यूपी के इस जिले में 1.77 लाख लोगों के मुफ्त राशन पर संकट, हो सकता है राशनकार्ड निरस्त
भारत
चेतना मंच
28 AUG 2025 07:49 AM
यूपी में सार्वजनिक वितरण प्रणाली (पीडीएस) को पारदर्शी बनाने की कवायद में फर्रुखाबाद प्रशासन ने सख्ती बढ़ा दी है। अब यूपी के इस जिले में बिना ई-केवाईसी वाले कार्डधारकों को मुफ्त राशन नहीं मिलेगा। यूपी के इस जिले की प्रशासन ने चेतावनी दी है कि अगर तीन महीने में ई-केवाईसी नहीं कराई गई तो राशनकार्ड निरस्त कर दिया जाएगा। यूपी के इस जिले में इस आदेश का असर लगभग 1.77 लाख वयस्क उपभोक्ताओं पर पड़ने वाला है। UP News :
कितने कार्डधारकों की हुई ई-केवाईसी
जुलाई 2024 में शुरू हुए ई-केवाईसी सत्यापन अभियान में अब तक जिले में कुल राशन कार्डों का 86 प्रतिशत ही अपडेट हो पाया है। प्रशासन के नवीन आदेश के अनुसार, 18 वर्ष से अधिक आयु वाले सभी कार्डधारक जिनकी ई-केवाईसी नहीं हुई है, उन्हें तीन महीने तक राशन वितरण में निलंबन झेलना पड़ेगा।
तीन महीने के बाद क्या होगा?
* अगर इस अवधि में कार्डधारक ई-केवाईसी करवा लेते हैं, तो राशन वितरण फिर से शुरू हो जाएगा।
* लेकिन तीन महीने बाद भी ई-केवाईसी पूरी न होने पर राशनकार्ड निरस्त कर दिया जाएगा।
* 18 वर्ष से कम उम्र के बच्चों के राशन पर इस दौरान कोई असर नहीं पड़ेगा।
जिले की स्थिति
फरुखार्बाद में कुल 3,52,815 राशन कार्ड हैं, जिनमें:
* पात्र गृहस्थी कार्ड 3,14,638
* अंत्योदय कार्ड: 38,177
कुल उपभोक्ता: 14,26,449, जिनमें से बिना ई-केवाईसी वाले: 1,87,162
* बच्चों की संख्या: 10,027 (अभी राहत)
* वयस्क उपभोक्ता: 1,77,135 (राशन पर संकट)
क्षेत्रीय राशन अधिकारी का बयान
क्षेत्रीय राशन अधिकारी अनिल यादव ने बताया कि समस्या मुख्य रूप से प्रवासी मजदूरों और नौकरीपेशा लोगों की है, जो बाहर रहते हैं। इसके अलावा बुजुर्ग और बच्चों का बायोमीट्रिक आधार से मेल न खाना भी बड़ी बाधा है। उन्होंने चेतावनी दी कि उपभोक्ताओं के पास तीन माह का समय बचा है, जिसमें ई-केवाईसी करानी होगी। UP News
CBSE Result 2022:देश में अव्वल नोएडा की युवाक्षी और बुलंदशहर की तान्या
भारत
चेतना मंच
22 JUL 2022 00:38 PM
Noida: नोएडा। एमिटी इंटरनेशनल स्कूल (Amity International School) की छात्रा युवाक्षी विग ने सीबीएसई बोर्ड की 12वीं की परीक्षा में टॉप किया है। परीक्षा में उन्होंने परफेक्ट 500 प्राप्त किए हैं। सेक्टर-44 स्थित एमिटी इंटरनेशनल स्कूल की छात्रा युवाक्षी की इस उपलब्धि पर स्कूल की प्रधानाचार्य श्रीमती रेनू सिंह ने युवाक्षी को मिठाई खिलाकर बधाई दी। युवाक्षी ने बताया कि वह दिन में 6 घंटे पढ़ती थीं, 12वीं में उसके विषय हिस्ट्री, इंग्लिश, पॉलिटिकल सांईस, साइक्लॉजी और पेंटिंग था। भविष्य में वह साइक्लॉजी की प्रोफेसर बनना चाहती हैं।
लड़कियों ने एक बार फिर बाजी मारी है। इस साल कुल पास प्रतिशत 92.71 फीसदी रहा है। केंद्रीय विद्यालय के छात्रों का परिणाम 97.04 फीसदी रहा है। 92.71 प्रतिशत छात्र उत्तीर्ण हुए हैं।वहीं, बुलंदशहर में सीबीएसई के परिणाम में डीपीएस की तान्या सिंह ने टॉप किया है। तान्या ने 500 में से 500 अंक हासिल किए हैं। परीक्षा परिणाम जारी होते ही विद्यार्थी खुशी से झूम उठे।
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22 JUL 2022 00:38 PM
Noida: नोएडा। एमिटी इंटरनेशनल स्कूल (Amity International School) की छात्रा युवाक्षी विग ने सीबीएसई बोर्ड की 12वीं की परीक्षा में टॉप किया है। परीक्षा में उन्होंने परफेक्ट 500 प्राप्त किए हैं। सेक्टर-44 स्थित एमिटी इंटरनेशनल स्कूल की छात्रा युवाक्षी की इस उपलब्धि पर स्कूल की प्रधानाचार्य श्रीमती रेनू सिंह ने युवाक्षी को मिठाई खिलाकर बधाई दी। युवाक्षी ने बताया कि वह दिन में 6 घंटे पढ़ती थीं, 12वीं में उसके विषय हिस्ट्री, इंग्लिश, पॉलिटिकल सांईस, साइक्लॉजी और पेंटिंग था। भविष्य में वह साइक्लॉजी की प्रोफेसर बनना चाहती हैं।
लड़कियों ने एक बार फिर बाजी मारी है। इस साल कुल पास प्रतिशत 92.71 फीसदी रहा है। केंद्रीय विद्यालय के छात्रों का परिणाम 97.04 फीसदी रहा है। 92.71 प्रतिशत छात्र उत्तीर्ण हुए हैं।वहीं, बुलंदशहर में सीबीएसई के परिणाम में डीपीएस की तान्या सिंह ने टॉप किया है। तान्या ने 500 में से 500 अंक हासिल किए हैं। परीक्षा परिणाम जारी होते ही विद्यार्थी खुशी से झूम उठे।
Up News: राज्य कर्मचारियों व पेंशनर्स को कैशलेस चिकित्सा सुविधा
भारत
चेतना मंच
22 JUL 2022 10:22 AM
Lucknow: लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Uttar Pradesh Chief Minister Yogi Adityanath)ने कहा कि प्रदेश सरकार राज्य कर्मचारियों के हितों के लिए पूरी प्रतिबद्धता से कार्य कर रही है। प्रदेश सरकार द्वारा ई-पेंशन पोर्टल की व्यवस्था लागू की गयी है। वर्षों से राज्य कर्मचारियों की पैसे के अभाव में उपचार न हो पाने की समस्या के समाधान की मांग थी। राज्य कर्मचारियों एवं पेंशनर्स को बधाई देते हुए उन्होंने कहा कि पं0 दीनदयाल उपाध्याय राज्य कर्मचारी कैशलेस चिकित्सा योजना का शुभारम्भ किया गया है। इससे राज्य के 22 लाख कर्मचारी और पेंशनर्स तथा इनके आश्रितों को मिलाकर कुल 75 लाख से अधिक लोगों को कैशलेस चिकित्सा सुविधा उपलब्ध होगी।
मुख्यमंत्री यहां लोक भवन में पं0 दीनदयाल उपाध्याय राज्य कर्मचारी कैशलेस चिकित्सा योजना के शुभारम्भ कार्यक्रम को सम्बोधित कर रहे थे। इस अवसर पर उन्होंने योजना के 10 लाभार्थियों को प्रतीकात्मक स्टेट हेल्थ कार्ड प्रदान किया। कार्यक्रम के दौरान पं0 दीनदयाल उपाध्याय राज्य कर्मचारी कैशलेस चिकित्सा योजना पर आधारित एक लघु फिल्म भी प्रदर्शित की गयी। उन्होंने निर्देश दिये कि योजना को लागू करने के लिए ऐसा मैकेनिज्म बनाया जाए, जिससे राज्य कर्मचारी और पेंशनर्स अपना स्टेट हेल्थ कार्ड स्वयं डाउनलोड कर सकें और आवश्यकता पडऩे पर सरकारी अथवा इम्पैनल्ड अस्पतालों में कैशलेस चिकित्सा का लाभ प्राप्त कर सकें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की मंशा के अनुरूप एस0ई0सी0सी0 डाटा के आधार पर 'प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना' 'आयुष्मान भारत के तहत गरीब परिवारों को 05 लाख रुपये तक का चिकित्सा बीमा कवर उपलब्ध कराया जा रहा है। प्रदेश के अन्त्योदय परिवारों को मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना में 05 लाख रुपये का चिकित्सा बीमा कवर उपलब्ध कराया गया है। उत्तर प्रदेश भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड के पंजीकृत श्रमिकों को भी 05 लाख रुपये का चिकित्सा बीमा कवर उपलब्ध कराया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार ने पिछले कार्यकाल में ही सम्बन्धित विभाग को राज्य कर्मचारियों को कैशलेस चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने की कार्ययोजना बनाने के निर्देश दिये थे। पं0 दीनदयाल उपाध्याय राज्य कर्मचारी कैशलेस चिकित्सा योजना के माध्यम से राज्य कर्मचारियों, पेंशनर्स तथा उनके आश्रितों को सरकारी चिकित्सा संस्थानों, मेडिकल कॉलेजों एवं सरकारी चिकित्सालयों में बिना किसी वित्तीय सीमा के कैशलेस चिकित्सा सुविधा मिलेगी।
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22 JUL 2022 10:22 AM
Lucknow: लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Uttar Pradesh Chief Minister Yogi Adityanath)ने कहा कि प्रदेश सरकार राज्य कर्मचारियों के हितों के लिए पूरी प्रतिबद्धता से कार्य कर रही है। प्रदेश सरकार द्वारा ई-पेंशन पोर्टल की व्यवस्था लागू की गयी है। वर्षों से राज्य कर्मचारियों की पैसे के अभाव में उपचार न हो पाने की समस्या के समाधान की मांग थी। राज्य कर्मचारियों एवं पेंशनर्स को बधाई देते हुए उन्होंने कहा कि पं0 दीनदयाल उपाध्याय राज्य कर्मचारी कैशलेस चिकित्सा योजना का शुभारम्भ किया गया है। इससे राज्य के 22 लाख कर्मचारी और पेंशनर्स तथा इनके आश्रितों को मिलाकर कुल 75 लाख से अधिक लोगों को कैशलेस चिकित्सा सुविधा उपलब्ध होगी।
मुख्यमंत्री यहां लोक भवन में पं0 दीनदयाल उपाध्याय राज्य कर्मचारी कैशलेस चिकित्सा योजना के शुभारम्भ कार्यक्रम को सम्बोधित कर रहे थे। इस अवसर पर उन्होंने योजना के 10 लाभार्थियों को प्रतीकात्मक स्टेट हेल्थ कार्ड प्रदान किया। कार्यक्रम के दौरान पं0 दीनदयाल उपाध्याय राज्य कर्मचारी कैशलेस चिकित्सा योजना पर आधारित एक लघु फिल्म भी प्रदर्शित की गयी। उन्होंने निर्देश दिये कि योजना को लागू करने के लिए ऐसा मैकेनिज्म बनाया जाए, जिससे राज्य कर्मचारी और पेंशनर्स अपना स्टेट हेल्थ कार्ड स्वयं डाउनलोड कर सकें और आवश्यकता पडऩे पर सरकारी अथवा इम्पैनल्ड अस्पतालों में कैशलेस चिकित्सा का लाभ प्राप्त कर सकें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की मंशा के अनुरूप एस0ई0सी0सी0 डाटा के आधार पर 'प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना' 'आयुष्मान भारत के तहत गरीब परिवारों को 05 लाख रुपये तक का चिकित्सा बीमा कवर उपलब्ध कराया जा रहा है। प्रदेश के अन्त्योदय परिवारों को मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना में 05 लाख रुपये का चिकित्सा बीमा कवर उपलब्ध कराया गया है। उत्तर प्रदेश भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड के पंजीकृत श्रमिकों को भी 05 लाख रुपये का चिकित्सा बीमा कवर उपलब्ध कराया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार ने पिछले कार्यकाल में ही सम्बन्धित विभाग को राज्य कर्मचारियों को कैशलेस चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने की कार्ययोजना बनाने के निर्देश दिये थे। पं0 दीनदयाल उपाध्याय राज्य कर्मचारी कैशलेस चिकित्सा योजना के माध्यम से राज्य कर्मचारियों, पेंशनर्स तथा उनके आश्रितों को सरकारी चिकित्सा संस्थानों, मेडिकल कॉलेजों एवं सरकारी चिकित्सालयों में बिना किसी वित्तीय सीमा के कैशलेस चिकित्सा सुविधा मिलेगी।
मुर्गे ने दिखाई इंसानियत, बकरी के बच्चे की जान बचाने के लिए खुद को किया कुर्बान
भारत
चेतना मंच
21 JUL 2022 05:04 PM
Pratapgarh :प्रतापगढ़। किसी मासूम की जान बचाना इंसानियत है। लेकिन, यह इंसानियत एक मुर्गे ने दिखाई। उसने बकरी के बच्चे की जान बचाने के लिए अपने प्राणों की कुर्बानी दे दी। कुत्ते और मुर्गे के बीच काफी देर तक लड़ाई चली। आखिर, कुत्ते को पीछे हटना पड़ा और बकरी के बच्चे की जान बच गई। मगर, इस संघर्ष में मुर्गे को अपनी जान गंवानी पड़ी। मुर्गे की मौत से आहत मालिक ने उसका शव दफन कर दिया। उसने मुर्गे की तेरहवीं की। उसमें शामिल होने के लिए इलाके की भीड़ उमड़ पड़ी। लगभग 500 लोगों के लिए खाने में पूड़ी, पनीर की सब्जी और चावल का इंतजाम किया गया था।
फतनपुर थाना क्षेत्र के बेहदौल कला गांव निवासी डॉ. शालिकराम सरोज अपना क्लीनिक चलाते हैं। घर पर उन्होंने बकरी और एक मुर्गा पाल रखा था। मुर्गे को वे 5 साल पहले लेकर आए थे। मुर्गे से पूरा परिवार इतना प्यार करने लगा कि उसका नाम लाली रख दिया। 8 जुलाई को एक कुत्ते ने डॉ. शालिक राम की बकरी के बच्चे पर हमला कर दिया। यह देख लाली कुत्ते से भिड़ गया। बकरी का बच्चा तो बच गया, लेकिन लाली खुद कुत्ते के हमले में गंभीर रूप से घायल हो गया। 9 जुलाई की शाम लाली ने दम तोड़ दिया। घर के पास उसका शव दफना दिया गया। सब कुछ सामान्य चल रह था। इसके बाद डॉ शालिक राम ने रीति-रिवाज के मुताबिक मुर्गे की तेरहवीं की घोषणा कर दी। यह सुनकर लोगों में चर्चा होने लगी। इसके बाद अंतिम संस्कार के कर्मकांड होने लगे। सिर मुंडाने से लेकर अन्य कर्मकांड पूरे किए गए। मंगलवार सुबह से ही हलवाई तेरहवीं का भोजन तैयार करने में जुट गए। शाम से लेकर रात दस बजे तक 500 से अधिक लोगों ने तेरहवीं में पहुंचकर भोज किया।
शालिक राम की बेटी अनुजा सरोज ने बताया कि लाली मुर्गा मेरे भाइयों जैसा था। उसकी मौत होने के बाद दो दिनों तक घर में खाना नहीं बना। मातम जैसा माहौल था। हम उसको रक्षाबंधन पर राखी भी बांधते थे। बेहदौल कला गांव के बीडीसी वीरेंद्र प्रताप पाल ने बताया कि जब डॉ शालिकराम ने तेरहवीं के लिए निमंत्रण दिया तो विश्वास नहीं हुआ। लेकिन, 40 हजार रुपये खर्च कर शालिकराम ने कार्यक्रम किया। इसके बाद लोग मुर्गे के प्रति मालिक का प्रेम देखकर उनकी सराहना कर रहे हैं। शालिकराम ने बताया मुर्गा हमारे परिवार के सदस्य जैसा था। घर की रखवाली करता था। उससे सभी को अटूट प्रेम था। इसकी मौत के बाद आत्मा की शांति के लिए तेरहवीं का कार्यक्रम किया गया।
भारत
चेतना मंच
21 JUL 2022 05:04 PM
Pratapgarh :प्रतापगढ़। किसी मासूम की जान बचाना इंसानियत है। लेकिन, यह इंसानियत एक मुर्गे ने दिखाई। उसने बकरी के बच्चे की जान बचाने के लिए अपने प्राणों की कुर्बानी दे दी। कुत्ते और मुर्गे के बीच काफी देर तक लड़ाई चली। आखिर, कुत्ते को पीछे हटना पड़ा और बकरी के बच्चे की जान बच गई। मगर, इस संघर्ष में मुर्गे को अपनी जान गंवानी पड़ी। मुर्गे की मौत से आहत मालिक ने उसका शव दफन कर दिया। उसने मुर्गे की तेरहवीं की। उसमें शामिल होने के लिए इलाके की भीड़ उमड़ पड़ी। लगभग 500 लोगों के लिए खाने में पूड़ी, पनीर की सब्जी और चावल का इंतजाम किया गया था।
फतनपुर थाना क्षेत्र के बेहदौल कला गांव निवासी डॉ. शालिकराम सरोज अपना क्लीनिक चलाते हैं। घर पर उन्होंने बकरी और एक मुर्गा पाल रखा था। मुर्गे को वे 5 साल पहले लेकर आए थे। मुर्गे से पूरा परिवार इतना प्यार करने लगा कि उसका नाम लाली रख दिया। 8 जुलाई को एक कुत्ते ने डॉ. शालिक राम की बकरी के बच्चे पर हमला कर दिया। यह देख लाली कुत्ते से भिड़ गया। बकरी का बच्चा तो बच गया, लेकिन लाली खुद कुत्ते के हमले में गंभीर रूप से घायल हो गया। 9 जुलाई की शाम लाली ने दम तोड़ दिया। घर के पास उसका शव दफना दिया गया। सब कुछ सामान्य चल रह था। इसके बाद डॉ शालिक राम ने रीति-रिवाज के मुताबिक मुर्गे की तेरहवीं की घोषणा कर दी। यह सुनकर लोगों में चर्चा होने लगी। इसके बाद अंतिम संस्कार के कर्मकांड होने लगे। सिर मुंडाने से लेकर अन्य कर्मकांड पूरे किए गए। मंगलवार सुबह से ही हलवाई तेरहवीं का भोजन तैयार करने में जुट गए। शाम से लेकर रात दस बजे तक 500 से अधिक लोगों ने तेरहवीं में पहुंचकर भोज किया।
शालिक राम की बेटी अनुजा सरोज ने बताया कि लाली मुर्गा मेरे भाइयों जैसा था। उसकी मौत होने के बाद दो दिनों तक घर में खाना नहीं बना। मातम जैसा माहौल था। हम उसको रक्षाबंधन पर राखी भी बांधते थे। बेहदौल कला गांव के बीडीसी वीरेंद्र प्रताप पाल ने बताया कि जब डॉ शालिकराम ने तेरहवीं के लिए निमंत्रण दिया तो विश्वास नहीं हुआ। लेकिन, 40 हजार रुपये खर्च कर शालिकराम ने कार्यक्रम किया। इसके बाद लोग मुर्गे के प्रति मालिक का प्रेम देखकर उनकी सराहना कर रहे हैं। शालिकराम ने बताया मुर्गा हमारे परिवार के सदस्य जैसा था। घर की रखवाली करता था। उससे सभी को अटूट प्रेम था। इसकी मौत के बाद आत्मा की शांति के लिए तेरहवीं का कार्यक्रम किया गया।