कोलकाता। भारत में यूनान के राजदूत दिमित्रियोस इयोनो ने कहा है कि वह एक ‘स्वाभाविक सहयोगी’ के तौर पर अपने देश और भारत, ‘दोनों प्राचीन सभ्यताओं’ की संस्कृतियों को करीब लाना चाहते हैं।
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कोलकाता में नए सचिवालय भवन में पश्चिम बंगाल के महाप्रबंधक एवं आधिकारिक न्यासी के कार्यालय में कलाकृतियों की प्रदर्शनी से इतर इयोनो ने कहा कि उन्होंने प्रदर्शनी में शामिल कुछ प्रतिमाओं पर यूनानी प्रभाव, जबकि यूनानी प्रतिमाओं में भारतीय संस्कृति की झलक देखी है। उन्होंने कहा कि दो तरफा सड़क है। हम इसे यूनानी-भारतीय कला कहते हैं। मुझे उम्मीद है कि इस तरह की प्रदर्शनी दोनों देशों के लोगों को भारत और यूनान के बीच मौजूद प्राचीन विरासत संबंधी रिश्तों के बारे में जानने के लिए प्रेरित करेगी, जिन्हें कुछ हद तक भुला दिया गया है।
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इयोनो ने कहा कि इस तरह की प्रदर्शनियां भारत और यूनान के संबंधों को मजबूत करेंगी, क्योंकि हमारे बीच बहुत सी चीजें समान हैं।
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