Chithera Land Scam :
चिटहेरा भूमि घोटाले में 10 लोगों के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट लगाया गया है। जिनमें से यशपाल तोमर सहित कुछ लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है, लेकिन इस मामले में कुछ सफेदपोश अभी भी खुले घूम रहे हैं। इस घोटाले में लेखपाल से लेकर तहसीलदार, अफसर और बड़े-बड़े नेता शामिल थे।
चिटहेरा भूमि घोटाले को लेकर पुलिस जांच की रफ्तार धीमी
Chithera Land Scam : क्या है चिटहेरा भूमि घोटाला
चिटहेरा गांव में रहने वाले दलित और भूमिहीन लोगों को सरकारी पट्टे आवंटित किए गए थे। जिनके कागजों में बड़ी हेरा फेरी की गई थी। यह हेराफेरी यशपाल तोमर के गैंग ने लेखपाल तहसीलदार और अफसरों के साथ मिलकर की थी। आरोपियों ने बाहर के रहने वाले लोगों के झूठे आधार कार्ड और अन्य कागजात दिखाकर चिटहेरा गांव का निवासी दर्शाया था। इस गैंग ने कई बेकसूर किसानों को झूठे आरोपों में भी जेल भिजवा दिया था। यह घोटाला तकरीबन 700 बीघे सरकारी जमीन का घोटाला था।
Chithera Land Scam : अब तक का सबसे बड़ा भूमि घोटाला
घोटाले में कार्रवाई करते हुए पुलिस ने यशपाल तोमर को पहले ही गिरफ्तार कर लिया था। इस घोटाले में सम्मिलित कई अधिकारियों को निष्कासित किया गया है। घोटाले में सम्मिलित अन्य लोगों पर कार्रवाई करते हुए गैंगस्टर एक्ट लगाया गया है। कार्रवाई करते हुए दादरी पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया था। यह घोटाला अरबों रुपए का घोटाला था। पुलिस ने घोटाले में सम्मिलित बैलू को गिरफ्तार किया है। बैलू का नकली आधार कार्ड दिखाकर चिटहेरा गांव का निवासी दिखाया गया था।
अभी भी खुलेआम घूम रहे सफेदपोश
घोटाले में कार्रवाई करते हुए अधिकारी से लेकर वर्दी वाले तक सब पर कार्रवाई की मांग की जा रही है। वही अभी भी कुछ सफेदपोश बाकी हैं। जिन पर अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। जब इस बारे में गांव के लोगों से बातचीत की गई तो उन्होंने बताया कि जिन लोगों ने इस घोटाले को अंजाम दिया है। पुलिस उन्हें बचाने का प्रयास कर रही है इसी वजह से अभी तक सिर्फ 9 लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। जबकि कुछ मुख्य आरोपी अभी भी कार्रवाई से दूर है। किसानों ने उन पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई की मांग की है।