Monday, 10 February 2025

ग्रेनो में अब नहीं रहेगा हादसों और वारदात का डर

Greater Noida News : ग्रेनो में अपराध की वजह कई स्थानों पर अंधेरे का होना बन रहा है, अंधेरे की…

ग्रेनो में अब नहीं रहेगा हादसों और वारदात का डर

Greater Noida News : ग्रेनो में अपराध की वजह कई स्थानों पर अंधेरे का होना बन रहा है, अंधेरे की वजह से अपराधियों के हौसले बुलंद होते हैं और अंधेरा होने की वजह से ही दुर्घटनाएं भी होती हैं। ग्रेनो प्राधिकरण ने इससे बचने के लिए ग्रेटर नोएडा ईस्ट और वेस्ट में 127 ब्लैक स्पॉट चिह्नित किए हैं। यहां अंधेरे की वजह से दुर्घटनाएं, हादसे और अपराध की आशंका बनी रहती है। राहगीरों की सुरक्षा के लिहाज से भी यह स्थान जोखिम भरे हैं। अब इस अंधेरे को समाप्त करने के लिए प्राधिकरण ने 40 करोड़ रुपये की कार्ययोजना तैयार की है। इसके अलावा सड़कों और सोसाइटी-सेक्टर के बाहर कम रोशनी वाली जगहों को भी चिह्नित किया जा रहा है। इसके लिए एजेंसी चयन कर रोशनी की पर्याप्त व्यवस्था कराई जाएगी, जिससे दुर्घटनाओं को रोका जा सके।

कई जगह रोशनी की पर्याप्त व्यवस्था नहीं

ग्रेटर नोएडा वेस्ट और ईस्ट की प्रमुख सड़कों से लेकर सेक्टर की रोड पर कई जगह रोशनी की पर्याप्त व्यवस्था नहीं है। प्राधिकरण की ओर से कराए गए सर्वे में सूरजपुर कासना मार्ग पर अमृत चौक से होंडा चौक, गौड़ चौक से बिखरख, यमुना एक्सप्रेसवे के पास जतन भाटी चौक, चुहड़पुर, ऐस सिटी गोलचक्कर के चारों तरफ सहित 127 ऐसी जगहें चिह्नित की गई हैं। यहां किसी तरह की रोशनी नहीं है। इसके अलावा एवीजे हाइट्स, तिलफता सहित कई जगहों पर लाइट तो लगी है, मगर यहां रोशनी पर्याप्त न होने से अवांछनीय तत्वों की सक्रियता की आशंका रहती है। प्राधिकरण की ओर से तैयार रिपोर्ट के अनुसार, 60 मीटर, 80 मीटर और सेक्टर के पेरिफेरल 24 मीटर सड़क के दोनों किनारों पर खंभे लगाकर लाइट की व्यवस्था की जाएगी। गौरतलब है कि वर्तमान में कई सड़कों पर सेंट्रल वर्ज में खंभे के जरिये प्रकाश की व्यवस्था की गई है, मगर इससे सड़क के दोनों किनारों तक जरूरत के मुताबिक, रोशनी नहीं पहुंच रही है।

50 हजार से ज्यादा लाइट बदलने की तैयारी

वर्तमान में ग्रेटर नोएडा में स्ट्रीट लाइट की जगह एलईडी स्ट्रीट लाइट लगाई जा रही हैं। अब तक 80 हजार से अधिक एलईडी स्ट्रीट लाइटें लगाने का दावा किया जा रहा है। बावजूद इसके ज्यादा क्षेत्र अब भी अंधेरे में हैं, जिससे वहां से गुजरने वाले लोगों को असुविधा का सामना करना पड़ता है। इन स्थानों पर दुर्घटनाओं का खतरा भी बना रहता है। पिछले दिनों एसीईओ के निरीक्षण के दौरान औद्योगिक सेक्टर इकोटेक-3 में आधे से अधिक स्ट्रीट लाइटें बंद मिली थीं। सर्वे में पाया गया कि स्ट्रीट लाइटों की मरम्मत नहीं होने की वजह से ज्यादातर जगहों पर अंधेरा है। इसके अलावा कम वॉट के एलईडी बल्व से रोशनी पर्याप्त नहीं हो रही है। ऐसे में पूरे शहर में चरणबद्ध तरीके से 50 हजार से ज्यादा लाइट भी बदलने की तैयारी है।

सड़क बनेगी मॉडल

एक मॉडल सड़क भी विकसित की जाएगी। परी चौक से ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के बीच करीब चार किलोमीटर लंबी सड़क पर लाइटिंग की व्यवस्था होगी। इसके अलावा इस रास्ते पर फसाड और अत्याधुनिक लाइट्स का प्रयोग कर इस सड़क को आकर्षक बनाने की योजना है। इस रूट के सभी चौराहों को भी खास तरीके से लाइटिंग के जरिये संवारा जाएगा। प्रेरणा सिंह, अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी, ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने कहा कि ग्रेटर नोएडा की सड़कों पर रोशनी की पर्याप्त व्यवस्था के लिए कार्ययोजना तैयार की गई है। इसमें ब्लैक स्पाट (घुप अंधेरा) के साथ ही कम रोशनी वाली जगहों को चिह्नित किया गया है। करीब 40 करोड़ रुपये खर्च कर इसे ठीक किया जाएगा। Greater Noida News

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