बायजू को अब एक और झटका, जानें क्या हुआ जो गिरवी रखना पड़ा घर
भारी आर्थिक संकट से जूझ रही देश की एक बड़ी एडटेक कंपनी बायजू की मुश्किलें हल होने का नाम नहीं ले रही हैं


भारी आर्थिक संकट से जूझ रही देश की एक बड़ी एडटेक कंपनी बायजू की मुश्किलें हल होने का नाम नहीं ले रही हैं


Rajasthan News : राजस्थान में विधानसभा चुनाव सम्पन्न होने के बाद अब नई भाजपा सरकार में मुख्यमंत्री के चेहरे को लेकर हलचल तेज हो गई है। मरूभूमि में सिंहासन के लिए शक्ति प्रदर्शन भी तेज हो गया है। जयपुर से लेकर दिल्ली तक बैठकों का दौर जारी है। हालांकि, भाजपा आलाकमान ने फिलहाल अपना रूख स्पष्ट नहीं किया है। विधायक दल की बैठक बुलाने को लेकर भी अधिकारिक निर्णय नहीं लिया गया है, लेकिन मंगलवार शाम अथवा बुधवार सुबह तक विधायक दल की बैठक बुलाई जा सकती है।
उधर, राजस्थान की पूर्व सीएम वसुंधरा राजे ने 68 विधायकों से बात की है। आज सुबह भी 7 विधायक उनसे मिलने उनके आवास पर पहुंचे। भाजपा विधायक कालीचरण सराफ का दावा है कि कल वसुंधरा से 70 भाजपा विधायकों ने भेंट की थी।
सोमवार सुबह प्रदेश प्रभारी अरूण सिंह और प्रदेशाध्यक्ष सी.पी.जोशी जयपुर से दिल्ली पहुंचे है। केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत और केंद्रीय विधिमंत्री अर्जुन राम मेघवाल सहित कई वरिष्ठ नेता भी दिल्ली में है। वहीं, पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे जयपुर में ही रहकर नये विधायकों से मिल रही है।
बताया जा रहा है कि राजस्थान का फैसला मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ के साथ ही हो सकता है। इस बीच वसुंधरा से मिलने पहुंचे विधायकों में शामिल बहादुर सिंह कोली, विजय सिंह चौधरी व समाराम गरासिया ने कहा कि वसुंधरा प्रदेश की जनता की मांग है। वसुंधरा को सीएम बनाना चाहिए। उन्होंने कहा कि सीएम का फैसला शीर्ष नेतृत्व को करना है। लेकिन हमारी राय पूछी जाएगी तो वसुंधरा का नाम आगे करेंगे। सभी विधायकों का उन्हें समर्थन है।
वसुंधरा से मिलने पहुंचने वाले विधायकों में बाबू सिंह राठौड़,कालीचरण सराफ, गजेंद्र सिंह खींवसर, प्रेम चंद बैरवा, गोविद रानरपुरिया, ललित मीणा, कालूलाल मीणा, के.के.विश्नोई, सुरेश रावत,शंकर सिंह रावत, भागचंद, राधेश्याम बैरवा, रामस्वरूप लांबा आदि प्रमख विधायकों ने मुलाकात की है। सीएम पद के लिए वसुंधरा के अतिरिक्त शेखावत, मेघवाल और वरिष्ठ नेता ओमप्रकाश माथुर भी दौड़ में है। राजस्थान में सीएम के मुददे पर दिल्ली में भी पार्टी के शीर्ष नेताओं की बैठक हो रही है।
Rajasthan News : राजस्थान में विधानसभा चुनाव सम्पन्न होने के बाद अब नई भाजपा सरकार में मुख्यमंत्री के चेहरे को लेकर हलचल तेज हो गई है। मरूभूमि में सिंहासन के लिए शक्ति प्रदर्शन भी तेज हो गया है। जयपुर से लेकर दिल्ली तक बैठकों का दौर जारी है। हालांकि, भाजपा आलाकमान ने फिलहाल अपना रूख स्पष्ट नहीं किया है। विधायक दल की बैठक बुलाने को लेकर भी अधिकारिक निर्णय नहीं लिया गया है, लेकिन मंगलवार शाम अथवा बुधवार सुबह तक विधायक दल की बैठक बुलाई जा सकती है।
उधर, राजस्थान की पूर्व सीएम वसुंधरा राजे ने 68 विधायकों से बात की है। आज सुबह भी 7 विधायक उनसे मिलने उनके आवास पर पहुंचे। भाजपा विधायक कालीचरण सराफ का दावा है कि कल वसुंधरा से 70 भाजपा विधायकों ने भेंट की थी।
सोमवार सुबह प्रदेश प्रभारी अरूण सिंह और प्रदेशाध्यक्ष सी.पी.जोशी जयपुर से दिल्ली पहुंचे है। केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत और केंद्रीय विधिमंत्री अर्जुन राम मेघवाल सहित कई वरिष्ठ नेता भी दिल्ली में है। वहीं, पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे जयपुर में ही रहकर नये विधायकों से मिल रही है।
बताया जा रहा है कि राजस्थान का फैसला मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ के साथ ही हो सकता है। इस बीच वसुंधरा से मिलने पहुंचे विधायकों में शामिल बहादुर सिंह कोली, विजय सिंह चौधरी व समाराम गरासिया ने कहा कि वसुंधरा प्रदेश की जनता की मांग है। वसुंधरा को सीएम बनाना चाहिए। उन्होंने कहा कि सीएम का फैसला शीर्ष नेतृत्व को करना है। लेकिन हमारी राय पूछी जाएगी तो वसुंधरा का नाम आगे करेंगे। सभी विधायकों का उन्हें समर्थन है।
वसुंधरा से मिलने पहुंचने वाले विधायकों में बाबू सिंह राठौड़,कालीचरण सराफ, गजेंद्र सिंह खींवसर, प्रेम चंद बैरवा, गोविद रानरपुरिया, ललित मीणा, कालूलाल मीणा, के.के.विश्नोई, सुरेश रावत,शंकर सिंह रावत, भागचंद, राधेश्याम बैरवा, रामस्वरूप लांबा आदि प्रमख विधायकों ने मुलाकात की है। सीएम पद के लिए वसुंधरा के अतिरिक्त शेखावत, मेघवाल और वरिष्ठ नेता ओमप्रकाश माथुर भी दौड़ में है। राजस्थान में सीएम के मुददे पर दिल्ली में भी पार्टी के शीर्ष नेताओं की बैठक हो रही है।
