ़ें पूरी बजट गाइड

आप भी क्रिसमस-न्यू ईयर पर बाहर घूमने का प्लान बना रहे हैं लेकिन बजट को लेकर कंफ्यूज हैं? तो यह आर्टिकल आपके लिए है। यहां हम आपको ऐसे बेहतरीन डेस्टिनेशन के बारे में बताएंगे जहां आप अपने फैमिली और पार्टनर के साथ जा सकते हैं। यहां पूरा ट्रैवल बजट, फ्लाइट, होटल, फूड और एक्टिविटी का खर्च समझाया गया है।

Best Places to Visit During Christmas & New Year
क्रिसमस और न्यू ईयर पर कहां घूमने जाएं
locationभारत
userअसमीना
calendar04 Dec 2025 04:40 PM
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साल का वो समय फिर आ गया है जब शहर की सड़कों पर लाइटें लग जाती हैं, हवा में ठंडक के साथ फेस्टिव वाइब भर जाती है और मन करता है कहीं दूर निकल जाए। ऐसा ही पीरियड होता है क्रिसमस और न्यू ईयर का जब लोग सिर्फ छुट्टियां नहीं मनाते बल्कि फैमिली, पार्टनर और दोस्तों के साथ तमाम यादें भी बनाते हैं। क्रिसमस और न्यू ईयर में बस कुछ ही दिन बाकी है। ऐसे में ज्यादातर लोग किसी ऐसी जगह घूमने जाने का प्लान बनाते हैं जहां फेस्टिव वाइब भी मिले और बजट भी न बिगड़े। लेकिन इस टाइम होटल और फ्लाइट दोनों ही महंगे मिलते हैं जिससे सही जगह चुनना थोड़ा मुश्किल हो जाता है। होटल और फ्लाइट के रेट दोगुना होने के कारण कई कपल्स प्लान कैंसिल कर देते हैं।

अगर आपके दिमाग में भी यही सवाल चल रहा है कि ऐसी कौन सी जगह जाएं जहां का बजट पॉकेट-फ्रेंडली होने के साथ-साथ विदेश भी देखने का मौका मिल जाए तो ये आर्टिकल आपके बेहद काम आने वाली है। यहां हमने ऐसे 5 डेस्टिनेशन की जानकारी दी है जो फैमिली और कपल्स के लिए एकदम परफेक्ट हैं।

नेपाल (Nepal)

अगर आप कम बजट में इंटरनेशनल ट्रिप का मजा लेना चाहते हैं तो नेपाल सबसे बेस्ट ऑप्शन है। काठमांडू और पोखरा की खूबसूरती, झीलें, पहाड़ और टेम्पल कपल्स को बहुत पसंद आते हैं। सबसे बड़ी बात नेपाल वीजा-फ्री है यानी नेपाल का दीदार करने के लिए आपको सिर्फ पासपोर्ट की जरूरत पड़ेगी

5 दिन का कुल बजट

फ्लाइट: 38,000 रुपये

होटल: 20,000 रुपये

ट्रांसपोर्ट: 8,000 रुपये

फूड: 10,000 रुपये

एक्स्ट्रा खर्च: 8,000 रुपये

वियतनाम (Vietnam)

पिछले दो सालों में वियतनाम भारतीय कपल्स की पहली पसंद बन गया है। हैनोई की कल्चर, हालोंग बे का क्रूज और लोकल फूड सब कुछ एकदम फिल्मी लगता है। यहां घूमना तो आसान है ही साथ ही खर्च भी कंट्रोल में रहता है। फेस्टिव सीजन में वियतनाम का नजारा अलग ही नजर आता है।

5 दिन का कुल बजट

फ्लाइट: 70,000–80,000 रुपये

ई-वीजा: 4,000–5,000 रुपये

होटल: 26,000 रुपये

फूड: 18,000–22,000 रुपये

एक्टिविटी: 22,000–28,000 रुपये

यूएई (UAE)

अगर आप मॉडर्न सिटी, लग्जरी और एंटरटेनमेंट का कॉम्बिनेशन चाहते हैं तो दुबई-अबू धाबी बेस्ट ऑप्शन है। ग्लोबल विलेज, डेजर्ट सफारी, थीम पार्क्स और बुर्ज़ खलीफा जैसे एक्सपीरियंस इस ट्रिप को बेहद खास बना देते हैं।

5 दिन का बजट

फ्लाइट: 50,000 रुपये

वीज़ा: 11,000–18,000 रुपये

होटल: 48,000 रुपये

फूड: 22,000–28,000 रुपये

एक्टिविटी: 60,000–75,000 रुपये

होटल टैक्स: 3,000–4,000 रुपये

जापान (Japan)

अगर आप कल्चर, टेक्नोलॉजी और नेचर सबका एक साथ लुत्फ उठाना चाहते हैं टोक्यो-हाकोने पैकेज एकदम परफेक्ट है। यह ट्रिप प्रीमियम कैटेगरी में आता है और कपल्स को एक अलग लेवल का एक्सपीरियंस देता है।

5 दिन का कुल बजट

फ्लाइट: 1.6–2.0 लाख रुपये

होटल: 80,000 रुपये

ट्रांसपोर्ट: 20,000–28,000 रुपये

फूड: 40,000–55,000 रुपये

एक्टिविटी: 35,000–50,000 रुपये

फिनलैंड (Finland)

अगर आपका सपना है नॉर्दर्न लाइट्स देखने का, ग्लास इग्लू में ठहरने का और आर्कटिक एडवेंचर का तो फिनलैंड आपके लिए बेस्ट है। यह लिस्ट में सबसे महंगा ऑप्शन है लेकिन यादें इतनी खूबसूरत बनती हैं कि लाइफटाइम याद रहती हैं।

5 दिन का कुल बजट

होटल (ग्लास इग्लू): 2.2–2.8 लाख

एक्टिविटी: 1–1.4 लाख

फूड: 50,000–60,000 रुपये

अगर आप क्रिसमस-न्यू ईयर पर विदेश घूमने का प्लान बना रहे हैं तो ये पांचों डेस्टिनेशन अपने बजट और पसंद के हिसाब से बेस्ट हैं।

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हर घूंट में खतरा, आदमी मरता है कतरा-कतरा

अगर आप भी शराब के आदि हैं तो अब आपको ठहरने की सख्त जरूरत है क्योंकि जिस खतरनाक पदार्थ को आप शौक और मौज से पीते हैं वो आपके लिए जानलेवा साबित हो सकता है। इस आर्टिकल में हम जानेंगे कि आखिर लोगों को शराब की आदत कैसे लग जाती है और आपकी यह गंदी आदत कैसे लत में तब्दील हो जाती है।

शराब का नशा क्यों होता है
शराब कैसे बदल देती है आपके न्यूरॉन्स का खेल
locationभारत
userअसमीना
calendar03 Dec 2025 04:59 PM
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आजकल लोगों के लिए शराब पीना एक आम सा शौक बन चुका है। लोग शराब के इस कदर आदी हो रहे हैं जैसे शराब कोई नशीली पदार्श न होकर सॉफ्ट ड्रिंक हो। हैरानी की बात तो यह है कि बहुत से लोगों ने शराब को तनाव मिटाने, रिलैक्स महसूस करने या दोस्तों के साथ मजा लेने का जरिया बना लिया है, लेकिन हकीकत में शराब न सिर्फ आपके दिमाग की पूरी केमिस्ट्री के साथ खेलती है बल्कि आपके स्वास्थ्य को भी बेहद नुकसान पहुंचाती है। आज हम जानेंगे कि लोगों को शराब की आदत कैसे लग जाती है और यही आदत लत में कैसे बदल जाती है। इसके अलावा आप जानेंगे कि जब आप शराब पीना शुरू करते हैं तो आपका दिमाग किस तरह से खेलना शुरू करता है।

शराब से क्या है दिमाग का ताल्लुक?

जब भी कोई इंसान शराब, बियर या व्हिस्की पीता है तो उसमें मौजूद एथनॉल पेट से सीधे खून में अब्जॉर्ब हो जाता है और कुछ ही मिनट में खून इसे लेकर दिमाग तक पहुंच जाता है। हमारे दिमाग के अंदर न्यूरॉन नाम की नर्व सेल्स मौजूद होती हैं जो आपस में सिग्नल भेजती है, लेकिन शराब इन सिग्नल्स को धीमा कर देती है। इसी वजह से शराब पीने के बाद बोलने में लड़खड़ाहट, फैसले लेने में दिक्कत, शरीर का असंतुलन और सोचने-समझने की क्षमता कम होने जैसी स्थितियां पैदा होती हैं। जिसे लोग आम भाषा में नशा चढ़ना या सुरूर आना भी कहते हैं।

शराब कैसे छोड़ती है आपके दिमाग पर असर?

शराब सिर्फ सिग्नल्स को स्लो नहीं करती बल्कि दिमाग में डोपामीन नाम के हार्मोन को भी बढ़ा देती है जो हमें “फील गुड” वाला एहसास देता है। यही वजह है कि शराब पीने के बाद मूड अच्छा महसूस होता है और दिमाग इसे एक रिवॉर्ड की तरह लेने लगता है। धीरे-धीरे दिमाग सीख जाता है कि ये एहसास अच्छा है और इसे दोबारा पाने के लिए फिर शराब चाहिए। बस यहीं से लोगों की आदत, लत में तब्दील होनी शुरू हो जाती है।

ऐसे बिगड़ता है दिमाग का नेचुरल केमिकल सिस्टम

अगर शराब कभी-कभार ली जाए तो दिमाग और शरीर इसे संभाल लेते हैं लेकिन यदि रोजाना शराब पीने की आदत बन जाए तो दिमाग का अपना नेचुरल केमिकल सिस्टम बिगड़ने लगता है। दिमाग अपना डोपामीन खुद बनाना कम कर देता है और उसे खुश होने के लिए शराब जरूरी लगने लगती है। इंसान बिना शराब के कमजोर महसूस करने लगता है और शराब को अपनी जरूरत बना लेता है। जिसके कारण शराब छोड़ना बेहद मुश्किल हो जाता है।

हर साल होती है 3 लाख लोगों की मौत

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार हर साल करीब 3 लाख लोगों की मौत शराब से जुड़ी वजहों से होती है। ये मौतें सिर्फ नशे में हादसों की वजह से नहीं बल्कि लिवर डैमेज, हार्ट प्रॉब्लम्स, दिमागी नुकसान और मानसिक विकारों जैसी स्थितियों के कारण भी होती हैं। अब समझने वाली बात ये है कि शराब सिर्फ शरीर को नहीं बल्कि आपके दिमाग की सोचने-समझने की क्षमता, खुद को कंट्रोल करने की शक्ति और प्राकृतिक केमिकल बैलेंस को भी नुकसान पहुंचाती है इसलिए इस खतरनाक पदार्थ से दोस्ती करने से पहले हजारों बार सोचना बेहद जरूरी है। 

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महंगी हो जाएंगी आपकी गंदी आदतें, जानें क्यों और कैसे?

आने वाले समय में सिगरेट, पान मसाला और अन्य तंबाकू उत्पादों की कीमतों में भारी बढ़ोतरी होने वाली है। सरकार ने मार्च 2025 में खत्म होने वाले क्षतिपूर्ति सेस की जगह नए टैक्स कानून पेश किए हैं। अब स्वास्थ्य सुरक्षा से राष्ट्रीय सुरक्षा सेस मशीनों और उपकरणों की उत्पादन क्षमता के आधार पर लगेगा।

तंबाकू कंपनियों के लिए खतरे की घंटी
महंगे होंगे सिगरेट और पान मसाला
locationभारत
userअसमीना
calendar02 Dec 2025 03:51 PM
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आजकल सरकार कई ऐसे फैसले ले रही है जो सीधे आम लोगों की जेब पर असर डालते हैं। इसी कड़ी में सरकार द्वारा एक बड़ा कदम उठाया गया है। आने वाले दिनों में सिगरेट, पान मसाला और अन्य तंबाकू उत्पाद काफी महंगे होने वाले हैं। सरकार ने मार्च 2025 में खत्म होने वाले क्षतिपूर्ति सेस की जगह नए टैक्स कानून पेश किए हैं। इसका असर न केवल कंपनियों पर पड़ेगा बल्कि आम लोगों की जेब पर भी साफ दिखेगा। अभी तक सिगरेट और पान मसाला पर 28% जीएसटी के साथ क्षतिपूर्ति सेस भी वसूला जाता था। लेकिन यह सेस खत्म होने वाला है। इसके बाद सरकार इसे जारी नहीं रख पाएगी। ऐसे में राजस्व की कमी को देखते हुए सरकार ने नया सेंट्रल एक्साइज (संशोधन) बिल 2025 और स्वास्थ्य सुरक्षा से राष्ट्रीय सुरक्षा सेस बिल संसद में पेश किया है।

मशीनों और उपकरणों पर लगेगा टैक्स

सरकार का नया प्रस्ताव यह है कि अब तंबाकू व पान मसाला बनाने वाली मशीनों और उपकरणों पर टैक्स लगेगा। खास बात यह है कि यह टैक्स मशीन की वास्तविक उत्पादन क्षमता पर आधारित होगा, न कि असली उत्पादन पर। उदाहरण के लिए, अगर मशीन 100 यूनिट बना सकती है लेकिन सिर्फ 50 यूनिट ही उत्पादन हुआ तब भी टैक्स 100 यूनिट के हिसाब से ही लगेगा। इससे कंपनियों पर दबाव बढ़ेगा और राजस्व सुनिश्चित होगा।

कीमतों में होगा सीधा इजाफा

इसके अलावा नए कानून के तहत सिगरेट और तंबाकू उत्पादों पर एक्साइज ड्यूटी में भी भारी बढ़ोतरी प्रस्तावित है। सिगार पर टैक्स अब 12% या 1000 पीस पर 4006 रुपए की जगह 25% या 5000 रुपए होगा। 65 मिमी सिगरेट पर 1000 पीस के हिसाब से 440 रुपए की जगह 3000 रुपए टैक्स लगेगा। 65–70 मिमी फिल्टर सिगरेट पर 440 रुपए की जगह 5200 रुपए और 70 मिमी से बड़ी सिगरेट पर 545 रुपए की जगह 7000 रुपए टैक्स का प्रस्ताव है। इससे कंपनियों की लागत बढ़ेगी और कीमतों में सीधे इजाफा होगा।

कौन लेगा अंतिम फैसला?

सितंबर में लागू नई जीएसटी दरों के तहत 28% स्लैब हटाकर 40% का नया स्लैब बनाया गया। हालांकि तंबाकू उत्पाद अभी भी 28% स्लैब में हैं, लेकिन भविष्य में इन्हें 40% वाले स्लैब में शामिल किए जाने की संभावना है। इस पर अंतिम फैसला जीएसटी काउंसिल की चेयरपर्सन और वित्त मंत्री लेंगी। इस बदलाव का असर आम लोगों की जेब पर भी साफ दिखाई देगा। सीधी बात यह है कि सिगरेट और पान मसाला महंगे होंगे। कंपनियों का टैक्स बढ़ेगा, उत्पादन महंगा होगा और आखिरकार यह कीमतें ग्राहकों तक बढ़कर पहुंचेंगी।


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