Friday, 26 April 2024

भारत पहुंची डेनमार्क की प्रधानमंत्री मेट फ्रेडरिक्सन

नई दिल्ली। आज अपने तीन दिवसीय भारत दौरे पर पहुंची डेनमार्क की प्रधानमंत्री मेट फ्रेडरिक्सन का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने…

भारत पहुंची डेनमार्क की प्रधानमंत्री मेट फ्रेडरिक्सन

नई दिल्ली। आज अपने तीन दिवसीय भारत दौरे पर पहुंची डेनमार्क की प्रधानमंत्री मेट फ्रेडरिक्सन का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रपति भवन में स्वागत किया। इससे पहले विदेश राज्य मंत्री मीनाक्षी लेखी ने दिल्ली हवाई अड्डे पर फ्रेडरिक्सन का स्वागत किया, जो भारत की अपनी पहली राजकीय यात्रा पर हैं। फ्रेडरिक्सन नौ से 11 अक्टूबर तक तीन दिवसीय यात्रा पर नई दिल्ली पहुंची हैं। प्रधानमंत्री मोदी के रिसीव करने के बाद राष्ट्रपति भवन में प्रधानमंत्री फ्रेडरिक्सन का औपचारिक स्वागत किया गया। अपनी यात्रा के दौरान, फ्रेडरिक्सन राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द से मुलाकात करेंगी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ द्विपक्षीय वार्ता भी करेंगी। इसके अलावा थिंक टैंक, छात्रों और नागरिक समाज के सदस्यों के साथ भी बातचीत करने का भी उनका कार्यक्रम है।

भारत के स्वागत सत्कार से प्रभावित फ्रेडरिक्सन ने कहा, ‘हम भारत को एक बहुत करीबी पार्टनर मानते हैं। मैं इस यात्रा को डेनमार्क-भारत द्विपक्षीय संबंधों के लिए एक मील के पत्थर के रूप में देख रही हूं।’ पिछले साल मैंने और प्रधानमंत्री मोदी ने हरित रणनीतिक साझेदारी (ग्रीन स्ट्रैटजिक पार्टनरशिप) पर हस्ताक्षर किए थे और इस पर आम सहमति व्यक्त की थी। उन्होंने कहा कि जब भारत और बाकी दुनिया में हरित संक्रमण की बात आती है तो हम इस मामले में भारत को हमेशा बड़ी जिम्मेदारी लेते हुए देखते हैं। इसके बाद मेट फ्रेडरिक्सन ने राजघाट जाकर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि भी दी।

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार मोदी के साथ फ्रेडरिक्सन की द्विपक्षीय वार्ता में ग्रीन एनर्जी का मुद्दा सबसे अहम रहेगा। भारत ने पिछले कुछ वर्षों के दौरान यूरोपीय संघ के छोटे-छोटे देशों के साथ जिस तरह संबंधों को मजबूत करना शुरू किया है, डेनमार्क की प्रधानमंत्री की इस यात्रा को भी उसी संदर्भ में देखा जा रहा है। वैसे पिछले कुछ महीनों में अमेरिका, आस्ट्रेलिया समेत कुछ दूसरे देशों के विदेश एवं रक्षा मंत्री भारत का दौरा कर चुके हैं, लेकिन कोरोना की पहली लहर के बाद किसी देश के प्रमुख की यह पहली यात्रा होगी। 28 दिसंबर, 2020 को दोनों देशों के प्रधानमंत्रियों की अगुआई में वर्चुअल बैठक हुई थी जिसमें हरित रणनीतिक साझेदारी की स्थापना की घोषणा हुई थी।

गौरतलब है कि भारत और डेनमार्क के बीच लंबे समय से मजबूत व्यापार और निवेश संबंध कायम हैं। जहां 200 से अधिक डेनिश कंपनियां भारत में मौजूद हैं वहीं 60 से अधिक भारतीय कंपनियों की डेनमार्क में कामकाज संभाल रही हैं। दोनों देशों के बीच रिन्यूबल एनर्जी, कृषि, पशुपालन, स्वच्छ तकनीक के क्षेत्रों, विज्ञान और प्रौद्योगिकी सहित डिजिटलीकरण, स्मार्ट सिटी, शिपिंग आदि के क्षेत्रों में मजबूत सहयोग मौजूद है।

Related Post