Monday, 20 May 2024

बड़ी खबर : अयोध्या से रामभक्तों के लिए आई खुश खबरी, इसी साल से कर सकेंगे दर्शन

Big News / अयोध्या । भगवान राम की जन्मभूमि अयोध्या से बड़ी खबर आ रही है। खबर यह है कि…

बड़ी खबर : अयोध्या से रामभक्तों के लिए आई खुश खबरी, इसी साल से कर सकेंगे दर्शन

Big News / अयोध्या । भगवान राम की जन्मभूमि अयोध्या से बड़ी खबर आ रही है। खबर यह है कि अयोध्या में बन रहे भगवान राम के मंदिर के निर्माण का पहला चरण 30 दिसंबर 2023 तक पूरा हो जाएगा। पहले चरण का काम पूरा होते ही तमाम रामभक्त मंदिर में पूजा-अर्चना भी कर सकेंगे। इसका अर्थ यह हुआ कि मात्र 8 महीने बाद अयोध्या में राम मंदिर में पूजा-अर्चना शुरू हो जाएगी।

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नृपेन्द्र मिश्रा ने की है घोषणा

राम मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेन्द्र मिश्रा ने बताया कि अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण का पहला चरण 30 दिसंबर 2023 को पूरा हो जाएगा। उन्होंने यह भी बताया कि पहला चरण पूरा होते ही तमाम राम भक्त अयोध्या आकर मंदिर में विधिवत पूजा-अर्चना कर सकते हैं। श्री मिश्रा ने यह भी बताया कि 30 दिसंबर 2024 तक मंदिर के निर्माण का कार्य पूरा हो जाएगा।

जानिए कौन हैं नृपेन्द्र मिश्रा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रधान सचिव रहे यूपी काडर के आईएएस अधिकारी नृपेंद्र मिश्रा वर्तमान में श्रीराम मंदिर निर्माण कमेटी के चेयरमैन हैं। देवरिया में पैदा हुए नृपेंद्र मिश्रा भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के चेयरमैन तथा भारत के दूरसंचार व उर्वरक विभाग के सचिव भी रहे हैं। उन्होंने हार्वर्ड विश्वविद्यालय से लोक प्रशासन में एमपीए की डिग्री हासिल की।

सब जानते हैं कि जब 2014 में बहुमत से केन्द्र में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनी थी तो प्रधानमंत्री पद की शपथ लेने से पहले ही नरेंद्र मोदी अपनी टीम के लिए योग्य अफसरों की तलाश में जुट गए थे। प्रमुख सचिव पद के लिए उन्हें ऐसा काबिल अफसर चाहिए था, जिसे न केवल केंद्र में काम करने का लंबा अनुभव हो, बल्कि दामन पर भी कोई दाग न हो। साथ ही उस अफसर को देश का सबसे बड़े प्रदेश उत्तर प्रदेश की पूरी समझ हो।

पीएम मोदी की यह खोज 1967 बैच के रिटायर्ड आईएएस अधिकारी नृपेंद्र मिश्रा पर जाकर खत्म हुई। श्री मिश्रा उत्तर-प्रदेश जैसे बड़े राज्य में दो-दो मुख्यमंत्रियों के साथ काम कर चुके थे। उन्हें गुजरात कनेक्शन के बिना ही इतनी बड़ी जिम्मेदारी मिली थी। उन्होंने अपने काम से ही पीएम मोदी का इतना भरोसा जीता कि दोबारा 2019 में वे पुन: पीएम के प्रमुख सचिव नियुक्त किए गए।

श्री मिश्रा पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह के निजी सचिव और पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी नेता मुलायम सिंह के साथ उप्र के मुख्य सचिव रह चुके हैं। वह बाबरी विध्वंस के वक्त कार सेवकों पर बर्रबरतापूर्ण कार्रवाई के खिलाफ थे और तत्कालीन मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव को भी कार सेवकों से नरमी से निपटने की सलाह दी थी। माना जाता है कि उन्हें उत्तर प्रदेश की आबोहवा का अच्छे से एहसास है, इसलिए उन्हें श्रीराम मंदिर निर्माण कमेटी का चेयरमैन नियुक्त किया गया है। Big News

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