विधवाओं के लिए सरकार की जबरदस्त स्कीम, यह रहा आवेदन से लेकर पेमेंट तक का पूरा गाइड

बिहार सरकार की इंदिरा गांधी राष्ट्रीय विधवा पेंशन योजना गरीब और जरूरतमंद विधवा महिलाओं के लिए एक महत्वपूर्ण पहल है। इस योजना के तहत बिहार में रहने वाली 40 से 79 साल की बीपीएल परिवार की विधवा महिलाओं को हर महीने 1100 रुपये की पेंशन दी जाती है। आवेदन और स्टेटस चेक करें।

विधवा पेंशन योजना
इंदिरा गांधी राष्ट्रीय विधवा पेंशन योजना
locationभारत
userअसमीना
calendar17 Dec 2025 02:19 PM
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बिहार सरकार की इंदिरा गांधी राष्ट्रीय विधवा पेंशन योजना उन गरीब और जरूरतमंद विधवा महिलाओं के लिए एक महत्वपूर्ण पहल है जो समाज में आर्थिक और सामाजिक सुरक्षा की कमी महसूस करती हैं। इस योजना के तहत बिहार की 40 से 79 साल की उम्र की बीपीएल (गरीबी रेखा से नीचे) परिवार की विधवा महिलाओं को हर महीने 1100 रुपये की पेंशन दी जाती है। पहले यह राशि केवल 400 रुपये थी लेकिन 2025 में इसे बढ़ाकर 1100 रुपये कर दिया गया, ताकि महिलाओं को और अधिक आर्थिक सहायता मिल सके और वे अपने जीवन यापन में आत्मनिर्भर बन सकें।

विधवा पेंशन योजना का मुख्य उद्देश्य

इस योजना का मुख्य उद्देश्य गरीब विधवा महिलाओं को आर्थिक सहायता प्रदान करके उन्हें समाज में सम्मान और सुरक्षा की भावना देना है। पेंशन राशि सीधे लाभार्थियों के बैंक खाते में डीबीटी (Direct Benefit Transfer) के माध्यम से भेजी जाती है जिससे लाभार्थियों को पैसे प्राप्त करने में कोई परेशानी नहीं होती। इसके लिए सरकार लाभार्थियों के बैंक खाते को आधार से लिंक करती है और राज्य स्तर से पीएमएफएस (PFMS) के जरिए सीधे उनके खाते में राशि ट्रांसफर करती है।

इंदिरा गांधी राष्ट्रीय विधवा पेंशन योजना की शर्तें

इस योजना का लाभ लेने के लिए कुछ पात्रता शर्तें रखी गई हैं। सबसे पहले, आवेदक महिला को बिहार की निवासी होना अनिवार्य है और वह विधवा होनी चाहिए। इसके अलावा, आवेदक की उम्र 40 से 79 साल के बीच होनी चाहिए और उसे बीपीएल परिवार से संबंधित होना चाहिए। योजना का एक अन्य महत्वपूर्ण नियम यह है कि आवेदक किसी अन्य सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना का लाभ नहीं ले रही हो।

विधवा पेंशन योजना आवेदन प्रक्रिया

आवेदन प्रक्रिया भी बहुत सरल और सीधी है। इच्छुक विधवा महिलाएं पूरा भरा हुआ और हस्ताक्षरित आवेदन पत्र, जरूरी दस्तावेजों के साथ, ब्लॉक ऑफिस के आरटीपीएस काउंटर पर जमा कर सकती हैं। आवेदन जमा करने के बाद उन्हें रसीद दी जाएगी जिसे भविष्य में किसी भी संचार या समस्या के समाधान के लिए सुरक्षित रखना आवश्यक है। आवेदन की स्थिति की जानकारी SMS या ईमेल के जरिए उपलब्ध कराई जाती है। स्वीकृति मिलने के बाद, रसीद और पहचान पत्र दिखाकर आवेदक आरटीपीएस काउंटर से अपने स्वीकृति आदेश प्राप्त कर सकती हैं।

विधवा महिला पेंशन योजना की शिकायत कैसे करें?

यदि कोई लाभार्थी अपनी पेंशन के स्टेटस की जांच करना चाहती है तो वह सोशल सेक्योरिटी पेंशन मैनेजमेंट इंफॉरमेशन सिस्टम (SSPMIS) के पोर्टल पर जाकर आसानी से अपना भुगतान स्टेटस चेक कर सकती हैं। इसके लिए फाइनेंशियल ईयर और बेनेफिशरी आईडी भरकर सर्च बटन पर क्लिक करना होता है। साथ ही, किसी भी तरह की शिकायत या समस्या के लिए विशेष पोर्टल https://www.sspmis.bihar.gov.in/ उपलब्ध है जहां लाभार्थी अपनी शिकायत स्वयं दर्ज कर सकती हैं। शिकायतें ब्लॉक विकास कार्यालय, अनुमंडल कार्यालय, जिला सामाजिक सुरक्षा प्रकोष्ठ और सामाजिक कल्याण विभाग के संबंधित कार्यालयों में भी दर्ज कराई जा सकती हैं।


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महज 1 रुपए में मिल रही जमीन, तारीख निकलने से पहले जान लें पूरी प्रक्रिया

बिहार सरकार ने निवेशकों और उद्योगपतियों के लिए बिहार औद्योगिक निवेश प्रोत्साहन पैकेज 2025 शुरू किया है। इस योजना के तहत प्रदेश में उद्योग लगाने वाले निवेशकों को महज 1 रुपये में जमीन, ब्याज सब्सिडी, 100% SGST प्रतिपूर्ति और प्रोजेक्ट लागत का 30% तक पूंजी सब्सिडी जैसी सुविधाएं मिल रही हैं।

बिजनेस कैसे करें
बिहार में उद्योग लगाने का सुनहरा अवसर
locationभारत
userअसमीना
calendar16 Dec 2025 04:28 PM
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बिहार सरकार ने निवेशकों और उद्योगपतियों के लिए एक शानदार अवसर प्रस्तुत किया है। चुनाव के बाद नीतीश सरकार ने राज्य में रोजगार और निवेश बढ़ाने के लिए कई नई योजनाओं की शुरुआत की है। इनमें सबसे आकर्षक योजना है बिहार औद्योगिक निवेश प्रोत्साहन पैकेज 2025 जिसके तहत प्रदेश में उद्योग लगाने वाले निवेशकों को महज 1 रुपये की टोकन राशि में जमीन दी जा रही है।

बिहार निवासियों के लिए खास योजना

यह योजना खासतौर पर बिहार के निवासियों के लिए बनाई गई है ताकि उन्हें रोजगार के लिए बाहर जाने की जरूरत न पड़े। बिहार सरकार इस योजना के माध्यम से निवेशकों को उद्योग स्थापित करने के लिए आकर्षक प्रोत्साहन और वित्तीय मदद दे रही है। इस योजना के तहत न केवल जमीन कम कीमत में मिल रही है बल्कि ब्याज सब्सिडी, 100 फीसदी तक SGST प्रतिपूर्ति, प्रोजेक्ट लागत का 300 फीसदी NET SGST प्रतिपूर्ति या 30 फीसदी तक पूंजी सब्सिडी जैसी कई सुविधाएं भी प्रदान की जा रही हैं।

कितने निवेश पर मिलेगी 1 रुपये में जमीन

अगर आप बिहार में उद्योग लगाने का सोच रहे हैं तो यह योजना आपके लिए सुनहरा अवसर है। योजना के अनुसार, निवेश और रोजगार सृजन के आधार पर जमीन उपलब्ध कराई जाएगी। उदाहरण के लिए, 100 करोड़ रुपये का निवेश और 1000 रोजगार सृजन करने पर 10 एकड़ जमीन मिलेगी। वहीं, 1000 करोड़ रुपये के निवेश पर 25 एकड़ जमीन और फॉर्च्यून 500 कंपनियों को 200 करोड़ रुपये के निवेश पर 10 एकड़ जमीन दी जाएगी। इसके अलावा बाकी सभी निवेशकों के लिए BIADA भूमि दर पर 50% तक की छूट का प्रावधान है।

1 रुपये में जमीन के अलावा मिलने वाली सुविधाएं

बिहार सरकार ने निवेशकों को और भी प्रोत्साहित करने के लिए अतिरिक्त लाभ दिए हैं। इनमें 40 करोड़ रुपये तक ब्याज सब्सिडी, 100% SGST प्रतिपूर्ति या फिर स्वीकृत प्रोजेक्ट लागत का 300% तक NET SGST प्रतिपूर्ति (14 साल तक) और प्रोजेक्ट लागत का 30% तक पूंजी सब्सिडी शामिल हैं। इन प्रोत्साहनों के माध्यम से निवेशकों को उद्योग लगाने में बड़ी वित्तीय मदद मिलती है और उनकी लागत काफी कम हो जाती है।

आवेदन कैसे करे?

इस योजना का लाभ लेने के लिए आवेदन प्रक्रिया बेहद सरल है। इसके लिए आपको BIADA की ऑफिशियल वेबसाइट https://biada1.bihar.gov.in/ पर जाना होगा। वेबसाइट पर Apply Online विकल्प पर क्लिक करके पहले आपको रजिस्ट्रेशन करना होगा। रजिस्ट्रेशन के लिए अपना नाम, पता और मेल आईडी देना होगा। मेल आईडी ही आपका यूजर आईडी बनेगा और पासवर्ड के जरिए आप लॉगिन कर सकते हैं।

उद्योग के लिए जमीन की जानकारी

जहां उद्योग लगाना है वहां जमीन की उपलब्धता, क्षेत्रफल और कीमत की जानकारी आपको पोर्टल पर Land Bank सेक्शन में मिलेगी। इसी तरह औद्योगिक शेड की उपलब्धता और विवरण Plug & Play Shed Details में दिए गए हैं। इससे निवेशक अपनी सुविधा और जरूरत के अनुसार सही जमीन का चुनाव कर सकते हैं।

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बुजुर्गों के लिए बिहार सरकार की जबरदस्त योजनाएं, किसे मिलेगा सबसे ज्यादा लाभ?

बिहार पेंशन योजनाएं में बड़े बदलाव हुए हैं जिनका सीधा लाभ बुजुर्गों, दिव्यांगजनों और विधवा महिलाओं को मिल रहा है। इस आर्टिकल में मुख्यमंत्री वृद्धजन पेंशन, दिव्यांग पेंशन, विधवा पेंशन, IGNOAPS, IGNDPS, SSPMIS स्टेटस, e-Labharthi अपडेट, आयुष्मान कार्ड और सभी नई पेंशन राशि की स्पष्ट जानकारी दी गई है।

बिहार सरकार की बुजुर्गों के लिए स्कीम
बुजुर्गों के लिए बिहार सरकार की योजनाएं
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userअसमीना
calendar06 Dec 2025 03:02 PM
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बिहार सरकार ने 2025 में पेंशन योजनाओं में कई बड़े बदलाव किए हैं जिससे लाखों बुजुर्ग, दिव्यांग और विधवा महिलाओं को सीधा लाभ मिल रहा है। इस आर्टिकल में आपको हर पेंशन योजना की पूरी जानकारी छोटे-छोटे पैराग्राफ में, आसान भाषा में मिलेगी ताकि किसी भी पाठक को एक भी बात समझने में मुश्किल न हो। बिहार सरकार ने 2025 में पेंशन योजनाओं में कई बड़े बदलाव किए हैं जिनका सीधा लाभ लाखों बुजुर्गों, दिव्यांगजनों और विधवा महिलाओं को मिल रहा है। बिहार सरकार लगातार कोशिश कर रही है कि राज्य के हर पात्र नागरिक को समय पर पेंशन मिले और किसी को भी आर्थिक तंगी का सामना न करना पड़े। इसी प्रयास में बिहार सरकार ने इस साल पेंशन राशि बढ़ाकर ₹1100 प्रति माह कर दी है जिससे आम लोगों को बड़ी राहत मिली है।

मुख्यमंत्री वृद्धजन पेंशन योजना (MVPY)

मुख्यमंत्री वृद्धजन पेंशन योजना (MVPY) बिहार की सबसे लोकप्रिय बुजुर्ग पेंशन योजना है। इसमें 60+ उम्र के सभी स्थायी निवासी जो किसी अन्य सरकारी पेंशन का लाभ नहीं ले रहे उन्हें ₹1100 प्रति माह पेंशन दी जाती है।

कैसे आवेदन करें?

SSPMIS वेबसाइट, e-Labharthi पोर्टल, CSC, पंचायत या ब्लॉक ऑफिस से आसानी से आवेदन किया जा सकता है।

इंदिरा गांधी राष्ट्रीय वृद्धावस्था पेंशन (IGNOAPS)

इंदिरा गांधी राष्ट्रीय वृद्धावस्था पेंशन केंद्र सरकार की योजना है जिसे बिहार सामाजिक कल्याण विभाग लागू करता है। इसमें 60+ उम्र के गरीब/BPL श्रेणी के बुजुर्गों को लगभग ₹1100 प्रति माह दिया जाता है। ध्यान रहे MVPY और IGNOAPS में से किसी एक का ही लाभ मिलता है।

बिहार राज्य दिव्यांग पेंशन योजना

इस योजना का लाभ 40% या उससे अधिक दिव्यांगता वाले बिहार निवासियों को मिलता है। उम्र की कोई पाबंदी नहीं है। 2025 अपडेट के बाद पेंशन राशि बढ़ाकर ₹1100 प्रति माह कर दी गई है। आवेदन करने के लिए दिव्यांगता प्रमाणपत्र, आधार और बैंक खाता जरूरी है।

इंदिरा गांधी राष्ट्रीय दिव्यांग पेंशन (IGNDPS)

यह योजना विशेष रूप से 80%+ दिव्यांगता वाले BPL परिवारों के लिए है। राशि राज्य सरकार के योगदान के बाद लगभग ₹1100 प्रति माह हो गई है। आवेदन e-Labharthi, SSPMIS पोर्टल या ब्लॉक कार्यालय से किया जा सकता है।

लक्ष्मीबाई सामाजिक सुरक्षा पेंशन (विधवा पेंशन)

18+ उम्र की ऐसी महिलाएं जो विधवा हैं और जिनकी सालाना आय ₹60,000 से कम है उन्हें इस योजना में पेंशन मिलती है। पहले राशि ₹400 थी लेकिन अब कई जिलों में इसे भी बढ़ाकर ₹1100 प्रति माह किया जा रहा है। आवेदन CSC या ब्लॉक सामाजिक सुरक्षा कार्यालय के माध्यम से होता है।

इंदिरा गांधी राष्ट्रीय विधवा पेंशन (IGNWPS)

यह BPL श्रेणी की 40–59 वर्ष की विधवा महिलाओं के लिए है। 2025 में राज्य सरकार द्वारा राशि बढ़ाए जाने के बाद इसे भी लगभग ₹1100 प्रति माह दिया जा रहा है। आवेदन प्रक्रिया ऑनलाइन (SSPMIS) और ऑफलाइन दोनों उपलब्ध है।

आयुष्मान भारत PM-JAY + वय वंदना कार्ड

गरीब परिवारों को आयुष्मान भारत योजना के तहत ₹5 लाख तक का कैशलेस इलाज मिलता है। 70+ उम्र के बुज़ुर्गों के लिए बिहार सरकार वय वंदना कार्ड जारी कर रही है जिससे इलाज करवाना और भी आसान हो जाता है। कार्ड CSC, कैंप या जिला स्वास्थ्य सोसाइटी से बनवाया जाता है।

रिटायर्ड सरकारी कर्मचारियों के लिए मेडिकल रिइम्बर्समेंट

यह पेंशन नहीं, बल्कि सरकारी रिटायरीज के लिए बड़ी राहत है। बिहार सरकार ने 2025 में मेडिकल बिल पास करने की प्रक्रिया आसान कर दी है। अब ₹1 लाख तक के बिल निचले स्तर के अधिकारी भी स्वीकृत कर सकते हैं। साथ ही अस्पतालों में इलाज पर पहले से मेडिकल भत्ता और रिइम्बर्समेंट की सुविधा जारी है।

रिटायरमेंट के बाद समूह बीमा की राशि

सेवा के दौरान कर्मचारियों द्वारा दिए गए समूह बीमा/बचत के योगदान को रिटायरमेंट पर ब्याज सहित वापस किया जाता है। यह रिटायरमेंट के बाद मिलने वाला महत्वपूर्ण आर्थिक सहयोग है। क्लेम फॉर्म संबंधित विभाग या ट्रेजरी में जमा किया जाता है।

मुख्यमंत्री दिव्यांगजन सशक्तिकरण योजना (संबल)

यह 18–60 वर्ष के 40%+ दिव्यांग लोगों के लिए है। इस योजना में सरकार ₹2 लाख तक का लोन, ट्रेनिंग, स्कॉलरशिप और अन्य सहायता देती है ताकि दिव्यांगजन आत्मनिर्भर बन सकें। आवेदन जिला दिव्यांगजन सशक्तिकरण कार्यालय या ऑनलाइन पोर्टल से किया जाता है।