Saturday, 18 May 2024

Manipur Violence : विधायक समेत 100 घरों में आगजनी से भड़के ग्रामीण, उग्रवादियों के शिविर में लगाई आग

इंफाल। मणिपुर के काकचिंग जिले के सुगनू में नाराज ग्रामीणों ने एक खाली पड़े शिविर में आग लगा दी। वहां…

Manipur Violence : विधायक समेत 100 घरों में आगजनी से भड़के ग्रामीण, उग्रवादियों के शिविर में लगाई आग

इंफाल। मणिपुर के काकचिंग जिले के सुगनू में नाराज ग्रामीणों ने एक खाली पड़े शिविर में आग लगा दी। वहां यूनाइटेड कुकी लिबरेशन फ्रंट (यूकेएलएफ) के उग्रवादी सरकार के साथ शांति समझौते पर हस्ताक्षर करने के बाद ठहरे थे। पुलिस ने सोमवार को यह जानकारी देते हुए बताया कि आगजनी के दौरान यह शिविर खाली था।

Manipur Violence

पुलिस और उग्रवादियों के बीच दो दिनों से लगातार गोलीबारी

उग्रवादियों द्वारा काकचिंग जिले के सेरौ में सुगनू से कांग्रेस विधायक के. रंजीत के आवास सहित कम से कम 100 मकानों को आग के हवाले किए जाने के बाद से ग्रामीण गुस्से में हैं। पुलिस ने बताया कि पिछले दो दिन से उग्रवादियों और सुरक्षा बलों के बीच करीब चौबीसों घंटे गोलीबारी हो रही है।

WTC Final : भारत के खिलाफ आक्रामक खेल से परहेज नहीं करेंगे ग्रीन

शिविर छोड़कर भागे उग्रवादी

आगजनी से पहले रविवार को भारतीय रिज़र्व बटालियन और सीमा सुरक्षा बल सहित राज्य पुलिस के संयुक्त बलों की ग्राम स्वयं सेवकों के साथ नाज़रेथ शिविर में उग्रवादियों के साथ मुठभेड़ हुई। उसके बाद उग्रवादी अपना शिविर छोड़कर भाग गए। ग्रामीणों ने बाद में शिविर को आग के हवाले कर दिया, जिसमें नए भर्ती हुए कुकी उग्रवादियों को प्रशिक्षण भी दिया जाता था। पुलिस ने बताया कि एक अन्य घटनाक्रम में अज्ञात लोगों ने इंफाल पश्चिम जिले के लांगोल में कुछ मकानों में आग लगा दी।

Manipur Violence

हिंसा में अब तक 98 की मौत

मणिपुर में एक महीने पहले भड़की जातीय हिंसा में कम से कम 98 लोगों की मौत हुई है और 310 अन्य घायल हुए हैं। कुल 37,450 लोग वर्तमान में 272 राहत शिविरों में रह रहे हैं। गौरतलब है कि मणिपुर में अनुसूचित जनजाति (एसटी) का दर्जा देने की मेइती समुदाय की मांग के विरोध में तीन मई को पर्वतीय जिलों में ‘आदिवासी एकजुटता मार्च’ के आयोजन के बाद झड़पें हुई थीं।

Greater Noida News : प्रदर्शन कर रहे किसानों ने विधायक धीरेंद्र सिंह को सौंपा ज्ञापन

सेना और असम राइफल्स के 10 हजार जवान तैनात

मणिपुर की 53 प्रतिशत आबादी मेइती समुदाय की है। ये मुख्य रूप से इंफाल घाटी में रहते हैं। आदिवासियों- नगा और कुकी की आबादी 40 प्रतिशत है और ये पर्वतीय जिलों में रहते हैं। राज्य में शांति बहाल करने के लिए करीब 10,000 सेना और असम राइफल्स के जवानों को तैनात किया गया है।

देश विदेश की खबरों से अपडेट रहने लिए चेतना मंच के साथ जुड़े रहें।

देशदुनिया की लेटेस्ट खबरों से अपडेट रहने के लिए हमें फेसबुक पर लाइक करें या ट्विटर पर फॉलो करें।

Related Post