Nikitan Dheer-शादी के 8 साल बाद थंगाबली के घर गूंजी किलकारी, पत्नी कृतिका सेंगर ने दिया बेटी को जन्म

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निकितन धीर और कृतिका सेंगर धीर के घर गूंजी किलकारी
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calendar12 MAY 2022 01:40 PM
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टेलीविजन जगत के जाने-माने कपल निकितन धीर और कृतिका सेंगर धीर (Nikitan Dheer and Kritika Sengar Dheer) के घर नन्हीं किलकारी गूंजी है। शादी के 8 साल बाद यह कपल पहली बार पेरेंट्स बना है। निकितन धीर की पत्नी कृतिका सेंगर धीर ने एक बेटी को जन्म दिया है। बेटी के जन्म से इनके घर में खुशी का माहौल है।

2014 में हुई थी निकेतन और कृतिका की शादी -

टेलीविजन जगत के जाने-माने कपल निकितन धीर और कृतिका सेंगर (Nikitan Dheer and Kritika Sengar Dheer marriage) की शादी 3 सितंबर साल 2014 में हुई थी। इन दोनों की शादी को लेकर सबसे खास बात यह है कि इनकी अरेंज मैरिज हुई थी। निकितन के पिता ने सबसे पहले कृतिका (Nikitan father selected kritika) को पसंद किया था और फिर यह दोनों शादी के पवित्र बंधन में बंधे। शादी के 8 साल बाद पहली बार यह दोनों माता पिता बने हैं। अपने पहले बच्चे को लेकर यह कपल काफी एक्साइटेड था। निकितन और कृतिका सेंगर ने प्रेगनेंसी पीरियड को भी काफी इंजॉय किया है। नवंबर 2021 में कपल ने प्रेगनेंसी की खबर को बहुत ही खास तरीके से अपने फैंस के साथ शेयर किया था। कृतिका की मेटरनिटी शूट की तस्वीरों ने भी लोगों का खूब ध्यान आकर्षित किया था। अब निकितन और कृतिका के घर में एक बेटी ने जन्म लिया है। बेटी के जन्म से यह दोनों बेहद खुश हैं।
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अगर बात करें निकितन और कृतिका के वर्क फ्रंट की तो यह दोनों ही एक्टिंग करते हैं। कृतिका टेलीविजन जगत की जाने वाली एक्ट्रेस हैं, आखरी बार उन्हें टीवी सीरियल छोटी सरदारनी में देखा गया था हालांकि इसके बाद प्रेगनेंसी की वजह से इन्होंने काम से थोड़ा विराम ले लिया था। वहीं इनके पति निकितन बॉलीवुड फिल्मों में भी एक्टिंग कर चुके थे। बॉलीवुड फिल्म चेन्नई एक्सप्रेस (Chennai express) के थंगाबली अक्षय कुमार की फिल्म ' सूर्यवंशी' (Suryavanshi) में भी काम कर चुके हैं आखरी बार इन्हें सलमान खान की फिल्म अंतिम: द फाइनल ट्रुथ (Antim: The Final truth) में देखा गया था।
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Dadri Land Scam : सबसे बड़े भूमि घोटाले में नेताओं का था संरक्षण

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locationभारत
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calendar12 MAY 2022 01:30 PM
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Dadri land scam : दादरी/नोएडा । उत्तर प्रदेश के सबसे बड़े भूमि घोटाले में रोज नए-नए तथ्य उजागर हो रहे हैं। अब पता चला है कि इस घोटाले में शामिल भू-माफियाओं को कई बड़े नेताओं का संरक्षण भी प्राप्त था। आरोप है कि जांच कर रहे अधिकारी इस मामले में केवल लीपापोती का प्रयास कर रहे हैं। अरबों रूपये के जमीन घोटाले (Dadri land scam) का यह अवैध धंधा सरकारी भ्रष्ट अफसरों के संरक्षण में चल रहा था। अब पता चला है कि इस माफिया को देश के कई बड़े राजनेताओं का संरक्षण भी प्राप्त था। यही वजह रही कि प्रदेश के सबसे बड़े भूमि घोटाले (Dadri Land Scam) में शामिल भू-माफिया व उसके साझीदार आज भी मौज कर रहे हैं। भूमाफिया का राजनीतिक कोकस इतना शक्तिशाली था कि किसी भी दल की सरकार रही हो उसके राजनीतिक संरक्षणकर्ता उसे बचाने में हमेशा आगे रहते थे। हर सरकार में उसके राजनीतिक आका ढाल बनकर उसको बचा लेते थे। मालूम हो कि इस अंतर्राज्यीय भूमाफिया ने अकेले जनपद गौतमबुद्धनगर के गांव चिटैहरा में हजारों बीघा जमीन हड़प कर मोटी रकम लेकर अपात्रों को फर्जी पटटे कर दिये। ग्रामीणों को जब इस बड़े घोटाले का पता चला तो उन्होंने प्रशासन से शिकायत की। लेकिन कहीं भी कोई सनवाई नहीं हुई। इसी प्रकार यशपाल तोमर नामक इस भूमाफिया का धंधा गाजियाबाद, मेरठ एवं उत्तराखंड के कई शहरों में भी फलता-फूलता रहा है। कुछ दिन पूर्व यशपाल तोमर उत्तराखंड पुलिस के चंगुल में फंसा है। उसके साझीदार अफसर व संरक्षक नेता उसे बचाने के लिए सभी प्रकार के हथकंडे अपना रहे हैं। उसके गिरोह में शामिल चिटहैरा गांव के कुछ सफेदपोश भी प्रयास कर रहे हैं कि यह मामला अधिक तूल न पकड़े तथा उनके नाम उजागर न होने पाए।
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Taj Mahal News: अदालत ने कहा की पहले एम. ए करके आओ

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calendar12 MAY 2022 01:22 PM
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Taj mahal Latest News : उत्तर प्रदेश स्थित आगरा में ताजमहल के 22 कमरों को खोले जाने की याचिका पर इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच में सुनवाई हुई। बेंच ने याचिकाकर्ता को फटकार लगाते हुए कहा कि जाइए एमए कीजिए। बेंच ने याचिकाकर्ताओं से कहा कि वह अपनी याचिका तक ही सीमित रहें।

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आपको बता दें कि हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच में याचिका दायर कर आगरा के ताजमहल के बंद पड़े 22 कमरों को खुलवाने की मांग की गई थी। इस याचिका पर गुरुवार को लखनऊ बेंच में जस्टिस डीके उपाध्याय और सुभाष विद्यार्थी की बेंच ने मामले की सुनवाई की। अदालत में सुनवाई में याचिकाकर्ता रजनीश सिंह के वकील ने कहा कि देश के नागरिकों को ताजमहल के बारे में सच जानने की जरूरत है। और इस बाबत वह आरटीआई भी लगा चुका है। वह जानना चाहता है कि 22 कमरे किस वजह से बंद है।

याचिकाकर्ता ने कहा कि अगर कोई चीज ताजमहल में छिपाई गई है तो उसकी जानकारी जनता को होनी चाहिए। याची के वकील ने कहा कि मैंने औरंगजेब की एक चिट्ठी देखी है जो उसने अपने अब्बा को लिखी थी। अदालत ने कहा कि याचिकाकर्ता अपनी याचिका तक ही सीमित रहे। आप दरवाजे खोलने के लिए आदेश मांग रहे हैं। आप एक फैक्ट फाइंडिंग कमेटी की मांग कर रहे हैं।

इसके जवाब में यूपी सरकार के वकील ने कहा कि इस मामले में आगरा में पहले से ही मुकदमा दर्ज है और याचिकाकर्ता का इस पर कोई अधिकार क्षेत्र नहीं है। वहीं याचिकाकर्ता ने कहा कि वह इस तथ्य पर बात ही नहीं कर रहा कि वह जमीन भगवान शिव से जुड़ी है या अल्लाह से। उसका मकसद वो बंद कमरें हैं और हम सभी को जानना चाहिए कि आखिर उन कमरों के पीछे क्या है।

बेंच ने याचिकाकर्ता से कहा कि जाइए एमए करिए और उसके बाद ऐसा विषय चुनिए। अगर कोई संस्थान आपको रोकता है तो हमारे पास आइए। अदालत ने पूछा कि आप किससे सूचना मांग रहे हैं? हालांकि इस मामले में याचिका ने कोर्ट से समय मांगा तो उसे तथ्य उपलब्ध कराने के लिए दोपहर दो बजे तक का समय दिया गया है।