Monday, 6 May 2024

जानिए क्यों मिल सकता है प्रधानमंत्री मोदी को नोबेल पुरस्कार

Nobel Peace Prize To PM Narendra Modi –भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सिर्फ देश में ही लोकप्रिय नहीं हो रहे…

जानिए क्यों मिल सकता है प्रधानमंत्री मोदी को नोबेल पुरस्कार

Nobel Peace Prize To PM Narendra Modi –भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सिर्फ देश में ही लोकप्रिय नहीं हो रहे हैं, बल्कि पूरी दुनिया में धीरे-धीरे इनका नाम हो रहा है। एक समय ऐसा था जब भारत सिर्फ एक देश के रूप में जाना जाता था, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में भारत देश पूरी दुनिया का लीडर बनकर उभर रहा है। और इसका पूरा श्रेय जाता है, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जिन्होंने हर देश के साथ संबंधों को सुधारते हुए वहां के मुखिया के साथ संबंधों को प्रगाढ़ बनाया। जिसका परिणाम यह मिला कि आज हर देश में ना सिर्फ मोदी की लोकप्रियता बढ़ी है बल्कि हर देश उनकी बातों का अनुसरण भी करता है।

अब देश के लिए एक और खुशी की बात सामने आई है क्योंकि अब तक हर देश में अपनी तारीफों के पुल बंधवा चुके प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ अब नोबेल प्राइज कमेटी के डिप्टी लीडर ने भी की है।

दरअसल नोबेल प्राइज कमेटी की टीम, जो नोबेल शांति पुरस्कार का विजेता तय करती है नार्वे से भारत पहुंची हुई है। इस टीम के डिप्टी लीडर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सराहना करते हुए कहा है कि-” मोदी जैसे ताकतवर नेता में शांति स्थापित करने की जबरदस्त क्षमता है।”

क्या नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) को मिल सकता है नोबेल शांति पुरस्कार-

नोबेल प्राइज कमेटी की टीम के डिप्टी द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जमकर सराहना करने की वजह से यह अनुमान लगाया जा सकता है कि देश को नोबेल पुरस्कार से जुड़ी कोई बड़ी खुशखबरी सुनने को मिल सकती है। अंदाजा लगाया जा रहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Nobel peace prize to PM Narendra Modi) जो पूरे विश्व को शांति और तरक्की की राह दिखा रहे हैं, उन्हें नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित किया जा सकता है।

क्या कहा नोबेल प्राइज कमेटी के डिप्टी लीडर ने ?

नोबेल शांति पुरस्कार के विजेता की घोषणा करने नोबेल प्राइज कमेटी की टीम नॉर्वे से भारत पहुंची है। यहां इस टीम के डिप्टी लीडर एस्ले टोजे (Asle Toje) ने मीडिया से बातचीत की जहां पर उन्होंने कई बड़ी बातें बताई। एस्ले टोजे (Asle Toje) के मुताबिक अब तक उन्हें नोबेल शांति पुरस्कार के लिए काफी बड़ी संख्या में नॉमिनेशन मिले हैं जिनमें भारतीय नॉमिनेशन की संख्या सबसे अधिक है। इसी दौरान एस्ले ने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भी जमकर सराहना की। उन्होंने कहा कि -“मैं मोदी की कोशिश को फॉलो कर रहा हूं। मोदी जैसे ताकतवर लीडर में शांति स्थापित करने की जबरदस्त क्षमता है। पीएम मोदी बहुत ताकतवर देश से आते हैं। उन्हें बहुत ही गंभीरता से लिया जाता है। उनके भीतर बेहद विश्वसनीयता है वह अपनी विश्वसनीयता और स्ट्रेंथ का इस्तेमाल इस भयावह युद्ध को रोकने में करेंगे। पीएम मोदी ने रूस, अमेरिका और चीन के राष्ट्राध्यक्ष से बात की है कि ‘भविष्य शांति का हो, न कि युद्ध का ‘, मुझे खुशी है कि मोदी सिर्फ भारत को ही आगे बढ़ाने का काम नहीं कर रहे हैं बल्कि उन मुद्दों पर भी काम कर रहे हैं जो दुनिया में शांति के लिए जरूरी है। दुनिया को भारत से सीखने की जरूरत है, भारत का सुपर पावर बनना तय है। एक तरफ जहां रूस और अमेरिका दोनों को ही न्यूक्लियर वार और बचाव की बात कर रहे हैं। ऐसे में इन देशों को भारत की ओर देखने की जरूरत है। भारत की नो फर्स्ट यूज पॉलिसी सबसे रिस्पांसिबल पॉलिसी है।”

रूस-यूक्रेन युद्ध से लेकर कई ऐसी बातें, जब दुनिया में लहराया मोदी का परिचम –

रूस और यूक्रेन में छिड़े युद्ध ने सिर्फ इन दो देशों को तबाह किया है बल्कि इस युद्ध का असर पूरे विश्व पर देखने को मिल रहा है। नार्वे के भारतीय मूल के सांसद हिमांशु गुलाटी (Himanshu Gulati) का कहना है कि इस युद्ध को रोकने में भारत का रोल बेहद जरूरी है, क्योंकि रूस और यूक्रेन दोनों ही देश भारत का सम्मान करते हैं। ऐसे में भारत ही वह जरिया बन सकता है, जो इस युद्ध को रोक सके।

सितंबर 2022 में पीएम मोदी की अगुवाई में सुरक्षा परिषद ने अपने एक बैठक में रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध को शांत करने के लिए, बातचीत की गई। उस समय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शांति के लिए किए गए प्रयासों की सराहना की गई थी फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने भी रूस यूक्रेन के युद्ध को लेकर रूस की आलोचना करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सराहना की थी और कहा था कि -“पीएम मोदी उस वक्त सही थे जब उन्होंने कहा था कि यह समय युद्ध का, पश्चिम से बदला लेने का या पूर्व के खिलाफ पश्चिम का विरोध करने का नहीं है।”

पड़ोसी देश पाकिस्तान ने भी की मोदी की सराहना –

पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने भी कई बार वैश्विक स्तर के साथ-साथ देश के मंच पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सराहना की है। उन्होंने कहा है कि “पीएम मोदी के नेतृत्व में भारत की नीतियां पूरी तरह आजाद मुल्क जैसी हैं। भारत हमारे साथ आजाद हुआ। उसे मैं बहुत बेहतर जानता हूं। मेरे वहां कई दोस्त हैं। वह एक खुद्दार कौम है, और कोई सुपर पावर उस देश को आंख नहीं दिखा सकता। वह रूस से तेल खरीद रहे हैं, जबकि उस पर बैन लगा हुआ है।”

कोरोना काल में भी भारत उभर कर आया था सामने –

साल 2020 में जब कोरोना वायरस ने पूरी दुनिया में तबाही मचा दी थी, और पूरे विश्व में त्राहि-त्राहि का माहौल था उस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ना सिर्फ अपने देशवासियों का ध्यान दिया बल्कि पड़ोसी देशों की मदद के लिए भी आगे आएं। मई 2022 में जब पूरी दुनिया को रोना वैक्सीन के लिए परेशान थी उस दौरान भारत के करोड़ों लोगों का वैक्सीनेशन तो सफलतापूर्वक किया ही गया, साथ में अन्य देशों की भी मदद की गई।

अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन (Joe Biden) ने भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की इस कदम की सराहना की और कहा कि -“बड़ी आबादी के बावजूद भारत में कोरोना पर लोकतांत्रिक तरीके से काबू पाया है।”

कोरोना महामारी के दौरान भारत ना सिर्फ सबसे पहले वैक्सीन बनाई बल्कि ‘पड़ोसी धर्म और नेबर्स फर्स्ट ‘ की नीति के तहत मालदीव भूटान नेपाल जैसे कई देशों को भी कोरोना की वैक्सीन उपलब्ध कराई। इसके अलावा भारत ने अमेरिका को भी 7 गुना कम लागत में तैयार कर सबसे सस्ती वैक्सीन उपलब्ध कराई। प्रधानमंत्री मोदी के इस प्रयास की पूरे विश्व में जमकर सराहना हुई।

तुर्की और सीरिया में आए भूकंप में मदद के लिए आगे आया भारत –

हाल ही में तुर्की और सीरिया में आए भूकंप ने तबाही फैला दी। भूकंप के इन झटकों में तुर्की और सीरिया में जनधन की काफी हानि हुई। तब तुर्की के साथ अच्छे संबंध ना होने के बावजूद भारत देश मदद के लिए आगे आया। जीवन रक्षक दवाओं, सुरक्षात्मक वस्तुओं के साथ-साथ भारत की तरफ से लगभग 7 करोड़ रुपए की मदद भेजी गई l इन सबके अलावा भूकंप में फंसे लोगों की मदद के लिए देश की तरफ से रेस्क्यू टीम भी भेजी गई।

पीएम मोदी (PM Narendra Modi) है ग्लोबल लीडर्स की लिस्ट में टॉप पर –

लोकप्रिय ग्लोबल लीडर्स की लिस्ट में पूरे देश के कई बड़े नेताओं को पीछे छोड़ते हुए, भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसके शीर्ष पर अपनी जगह बना ली। अमेरिका के प्रधानमंत्री जो बाइडेन (Joe Biden), ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक (Rishi Sunak) समेत, 22 बड़े देशों के लोकप्रिय नेताओं को पीछे छोड़ते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 78% रेटिंग के साथ विश्व की सबसे लोकप्रिय नेता के रूप में उभरे हैं।

वैश्विक स्तर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कई ऐसे काम किए हैं, जिसकी वजह से आज वह सिर्फ भारत देश के प्रधानमंत्री ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया के लीडर बन कर उभर रहे हैं। यह सब कई ऐसे कारण है, जिसकी वजह से अनुमान लगाया जा रहा है कि नोबेल शांति पुरस्कार के विजेता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Nobel Peace Prize Winner PM Narendra Modi) बन सकते हैं।

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