Thursday, 2 May 2024

पहले भी लगे हैं नोएडा पुलिस के दामन पर हिरासत में मौत के दाग, दाग गहरे हैं

Noida News : सबको पता है कि कानून की नजर में पुलिस की हिरासत में मौत को गंभीरतम अपराध माना…

पहले भी लगे हैं नोएडा पुलिस के दामन पर हिरासत में मौत के दाग, दाग गहरे हैं

Noida News : सबको पता है कि कानून की नजर में पुलिस की हिरासत में मौत को गंभीरतम अपराध माना जाता है। नोएडा पुलिस की हिरासत में हुई मौत का एक मामला इस समय चर्चा का विषय बना हुआ है। नोएडा पुलिस इस मामले को मात्र एक हादसा (दुर्घटना) बताकर रफा-दफा करने में जुटी हुई है। नोएडा पुलिस की हिरासत में मौत का यह पहला मामला नहीं है। नोएडा की पुलिस के दामन पर हिरासत में मौत के अपराध के दाग पहले भी लगते रहे हैं।

नोएडा पुलिस की हिरासत में युवक की मौत

नोएडा पुलिस की हिरासत में हुई मौत की पुरानी घटनाएं याद दिलाने से पहले आपको नोएडा पुलिस की हिरासत में हुई मौत की ताजा घटना एक बार दोबारा बता देते हैं। दरअसल नोएडा शहर के थाना सेक्टर-39 में एक युवक की पुलिस हिरासत में मौत हो गई है। जानकारी के अनुसार युवक को नोएडा पुलिस ने नशे की हालत में अवैध शराब के साथ गिरफ्तार किया था। नोएडा की पुलिस की हिरासत में हुई युवक की मौत के बाद यह मामला पूरे नोएडा में चर्चा का विषय बना हुआ है। मिली जानकारी के अनुसार नोएडा के सेक्टर-39 थाने की पुलिस ने (35 वर्षीय) तनवीर पुत्र मोहसिन निवासी ग्राम भानसिया थाना महलगांव जिला अररिया बिहार को नशे की हालत में 39 पव्वे शराब के साथ गिरफ्तार किया था। इन दिनों तनवीर नोएडा में छलेरा गांव के एक मकान में किराए पर रह रहा था।

नोएडा पुलिस का कहना है कि आरोपी के खिलाफ आबकारी अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया गया था। रात के समय तनवीर की अचानक हालत बिगड़ गई। तनवीर की बिगड़ती हालत को देखते हुए नोएडा पुलिस उसे सेक्टर-39 स्थित जिला अस्पताल लेकर पहुंची, जहां उसे उपचार के लिए भर्ती कर लिया गया। उपचार के दौरान हालत बिगडऩे पर चिकित्सकों ने उसे बेहतर उपचार के लिए नोएडा से दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल के लिए रेफर कर दिया। सफदरजंग अस्पताल पहुंचने पर चिकित्सकों ने तनवीर को मृत घोषित कर दिया। तनवीर की मौत की सूचना मिलने पर नोएडा थाना सेक्टर-39 पुलिस में हडकंप मच गया। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाकर परिजनों को हादसे की सूचना दी है। मामले की जानकारी देते हुए नोएडा जोन के डीसीपी विद्यासागर मिश्रा ने बताया कि मौत के कारणों का पता लगवाने के लिए पोस्टमार्टम कराया जा रहा है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत की सही वजह का पता चल पाएगा। वहीं नोएडा पुलिस की हिरासत में हुई युवक की मौत को लेकर तरह-तरह की चर्चाएं हो रही है।

दीपक राम हत्या कांड

नोएडा में पुलिस की हिरासत में मौत का सबसे बड़ा और चर्चित मामला वर्ष-1993 का है। उस समय नोएडा के सबसे बड़े थाने के रूप में विख्यात सेक्टर-20 थाने की पुलिस की हिरासत में दीपक राम नामक युवक की मौत हो गयी थी। उन दिनों नोएडा शहर गाजियाबााद जिले का हिस्सा हुआ करता था। नोएडा के सेक्टर-20 थाने में पुलिस की हिरासत में हुई मौत के उस मामले को गाजियाबाद से प्रकाशित होने वाले हिन्ट नामक समाचार-पत्र में तैनात हिन्ट के नोएडा के ब्यूरो प्रमुख आर.पी. रघुवंशी ने उजागर किया था। आर.पी. रघुवंशी ने चेतना मंच को बताया कि उस समय IPS अधिकारी वी.के. गुप्ता पुलिस कप्तान (SSP) हुआ करते थे। हिन्ट में पूरा मामला उजागर होने पर एसएसपी….. वी.के. गुप्ता ने पूरे मामले की गहन जांच कराई थी। उस जांच में पता चला था कि नोएडा के सेक्टर-20 थाने की पुलिस ने बिहार के युवक दीपक राम को पीट-पीटकर मार डाला था। दीपक राम की मौत के बाद नोएडा पुलिस ने पूरे मामले को एक सडक़ दुर्घटना में बदलकर रफा-दफा कर दिया था। जांच में दीपक राम की हत्या की पुष्टि होने पर पूरे सेक्टर-20 थाने के स्टॉफ को सस्पेंड कर दिया गया था तथा नोएडा के पुलिस वालों के विरूद्ध हत्या का मामला भी दर्ज कराया गया था।

नोएडा के सेक्टर-39 थाने में भी हो चुका है काण्ड

नोएडा के जिस सेक्टर-39 थाने में तनवीर नामक युवक की हिरासत में मौत का ताजा मामला सामने आया है। नोएडा के इसी सेक्टर-39 थाने में पहले भी इस प्रकार के काण्ड हो चुके हैं। नोएडा के सेक्टर-39 थाने की पुलिस की हिरासत में बुलंदशहर जिले के खुर्जा क्षेत्र में रहने वाले सोनू नामक युवक की मौत हो चुकी है। सेक्टर-39 थाने की पुलिस हिरासत में मौत की यह घटना 1 सितंबर वर्ष-2006 की है। सोनू को नोएडा के सेक्टर-39 थाने की पुलिस ने ही पकड़ा था और उसकी मौत नोएडा के सेक्टर-20 थाने में दर्शाई गई थी। यह मामला सुप्रीम कोर्ट तक गया था। सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर नोएडा पुलिस की हिरासत में हुई मौत के मामले की सुनवाई दिल्ली हाईकोर्ट में हुुई थी। दिल्ली हाईकोर्ट ने उस समय नोएडा में तैनात उत्तर प्रदेश पुलिस के 6 कर्मचारियों को 10-10 साल की कैद की सजा सुनाई थी। नोएडा में तैनात जिन पुलिसवालों को सजा दी गई थी उनके नाम कुंवरपाल सिंह, हिंदवीर सिंह, महेश मिश्रा, प्रदीप कुमार, पुष्पेन्द्र कुमार तथा हरीपाल सिंह थे। अब देखना यह है कि नोएडा पुलिस की हिरासत में हुई मौत के ताजा मामले में कोई कार्यवाही करती है अथवा इस मामले को दबाने में सफल हो जाती है।

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