Greater Noida News : यमुना प्राधिकरण (YEIDA) ने यमुना सिटी के 29 गांवों के समग्र विकास के लिए बड़ा कदम उठाया है। इन गांवों में पक्की सड़कें बनाना, लाइब्रेरी का निर्माण, नालों की सफाई और निर्माण, कचरा निस्तारण व्यवस्था, श्मशान घाट तक पहुंचने के रास्तों का विकास जैसे कई महत्वपूर्ण कार्य करवाए जाएंगे। इन परियोजनाओं के लिए टेंडर भी जारी कर दिए गए हैं।
29 गांवों को दी गई प्राथमिकता
प्राधिकरण ने बताया है कि अधिसूचित क्षेत्र में कुल 95 गांवों का विकास किया जाना है, लेकिन पहले चरण में 29 गांवों को प्राथमिकता दी गई है। इसके बाद अन्य गांवों में भी चरणबद्ध तरीके से विकास कार्य शुरू किए जाएंगे। यमुना प्राधिकरण के सीईओ अरुणवीर सिंह ने बताया कि इन गांवों की वर्तमान स्थिति काफी खराब है, इसलिए जनस्वास्थ्य विभाग की टीमों को मौके पर भेजकर सर्वे कराया गया है। जल्द ही यहां बड़े पैमाने पर विकास कार्य शुरू हो जाएंगे।
जाफराबाद में इंटरलॉकिंग टाइल्स और नाले का निर्माण
जाफराबाद में इंटरलॉकिंग टाइल्स और नाले का निर्माण लगभग 8.6 लाख रुपये की लागत से होगा। मोहम्मदाबाद खेड़ा गांव में श्मशान घाट तक जाने वाले रास्ते और अन्य विकास कार्यों के लिए 5.46 करोड़ रुपये की राशि निर्धारित की गई है। फलौदा बांगर में भी श्मशान घाट के आसपास बाउंड्री और रास्ते का निर्माण 9.31 लाख रुपये में कराया जाएगा।
तेजी से होंगे गांवों के विकास
धुधेरा, सिरसा और मानिकपुर में पंचायत घर के साथ-साथ ई-लाइब्रेरी बनाने के लिए 28 लाख रुपये की मंजूरी मिली है। अली अहमदनगर गढ़ी और मोहबालिपुर में भी इसी तरह के विकास कार्य प्रस्तावित हैं, जिनमें 25.19 लाख रुपये खर्च होंगे। नंगला कंचन गांव में इंटरलॉकिंग टाइल्स और नाले के निर्माण पर 26.48 लाख रुपये खर्च होंगे। वहीं वीरमपुर और धंसिया में 22.12 लाख रुपये के विकास कार्य किये जाएंगे। तीर्थली जोन में 39.34 लाख रुपये और जेवर बांगर में 36.88 लाख रुपये की मंजूरी भी मिल चुकी है। इस योजना से न केवल गांवों की आधारभूत सुविधाएं सुधरेंगी, बल्कि ग्रामीण जीवन स्तर में भी सुधार आएगा, जिससे ये गांव तेजी से विकसित क्षेत्र के रूप में उभरेंगे। Greater Noida News