Noida News: नोएडा उत्तर प्रदेश का प्रसिद्ध शहर है। हर कोई नोएडा के विषय में जानना चाहता है। यहां नोएडा के प्रतिदिन के सभी समाचार अखबारों के हवाले से हम समाचार प्रकाशित करते हैं। नोएडा शहर से प्रकाशित होने वाले समाचार पत्रों में 3 अप्रैल को क्या खास समाचार प्रकाशित हुए हैं यहां एक साथ पढऩे को मिलेंगे।
Noida News: समाचार अमर उजाला से
अमर उजाला अखबार ने अपने नोएडा संस्करण में मुख्य समाचार “नाले में सीवेज बहा रहीं सोसाइटियां एफआईआर दर्ज कराएगा प्राधिकरण” शीर्षक से प्रकाशित किया है। इस समाचार में बताया गया है कि सेक्टर-45 और 100 की कुछ सोसाइटियां नाले में सीवेज को बहा रही हैं। एसटीपी बंद कर सीवर लाइन ओवरफ्लो करके सीवेज बहाया जाता है। बुधवार को नोएडा प्राधिकरण के सीईओ डॉ. लोकेश एम ने निरीक्षण के दौरान इस पर नाराजगी जताई। उन्होंने जल विभाग को सोसाइटी चिह्नित कर एफआईआर कराने के निर्देश दिए। यह नाला सेक्टर-98 के पास खुलता है और वहां दुर्गंध फैलती है।
सोसाइटियों से सीवेज नाले में बहाने का मामला पहले भी प्राधिकरण के सीईओ तक औद्योगिक विकास आयुक्त (आईडीसी) के निरीक्षण में सामने आ चुकी है। 10 फरवरी 2024 को सीईओ ने निरीक्षण किया था, आईडीसी का निरीक्षण 31 मई 2024 को हुआ था। दोनों निरीक्षण में इन सोसाइटियों पर कार्रवाई के निर्देश जारी हुए थे, लेकिन जल विभाग कोई सुधार नहीं करवा पाया है। विभाग के वरिष्ठ प्रबंधक-2 कपिल सिंह ने फरवरी में सोसाइटियों की तरफ से नाले में सीवर बहाए जाने की शिकायतों पर सेक्टर-45 का निरीक्षण भी किया था, लेकिन जनवरी में दो सोसाइटी पर लगाए गए जुर्माने की नोटिस दिखाकर इतिश्री कर ली थी। सीईओ ने सेक्टर-98 में स्काईमार्क बिल्डिंग के पास चल रही छह दुकान परियोजना के निरीक्षण करने पहुंचे थे। उन्होंने सेक्टर-38ए बोटेनिकल गार्डेन बस स्टैंड को आकर्षक बनाने के लिए रिमॉडलिंग के निर्देश दिए। सीईओ ने सेक्टर-16ए एपीजे स्कूल के पास निर्मित नाले की ऊंचाई कम कर 150 से 200 एमएम तक रखने के लिए कहा। एक्सप्रेसवे पर सेंट्रल वर्ज की पेंटिंग अगले सप्ताह तक शुरू करने के निर्देश दिए। महामाया फ्लाईओवर से ग्रेनो की ओर एक किमी के दायरे में लगी टाइलों का लेवल सड़क के हिसाब से करने के निर्देश दिये।
Noida News:
अमर उजाला अखबार ने अपने नोएडा संस्करण में मुख्य समाचार “तीन महीने में बिके 4,698 ईवी, 42 करोड़ माफ हुआ टैक्स” शीर्षक से प्रकाशित किया है। इस समाचार में बताया गया है कि पिछले तीन महीने में 400 करोड़ रुपये के इलेक्ट्रिक वाहन बिके हैं। परिवहन विभाग के अनुसार, इस अंतराल में यह अबतक का सबसे अधिक बिक्री है। एक जनवरी से 29 मार्च तक 4,698-वाहन पंजीकृत हुए। इसका मुख्य कारण परिवहन विभाग की ओर से टैक्स में छूट देना बताया जा रहा है। इस छूट का लाभ लेने के लिए अब सात माह का समय बाकी है। ऐसे में अनुमान लगाया जा रहा है कि रिकॉर्ड संख्या में इन वाहनों की बिक्री होने की संभावना है। ई-वाहनों के पंजीकरण पर विभाग ने अबतक 42 करोड़ रुपये का टैक्स माफ किया है। जिले में 2023 में 900 करोड़ रुपये के वाहन पंजीकृत हुए थे। 2024 में यह आंकड़ा एक हजार करोड़ तक पहुंच गया। इस वर्ष तीन माह भी पूरा नहीं हुआ है और 400 करोड़ रुपये के वाहन बिक चुके हैं। वर्ष के अंत तक यह आंकड़ा काफी बड़ा होने वाला है। इस समय अवधि में चार हजार ईवी बिके हैं। सबसे अधिक ई-रिक्शा और ई-ऑटो हैं बिके हैं। उप संभागीय परिवहन अधिकारी डॉ. सियाराम वर्मा बताते हैं कि ईवी की खरीद बढ़ रही तेजी सब्सिडी के बाद देखी गई है। अब सब्सिडी के केवल सात माह शेष हैं ऐसे में इसमें और भी अधिक उछाल देखने को मिल सकता है। लोग अब धीरे-धीरे काफी हद तक ईवी पर शिफ्ट होने लगे हैं।
Hindi News:
अमर उजाला ने 3 अप्रैल 2025 के अंक में प्रमुख समाचार “बिल्डिंग के पास फायर एनओसी नहीं उपकरण भी नाकाम” शीर्षक से प्रकाशित किया है। इस समाचार में बताया गया है कि सेक्टर-18 की जिस वाणिज्यिक इमारत में मंगलवार को आग लगी थी, उसका फायर एनओसी (अनापत्ति प्रमाण पत्र) नहीं था। इसके अग्निशमन उपकरण कार्यशील नहीं थे। इमारत में पांच पंप लगे थे, लेकिन एक भी ठीक से काम नहीं कर रहा था। हादसे के बाद अग्निशमन विभाग ने नोटिस भेजा है। सेक्टर-18 के कृष्णा अपरा प्लाजा में मंगलवार दोपहर आग लगी थी। इमारत में धुआं फैल गया था। इसके बाद मौके पर अफरातफरी मच गई थी और 25 से अधिक लोग घायल हो गए थे। 171 लोगों को सकुशल बाहर निकाला गया था। अधिकतर घायलों को प्राथमिक उपचार को छुट्टी दे दी गई। कुछ को बुधवार को छुट्टी दी गई। कई उपकरण एक साल पहले ही एक्सपायर हो गए थे : इस मामले में मुख्य अग्निशमन अधिकारी प्रदीप कुमार चौबे का कहना है कि इमारत के पास फायर एनओसी नहीं था। एनओसी लेने के लिए पहले से ही विभाग की तरफ से नोटिस भेजा गया था, लेकिन प्रबंधन ने लापरवाही बरती। अब फिर से नोटिस भेजा गया है। अग्निशमन विभाग की जांच में पता चला है कि इस इमारत में पांच पंप लगे थे, लेकिन कोई भी अच्छे से काम नहीं कर रहा था। अग्निशमन उपकरण कार्यशील नहीं थे। कई उपकरणों को अपडेट नहीं कराया गया था और कई के एक्सपायरी डेट एक साल पहले निकल गई थी।
Noida News: समाचार दैनिक जागरण से
दैनिक जागरण के नोएडा संस्करण में 3 अप्रैल 2025 का प्रमुख समाचार “90 मीटर की ऊंचाई पर लगी आग बुझाएगी दमकल ” शीर्षक से प्रकाशित किया गया है। इस समाचार में बताया गया है कि आग बुझाने के इंतजामों को लेकर गौतमबुद्ध नगर की दमकल और मजबूत होगी। 90 मीटर ऊंचाई पर लगी आग को बुझाया जा सकेगा। दमकल के बेड़े में 72 और 90 मीटर की ऊंचाई पर लगी आग को बुझाने के लिए हाइड्रोलिक प्लेटफार्म शामिल होंगे। नोएडा प्राधिकरण भी आग से बचाव और बुझाने के संसाधन खरीदने के लिए दमकल को 30 करोड़ रुपये देगा। इससे पहले ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण से मंगलवार को 30 करोड़ रुपये मिल गए हैं। बता दें कि शहर की ऊंची-ऊंची इमारतों में लगी आग को बुझाने और काबू पाने में दमकल को कई बार मशक्कत का सामना करना पड़ता है। वर्ष 2021 में तीनों प्राधिकरण ने आग बुझाने के संसाधन खरीदने के लिए 18 करोड़ रुपये उपलब्ध कराए थे। इनसे हाइड्रोलिक प्लेटफार्म खरीदने का कार्य किया जा रहा है। वर्तमान में 42 मीटर की ऊंचाई पर लगी आग को काबू पाने में दमकल को आसानी होती है। इससे अधिक ऊंचाई पर मशक्कत का सामना करना पड़ता है। 90 मीटर तक ऊंचाई की आग को बुझाने वाले हाइड्रोलिक प्लेटफार्म शामिल होने से दमकल को काफी आसानी होगी। मंगलवार को ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण से 30 करोड़ का बजट मिला था। इस राशि से दमकल ने 25 फायर टेंडर मंगवाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। नोएडा प्राधिकरण से मिलने वाली 30 करोड़ रुपये की राशि से भी दमकल विभाग फायर टेंडर खरीदेगा। इसमें ऐसे ड्रोन भी लिए जाएंगे जो ऊंची इमारतों में बाहर से आग पर काबू पा सके। आग बुझाने के लिए विभाग उच्च तकनीक को भी अपनाएगा। वर्तमान में विभाग के पास 22 फायर टेंडर हैं जिनसे आग बुझाई जाती है। कार्यशाला का आयोजनः नोएडा प्राधिकरण के सीईओ डा. लोकेश एम ने बताया कि आग लगने की बढ़ती घटनाओं और आग में फंसने की स्थिति में बचाव को लेकर कार्यशाला का आयोजन किया जाएगा। यह कार्यशाला इंदिरा गांधी कलाकेंद्र में आयोजित होगी।
दैनिक जागरण के 3 अप्रैल 2025 के अंक में अगला प्रमुख समाचार “पुलिस कमिश्नरेट की यूपी-112 टीम को दूसरा स्थान मिला” शीर्षक से प्रकाशित किया गया है। इस समाचार में बताया गया है कि गौतमबुद्ध नगर पुलिस कमिश्नरेट की यूपी-112 टीम ने इमरजेंसी में पीड़ितों को त्वरित सहायता पहुंचाने के मामले में प्रदेश स्तर पर दूसरा स्थान हासिल किया है। DGP प्रशांत कुमार ने पुलिस आयुक्त लक्ष्मी सिंह को बधाई दी है। मंगलवार को जारी सूची में पुलिस कमिश्नरेट का औसत रेस्पांस समय पीआरवी 112 जागरण आर्काइव तीन मिनट 30 सेकेंड का रहा। वहीं, कमिश्नरेट गाजियाबाद को पहला स्थान मिला है। पुलिस आयुक्त लक्ष्मी सिंह ने बताया कि जनपद में यूपी-112 के तहत 135 पीआरवी वाहनों का संचालन होता है। इनमें 71 चार पहिया वाहन शामिल हैं। डीसीपी यातायात लखन सिंह की निगरानी में डायल-112 सेवा के तहत वाहनों का संचालन होता है। रोजाना पुलिस कंट्रोल के जरिए पीआरवी पर करीब 800 से 900 सूचनाएं आती हैं। सूचना फ्लैश होते ही डायल-112 की 71 चार पहिया जबकि 64 दोपहिया बाइक पीड़ित को मदद देने के लिए बेहद कम समय में मौके पर पहुंच जाती हैं। वहीं, महिला सुरक्षा के लिए जनपद में छह महिला पीआरवी संचालित हैं। उन्हें हाईवे पर सुरक्षा व त्वरित सहायता के लिए रखा है। जबकि चार पीआरवी ईस्टर्न पेरिफेरल और दो पीआरवी यमुना एक्सप्रेसवे पर चलती हैं। विभिन्न घटना के अलावा पुलिस सडक दुघर्टना में घायलों को अस्पताल पहुंचाकर उनका जीवन बचाने का भी काम करती है। पुलिस रिकार्ड के अनुसार, बीते माह में शहरी क्षेत्र में लोगों तक तीन मिनट 28 सेकेंड में त्वरित मदद पहुंचाई गई। जबकि ग्रामीण क्षेत्र में यह आंकड़ा महज तीन मिनट 31 सेकेंड का रहा है। इस बीच कमिश्नरेट की पीआरवी को कई बार पीआरवी आफ द डे भी चुना जा चुका है।
दैनिक जागरण के अंक में अगला प्रमुख समाचार “सूख रहे पेड़-पौधे, जिम की उखड़ गईं टाइल्स” शीर्षक से प्रकाशित किया गया है। इस समाचार में बताया गया है कि सेक्टर-82 स्थित पाकेट सात में प्राधिकरण की लापरवाही से पेड़-पौधे सूख रहे हैं। उद्यान निदेशक ने बैठक में क्षेत्र में हरियाली के लिए बेहतर कार्य करने का आश्वासन दिया। अब ओपन जिम की टाइल्स भी उखड़ गई हैं। आरडब्ल्यूए ने प्राधिकरण अधिकारियों पर शिकायत नहीं सुनने का आरोप लगाया है। अध्यक्ष राघवेंद्र दुबे ने कहा कि प्राधिकरण के उद्यान निदेशक के साथ पूर्व में हुई बैठक में व्यवस्थाओं में सुधार का आश्वासन दिया गया। उदासीनता और अनदेखी के चलते पेड़-पौधे सूख रहे हैं। अब ओपन जिम की टाइल्स भी उखड़ चुकी हैं। प्रवेश द्वार पर बोरिंग को खराब हुए वर्षभर हो गया है। पेड़-पौधों में पानी देने का कोई अन्य साधन नहीं है। मार्च में भी उद्यान निदेशक से बैठक की पर सुविधाओं में सुधार नहीं हो सका। जिसकी वजह से स्थानीय निवासियों को परेशानी झेलनी पड़ रही है। इसी कारण प्राधिकरण को इस संबंध में फिर से लिखित शिकायत दी गई है।
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