Greater Noida : ग्रेटर नोएडा। प्राधिकरण (Authority) से सस्ती दरों पर जमीनें आवंटित (Lands allotted) कराकर उस पर आलीशान अस्पताल (Luxurious hospital) व स्कूल (School) बनाकर खुल्लम-खुल्ला लूट का धंधा (Robbery) जनपद में खूब फल-फूल रहा है। ये अस्पताल व स्कूल खोलकर नियमों व जमीन आवंटन के दौरान रखी गई शर्तों को तोड़ रहे हैं।
लूट का अड्डा बने अस्पतालों व स्कूलों के खिलाफ अब एक संगठन ने आवाज उठाई है। सामाजिक संगठन जन-आंदोलन के अध्यक्ष ओमवीर आर्य एडवोकेट ने बताया कि गौतमबुद्धनगर में जहां जमीनों के दाम आसमान छू रहे हैं। वहीं, प्राधिकरण से सस्ती दरों पर भूखंड आवंटन कराकर बड़े-बड़े अस्पताल व स्कूल में खुलेआम आम जनता को लूटा जा रहा है। लीज डीड के दौरान तय की गयी शर्तों का इन अस्पतालों व स्कूलों में पालन नहीं किया जाता है। निजी अस्पतालों में शर्तों के मुताबिक दो घंटे सुबह व दो घंटे शाम को निम्न आय वर्ग के लिए निःशुल्क ओपीडी की व्यवस्था होनी चाहिए। साथ ही अस्पतालों में 10 प्रतिशत बेड निम्न आय वर्ग के लिए उपलब्ध कराना होता है, लेकिन निजी अस्पतालों में इस नियम का बिल्कुल पालन नहीं होता है।
ओमवीर आर्य ने बताया कि स्कूलों का भी यही हाल है। राइट टू एजुकेशन के नाम पर अभिभावक दाखिले के समय हर वर्ष जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी एवं विद्यालयों के चक्कर लगाते हैं, किन्तु इस वर्ग के बच्चों को दाखिला नहीं मिलता है। शिकायतों के बावजूद निजी स्कूलों व अस्पतालों की इस खुली लूट पर लगाम नहीं लग पाती। प्राधिकरणों के अधिकारी व कर्मचारी भी इन अस्पतालों व स्कूलों की ताकत के आगे बौने साबित होते हैं।
संस्था के अध्यक्ष ने बताया कि अब उनके संगठन ने इस खुली लूट के खिलाफ आवाज बुलंद की है। प्रदेश के मुख्यमंत्री और गौतमबुद्ध नगर के जिलाधिकारी को संबोधित ज्ञापन एडीएम (प्रशासन) नितिन मदान को सौंपा गया है। इसमें अस्पतालों व स्कूलों की खुली लूट पर लगाम लगाने की मांग की गई है। ज्ञापन सौंपने वालों में जन-आंदोलन संगठन के बलराज भाटी एडवोकेट राष्ट्रीय महासचिव, अजीत नागर एडवोकेट राष्ट्रीय वरिष्ठ उपाध्यक्ष और रोहताश नागर एडवोकेट उपस्थित रहे।