Thursday, 2 May 2024

Agriculture News : किसान भाई ध्‍यान दें, कृषि वैज्ञानिकों ने फसलों के लिए जारी की अहम एडवाइजरी

नई दिल्‍ली/नोएडा : (Agriculture News in Hindi) ये खबर किसान भाईयों के लिए जरूरी है. दरअसल, भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान (Indian…

Agriculture News : किसान भाई ध्‍यान दें, कृषि वैज्ञानिकों ने फसलों के लिए जारी की अहम एडवाइजरी

नई दिल्‍ली/नोएडा : (Agriculture News in Hindi) ये खबर किसान भाईयों के लिए जरूरी है. दरअसल, भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान (Indian Agricultural Research Institute, Pusa) पूसा के कृषि वैज्ञानिकों (Agricultural scientists) ने किसानों के लिए अहम एडवाइजरी जारी की है, जिसमें किसानों के लिए कुछ सलाह दी गई हैं. इसमें हवा में नमी ज्यादा होने से आलू (Potato) और टमाटर (Tomato) में बीमारी के खतरे, गेहूं (Wheat) की बुवाई और देर से बोई जाने वाली सरसों की फसल (Mustard Crop) को लेकर कृषि वैज्ञानिकों ने सलाहें दी हैं.

कृषि वैज्ञानिकों ने सलाह में कहा है कि हवा में नमी ज्यादा होने से आलू और टमाटर में बीमारी का खतरा बना रहा है, ऐसे में किसानों को अपनी फसल पर लगातार नजर रखनी होगी. बीमारी के लक्षण दिखने पर उस पर कार्बेन्डाजिम (1.0 ग्राम/लीटर पानी) या डाइथेन-एम-45 (2.0 ग्राम/लीटर पानी) का स्प्रे करना चाहिए. वहीं, तापमान को ध्यान में रखते हुए किसानों को जल्द से जल्द गेहूं की बुवाई करने की सलाह दी जाती है. उन्‍होंने बिजाई से पहले बीज को थीरम से 2.0 ग्राम प्रति किलोग्राम बीज की दर से उपचारित करने को कहा है और कहा है कि किसानों को क्लोरपाइरीफोस (20 ईसी) @ 5.0 लीटर प्रति हेक्टेयर पलेवा या सूखे खेतों में छिड़कना चाहिए, जहां दीमक का प्रकोप ज्‍यादा होता है. नाइट्रोजन, फास्फोरस और पोटेशियम की उर्वरक मात्रा क्रमशः 80, 40 और 40 किलो प्रति हेक्टेयर होनी चाहिए.

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कृषि वैज्ञानिकों का कहना है कि देर से बोई जाने वाली सरसों की फसल में किसानों (Farmers) को रेयरफैक्शन और खरपतवार नियंत्रण पर काम करना चाहिए. सरसों की फसल में औसत तापमान में गिरावट के साथ सफेद रतुआ का रोग लग जाता है, ऐसे में उसकी लगातार निगरानी करना जरूरी है. इस मौसम में तैयार खेतों में प्याज लगाने से पहले अच्छी तरह से तैयार गोबर की खाद और पोटाश उर्वरक का प्रयोग किया जाना चाहिए.

सलाह में कहा गया है कि आलू की फसल में उचित मात्रा में उर्वरक डाला जाना चाहिए और उसे भिगोने की प्रक्रिया को पूरा करें. जिन किसानों के पास टमाटर, फूलगोभी, पत्ता गोभी और ब्रोकली के पौधों की तैयार नर्सरी है, वे मौसम को ध्यान में रखते हुए पौधों की रोपाई कर सकते हैं. फूलगोभी की सब्जी में पत्ते खाने वाले कीड़ों पर हमेशा नजर रखनी चाहिए.

कृषि विशेषज्ञो की राय में किसानों को चाहिए कि वह पूरे मौसम में सब्जियों की निराई-गुड़ाई कर खरपतवारों को हटाते रहें. वह सब्जी की फसल में खाद डालने से पहले सिंचाई जरूर करें. आम के तने पर माइलबग को रोकने के लिए, उत्पादकों को जमीन से 5 मीटर की ऊंचाई पर आम के तने के चारों ओर 25 से 30 सेंटीमीटर की परिधि बनानी चाहिए.

(Agriculture News in Hindi)

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