Thursday, 2 May 2024

Google Search का खुलासा, पहली बार इतना खोजा गया यह शब्द!

दुनिया भर में साल 2021 की विदाई और नए साल के स्वागत की तैयारी चल रही है। इस बीच आठ…

Google Search का खुलासा, पहली बार इतना खोजा गया यह शब्द!

दुनिया भर में साल 2021 की विदाई और नए साल के स्वागत की तैयारी चल रही है। इस बीच आठ दिसंबर का दिन भारत के लिए बेहद दर्दनाक खबर लेकर आया। देश के पहले चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ (Chief of Defence Staff) जनरल बिपिन रावत (Bipin Rawat) सहित 13 लोगों की हेलीकॉप्टर क्रैश में अकस्मात मृत्यु से देश सकते में है।

इसे इत्तेफाक ही कहेंगे कि आज ही के दिन गूगल (Google) ने इस साल सबसे ज्यादा खोजे जाने वाले शब्दों की सूची के साथ एक भावनात्मक वीडियो साझा किया है। Google Year in Search 2021 के शीर्षक वाले इस वीडियो में बताया गया है कि 2021 में इंटरनेट (Internet) के इतिहास में पहली बार how to heal शब्द को सबसे ज्यादा बार सर्च किया गया। स्पेन, इंडोनेशिया से लेकर रूस तक दुनिया के हर हिस्से में अलग-अलग भाषाओं में how to heal शब्द को सर्च किया गया।

गूगल सर्च (Google Search) हिस्ट्री में छुपी है एक पीड़ा
पिछले दो साल से पूरी दुनिया महामारी के साए में जी रही है। इस संकट के दौरान कोरोना (Corona) से पीड़ित लोगों को असहनीय शारीरिक पीड़ा से गुजरना पड़ा। लेकिन, जो लोग इस बीमारी का​ शिकार नहीं हुए वे बेबस नज़रों से इस त्रासदी को देखते रहे। पहली बार पूरी मानवता असहाय थी और सिर्फ़, इस सैलाब के गुजर जाने का इंतजार करने को विवश भी।

गूगल (Google) का सर्च इतिहास मानवता की इसी पीड़ा को बयां करता है। दुनिया के किसी भी हिस्से में रहने वाले बच्चे, युवा, बुजूर्ग से लेकर आमोखास, आस्तिक, नास्तिक, गरीब, अमीर सब बस एक ही चीज तलाश रहे थे how to heal.

शरीर से ज्यादा मन को संक्रमित कर गया कोरोना
कोरोना (Corona) ने मानव शरीर से कई गुना ज्यादा मानवों के मस्तिष्क और मन को संक्रमित किया है। लॉकडाउन, सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क की मजबूरी ने हर उस गतिविधि को रोक दिया जो इंसान को इंसान (Social Animal) बनाती है।

मानवता के इतिहास में पहली बार पूरी दुनिया एक साथ ऐसी महामारी (Pandemic) से लड़ रही है जिसमें एक-दूसरे का हाथ पकड़ना तो दूर, किसी अपने को छूना या उसके नजदीक जाना भी अपराध बन गया है। लाचारी और बेबसी की इस पराकाष्ठा ने इंसान को अपनी ही नज़रों में गुनहगार बना दिया है। हर कोई इस मानसिक पीड़ा से निकलने का रास्ता तलाश रहा था, लेकिन किसी को घर से बाहर निकलने की आज़ादी नहीं थी।

इंटरनेट (Internet) ने निभाई दोहरी भूमिका
ऐसे में इंटरनेट ने दोहरी भूमिका अदा की। इंसान को इंसान से मिलने का वर्चुअल रास्ता सुझाया और how to heal लिख कर अपनी पीड़ा कहने और समाधान तलाशने का मौका दिया। दुनिया के लगभग हर देश में किसी न किसी ने अपने सबसे करीबी को खोया और अंतिम विदाई के समय उसे छूना तो दूर, अंतिम संस्कार करने से भी वंचित हुआ। इस पीड़ा को कहना जितना आसान है, महसूस करना उतना ही मुश्किल है।

खेल, तमाशों से लेकर श्मसान, कब्रिस्तान तक हर जगह इंसान अकेला और एक दूसरे से दूर खड़ा था। साल 2021 की विदाई, गम के इस दौर की अंतिम संध्या साबित हो इसके लिए पूरी मानवता को एक बार फिर से एकजुट होना होगा।

जिसका पड़ोसी होगा सुरक्षित, वही होगा स्वस्थ
कोई भी देश, कोई भी कौम, कोई भी नस्ल अगर इस महामारी (Pandemic) की चपेट में आती है तो, नुकसान पूरी मानवता को उठाना पड़ेगा। जो सक्षम हैं उन पर जिम्मेदारी ज्य़ादा है। खुद के लिए दवा या वैक्सीन (Vaccine) बनाने से ज्यादा इसे उन तक पहुंचाना जरूरी है जिनके पास इन्हें विकसित करने की क्षमता या संसाधन नहीं हैं।

ये ऐसा संकट है जिसमें अपना घर तब तक नहीं बचाया जा सकता जब तक कि पड़ोसी सुरक्षित न हो। दुनिया के विकसित और सक्षम देश इस बात को जितनी जल्दी समझेंगे, इस महामारी से छुटकारा पाने की आशाएं उतनी ही ज्यादा बलवती होगी। शायद गूगल का Google Year in Search 2021 यही संदेश देना चाहता है।

– संजीव श्रीवास्तव

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