Thursday, 2 May 2024

Health : कई घरेलू दवाइयों का आधार है सौंठ!

विनय संकोची Health : जिस तरह अदरक स्वास्थ्य के लिए बहुत अधिक फायदेमंद होती है, वैसे ही सौंठ भी स्वाद…

Health : कई घरेलू दवाइयों का आधार है सौंठ!

विनय संकोची

Health : जिस तरह अदरक स्वास्थ्य के लिए बहुत अधिक फायदेमंद होती है, वैसे ही सौंठ भी स्वाद और सेहत की साथी है। सौंठ कुछ और नहीं बल्कि सूखी अदरक है, जिसका उपयोग भोजन में अलग स्वाद और घरेलू दवा बनाने में सदियों से किया जा रहा है। व्यंजनों का स्वाद बढ़ाने और बीमारियों से निजात दिलाने वाली सौंठ अनेक पोषक तत्वों से भरपूर होती है। सौंठ में कार्बोहाइड्रेट, डाइटरी फाइबर, शर्करा, सुक्रोज, ग्लूकोज, फ्रुक्टोज, गैलेक्टोज, कैल्शियम, आयरन, मैग्नीशियम, फॉस्फोरस, पोटेशियम, सोडियम, जिंक, कॉपर, मैंगनीज़, सेलेनियम, विटामिन सी, थायमिन, राइबोफ्लेविन, नियासिन, विटामिन बी6, फोलेट, फोलिक एसिड, कोलीन, बिटाइन, कैरोटिन, विटामिन के – जैसे पोषक तत्व खनिज और विटामिन प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं। सौंठ में कॉलेस्ट्रॉल शून्य होता है, जिसके चलते यह हृदय को स्वस्थ रखने में सहायक होती है और रक्तचाप को भी नियंत्रित करती है।

आइए जानते हैं सौंठ के सेवन से होने वाले स्वास्थ्य लाभों के बारे में –

• सौंठ को प्राकृतिक दर्द निवारक कहा जाता है और इसका कारण इसमें पाए जाने वाले दर्द कम करने वाले औषधीय तत्वों का पाया जाना है।

• सौंठ चूर्ण का सीमित मात्रा में नियमित सेवन करने से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि होती है। सौंठ को दूध, गर्म पानी या फिर शहद में मिलाकर लिया जा सकता है। सौंठ में पाए जाने वाले एंटीइन्फ्लेमेटरी और एंटीबायोटिक तत्व शरीर को मौसमी बीमारियों से लड़ने में सहायता कर सकते हैं।

• सौंठ का नियमित रूप से सेवन पाचन तंत्र को मजबूती प्रदान करता है। प्रतिदिन सौंठ चूर्ण का सीमित मात्रा में सेवन पेट संबंधी अनेक बीमारियों जैसे गैस, अपच आदि से छुटकारा दिला सकता है।

• एनीमिया यानी शरीर में रक्त की कमी से जूझ रहे लोगों को सोंठ और गुड़ के सेवन से फायदा मिल सकता है। एनीमिया आयरन की कमी से होने वाली समस्या है और सौंठ व गुड़ में आयरन प्रचुर मात्रा में मौजूद होता है। यही कारण है कि सौंठ और गुड़ का सेवन एनीमिया से छुटकारा दिलाने में मदद कर सकता है।

• सौंठ के साथ हल्दी का सेवन कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से बचने में सहायता कर सकता है। सौंठ और हल्दी में पाया जाने वाला एंटी कैंसर गुण कोलन और प्रोस्टेट कैंसर से लड़ने में सहायक होता है।

• सौंठ को दूध में उबालकर ठंडा करके पीने से हिचकी की समस्या से छुटकारा पाया जा सकता है।

• सौंठ को पानी में उबालकर ठंडा करके दिन में चार-पांच बार पीने से पसलियों के दर्द में राहत मिल सकती है।

• गर्दन और शरीर के दर्द के अलावा सिर दर्द और माइग्रेन की समस्या में सौंठ और पानी का लेप लगाने से आराम मिल सकता है।

• सौंठ को पानी में उबालकर थोड़ी – थोड़ी देर बाद पीते रहने से डायरिया में लाभ मिल सकता है।

• सौंठ के चूर्ण को छाछ में मिलाकर पीने से बवासीर में लाभ होता है।

• सौंठ का काढ़ा बनाकर नियमित रूप से सेवन करने से शरीर मजबूत होता है और मन भी प्रसन्न रहता है।

• सौंठ चूर्ण, वरना, गेरू, पाषाणभेद तथा ब्राह्मी की चार – चार ग्राम मात्रा को मिलाकर बनाए गए काढ़े के सुबह-शाम सेवन से पथरी गलकर निकल जाती है। काढ़े में मामूली सा जवाखार भी मिला लेना चाहिए।

• गुड़ के साथ एक तोला सौंठ चूर्ण मिलाकर खाने से पीलिया रोग में लाभ हो सकता है।

 जरूरी बात : अधिक मात्रा में सौंठ का सेवन हृदय के स्वास्थ्य के लिए अच्छा नहीं होता है। सौंठ का ज्यादा सेवन करने से डायरिया का जोखिम बढ़ जाता है। लगातार सौंठ का अधिक मात्रा में सेवन सीने में जलन, पेट में गैस और मुंह में जलन की समस्या का कारण बन सकता है।

 विशेष : यहां सौंठ से जुड़ी विशुद्ध सामान्य जानकारी दी गई है, जिसे चिकित्सकीय परामर्श का विकल्प नहीं माना जा सकता है। हम सौंठ के किसी भी रूप में उपयोग, प्रयोग से लाभ का कोई दावा नहीं करते है। सौंठ को किसी भी रोग विशेष में औषधि के रूप में प्रयोग से पूर्व योग्य चिकित्सक/आयुर्वेदाचार्य/आहार विशेषज्ञ से परामर्श आवश्यक/अनिवार्य है।

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