Monday, 14 October 2024

New Parliament House : संसद मामले में सुप्रीम कोर्ट ने याचिका कर दी रद्द, याची को खूब हड़काया

नई दिल्ली। नए संसद भवन का उद्घाटन भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से करवाने की मांग वाली याचिका आज सुप्रीम…

New Parliament House : संसद मामले में सुप्रीम कोर्ट ने याचिका कर दी रद्द, याची को खूब हड़काया

नई दिल्ली। नए संसद भवन का उद्घाटन भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से करवाने की मांग वाली याचिका आज सुप्रीम कोर्ट से खारिज हो गई है। कोर्ट ने इसके साथ ही याचिकाकर्ता को फटकार लगाते हुए कहा कि अगर ऐसी याचिका दोबारा लगाई गई तो कोर्ट जुर्माना भी लगा देगा।

New Parliament House

ऐसी याचिकाओं की सुनवाई करना हमारा काम नहीं : कोर्ट

याचिका पर सुनवाई करते हुए कोर्ट ने कहा कि हमें पता है कि ये याचिका किस कारण डाली गई है। कोर्ट ने इसी के साथ याचिकाकर्ता से पूछा कि आखिर इससे किसका हित होने वाला है। कोर्ट ने कहा कि ऐसी याचिकाओं की सुनवाई करना हमारा काम नहीं है।
सुप्रीम कोर्ट में बीते दिन इस मामले में एक जनहित याचिका (पीआईएल) दाखिल हुई है, जिसमें यह मांग की गई है कि सुप्रीम कोर्ट केंद्र को ये निर्देश दे कि नए संसद भवन का 28 मई को उद्घाटन भारत के राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा किया जाना चाहिए। जनहित याचिका में कहा गया है कि लोकसभा सचिवालय ने उद्घाटन के लिए राष्ट्रपति को आमंत्रित नहीं करके संविधान का उल्लंघन किया है।

Lucknow News : काम ऐसा करें कि उदाहरण बन जाए : सुरेश खन्ना

यह तो भारतीय संविधान का उल्लंघन है

अधिवक्ता जया सुकिन द्वारा दायर जनहित याचिका में कहा गया है कि 18 मई को लोकसभा सचिवालय द्वारा जारी बयान और नए संसद भवन के उद्घाटन के बारे में महासचिव, लोकसभा द्वारा जारी किया गया निमंत्रण भारतीय संविधान का उल्लंघन है। याचिका में कहा गया कि सरकार ने भारतीय संविधान का उल्लंघन किया है और संविधान का सम्मान नहीं किया जा रहा है। संसद भारत की सर्वोच्च विधायी संस्था है। भारत में राष्ट्रपति दोनों सदनों, राज्यसभा और लोकसभा को बुलाने और टालने या लोकसभा को भंग करने की शक्ति रखते हैं, इसलिए ये कार्य भी उन्हें ही करना चाहिए।

UPSC की परीक्षा पास करके IAS बने युवाओं को भी लपेट रही है जातीयता

New Parliament House

21 विपक्षी दल कर चुके हैं उद्घाटन समारोह के बहिष्कार का ऐलान

कांग्रेस, टीएमसी और आप समेत कुल 21 विपक्षी दलों ने नए संसद भवन के उद्घाटन के बहिष्कार की घोषणा कर चुके हैं। उन्होंने कहा है कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के बिना भवन का उद्घाटन करने का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का निर्णय राष्ट्रपति का अपमान करना है और संविधान का उल्लंघन भी है।

देश विदेश की खबरों से अपडेट रहने लिए चेतना मंच के साथ जुड़े रहें।

देशदुनिया की लेटेस्ट खबरों से अपडेट रहने के लिए हमें फेसबुक पर लाइक करें या ट्विटर पर फॉलो करें।

Related Post