Greater Noida News : ग्रेनो को विकसित करने के लिए ऐसा मास्टर प्लान बनाया जा रहा है जिससे यहां निवेशक आकर्षित हो सकें और अपना निवेश कर सकें। नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के व्यावसायिक संचालन से पहले ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने शहर के विकास को लेकर तैयारी शुरू कर दी है। प्राधिकरण के मास्टर प्लान 2041 में ग्रेटर नोएडा को नोएडा एयरपोर्ट का गेटवे घोषित किया गया है। साथ ही, दावा किया है कि यमुना एक्सप्रेसवे के आसपास के क्षेत्र को विकसित होने में कुछ साल लगेंगे। ऐसे में यहां आने वाले दुनियाभर के यात्रियों के लिए ग्रेटर नोएडा पहला मुख्य पड़ाव होगा।
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने योजना तैयार की
नोएडा एयरपोर्ट को देश और दुनिया से जोड़ने के साथ निवेशकों को रिझाने के लिए ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने योजना तैयार की है। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने अपने मास्टर प्लान में घोषणा की है कि बोड़की में प्रस्तावित रेलवे स्टेशन को ग्रेटर नोएडा के लिए विकसित किया जाएगा। रैपिड रेल ट्रांसपोर्ट सिस्टम (आरआरटीएस) के माध्यम से गाजियाबाद को हापुड़ और खुर्जा से जोड़ने का प्रस्ताव है। इसका ट्रैक ग्रेटर नोएडा से होकर गुजरेगा। भविष्य में आरआरटीएस ग्रेटर नोएडा से मेरठ, खुर्जा और हापुड़ की कनेक्टिविटी को बेहतर बनाएगा।
ग्रेनो में व्यवसाय करने वालों में होगा इजाफा
माना जा रहा है कि नोएडा एयरपोर्ट का सबसे ज्यादा लाभ वर्तमान में ग्रेटर नोएडा क्षेत्र को होने वाला है। सबसे नजदीक शहर होने के कारण यहां रहने और उद्योग विकसित करने और व्यवसाय करने वालों की संख्या में इजाफा होने वाला है। इस बात का ख्याल रखते हुए ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने अपने मास्टर प्लान 2041 में कई योजनाओं और परियोजनाओं को शामिल किया है। ग्रेटर नोएडा के फेज-2 में मेट्रो बोड़ाकी में एमएमटीएच से प्रस्तावित है और 105 मीटर तक विस्तारित है। बसें मेट्रो के लिए फीडर बस सेवा के रूप में चलेंगी। मेट्रो/बस स्टेशनों से सीएनजी ई-रिक्शा चलाने का प्रस्ताव है। इलेक्ट्रिक बसें, कार, बाइक, स्कूटी, रिक्शा जैसे ईवी को बढ़ावा दिया जाएगा ।
हवाई के साथ रेल सेवा से जोड़ने की योजना
नोएडा हवाई अड्डे के कार्गो सेवा से जुड़ने के लिए ग्रेनो से गुजरने वाले पूर्वी और पश्चिमी डीएफसीसी कॉरिडोर और बोड़ाकी में प्रस्तावित मल्टी मॉडल ट्रांसपोर्ट हब को धरातल पर उतारने का अभियान तेज किया गया है। मास्टर प्लान में बताया गया कि ग्रेनो फेज-2 में एनएच-34, मुंबई-दिल्ली और हापुड बुलंदशहर रोड के माध्यम से कनेक्टिविटी है। प्रेरणा सिंह, एसीईओ ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने बताया कि यमुना सिटी को बसने में अभी समय लगेगा, लेकिन एयरपोर्ट जल्द शुरू हो जाएगा। ऐसे में यहां आने वाले लोग का पहला पड़ाव ग्रेटर नोएडा में होगा। उसी को ध्यान में रखकर शहर के विकास की तैयारी की जा रही है। मास्टर प्लान-2041 तैयार किया जा रहा है।
सार्वजनिक परिवहन की योजना
ग्रेटर नोएडा के मास्टर प्लान के अनुसार 2041 तक जनसंख्या 40 लाख तक पहुंचने की उम्मीद है। नोएडा मेट्रो रेल कॉरपोरेशन ने पहले ही ग्रेटर नोएडा में डिपो स्टेशन तक मेट्रो का विस्तार कर दिया है जिसे आगे मल्टी मॉडल ट्रांसपोर्ट हब (एमएमटीएच) तक बढ़ाया जाएगा। नॉलेज पार्क-2 से हवाई अड्डे तक मेट्रो पहले से ही प्रस्तावित है। मेट्रो को सेक्टर-51 से नॉलेज पार्क-5 तक बढ़ाने का प्रस्ताव तैयार है। डिपो स्टेशन से मेट्रो को 130 मीटर सड़क तक आगे बढ़ाया जा सकता है। फेज-1 ग्रेनो के दक्षिण की ओर चौड़ी सड़क जिसे आगे यमुना सिटी से जोड़ा जा सकता है। Greater Noida News
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