Monday, 17 February 2025

बड़ी खबर : कार सेवकों की आत्मा की शांति के लिए जटायु पूजा करेंगे PM मोदी

PM Modi Jatayu Pooja : आगामी 22 जनवरी-2024 को उत्तर प्रदेश की धर्म नगरी अयोध्या में भगवान श्रीराम की प्राण-प्रतिष्ठा…

बड़ी खबर : कार सेवकों की आत्मा की शांति के लिए जटायु पूजा करेंगे PM मोदी

PM Modi Jatayu Pooja : आगामी 22 जनवरी-2024 को उत्तर प्रदेश की धर्म नगरी अयोध्या में भगवान श्रीराम की प्राण-प्रतिष्ठा होगी। प्राण प्रतिष्ठा के इस आयोजन के दौरान अयोध्या में बहुत कुछ होगा। ऐसे में राम मंदिर आंदोलन के दौरान शहीद हुए कार सेवकों की याद के बिना अयोध्या में श्रीराम मंदिर की प्राण-प्रतिष्ठा अधूरी रहेगी। इस दौरान खबर आ रही है कि अयोध्या में भगवान श्रीराम की प्राण-प्रतिष्ठा से पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी शहीद कार सेवकों को श्रद्धांजलि देंगे। कार सेवकों को श्रद्धांजलि देने के लिए प्रधानमंत्री एक खास पूजा करेंगे। इस पूजा को “जटायु पूजा” नाम दिया गया है। जटायु पूजा के बाद ही प्राण-प्रतिष्ठा का कार्यक्रम होगा।

PM Modi Jatayu Pooja

क्या है जटायु पूजा

आपको बता दें कि भगवान राम के जीवन में जटायु का बड़ा महत्व है। राम के जीवन में आए अनेक आदर्श पात्रों में से एक थे गिद्धराज जटायु। जटायु अयोध्या के राजा व भगवान राम के पिता दशरथ के मित्र थे। गिद्धराज जटायु ने लंका के राजा रावण को सीता का हरण करके ले जाते हुए देख लिया था। रावण को रोकने के लिए जटायु ने नि:स्वार्थ भाव से रावण के साथ घनघोर युद्ध किया था। इस युद्ध में रावण ने जटायु के पंख काट दिए थे। बाद में भगवान राम से मुलाकात के बाद जटायु ने अपने प्राण त्याग दिए थे। भगवान राम ने जटायु को मोक्ष प्रदान (परमधाम) किया था। जटायु की चर्चा तुलसीदास कृत रामचरित मानस से लेकर बाल्मीकि रामायण तक सभी जगह मिलती है।

कार सेवकों को जटायु की उपाधि

जिस प्रकार गिद्धराज जटायु ने नि:स्वार्थ भाव से भगवान राम व सीता माता की मदद की थी। उसी नि:स्वार्थ भाव से कार सेवकों ने अयोध्या में भगवान राम के मंदिर के निर्माण में योगदान दिया है। इस नि:स्वार्थ भाव के कारण राम मंदिर आंदोलन में शहीद हुए 50 कार सेवकों के परिवारों को अयोध्या में भगवान राम के मंदिर के प्राण-प्रतिष्ठा समारोह में बुलाया गया है। इनके अलावा जिन ज्ञात तथा अज्ञात कार सेवकों ने भगवान राम के मंदिर के आंदोलन के लिए अपने प्राण न्यौछावर किए थे। उनकी याद में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अयोध्या में जटायु पूजा करेंगे।

राम मंदिर ट्रस्ट के सचिव चम्पत राय ने बताया कि 22 जनवरी को अयोध्या पहुंचकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भगवान श्रीराम की प्राण-प्रतिष्ठा के समारोह में मुख्य यजमान होंगे। श्री राय के अनुसार प्राण-प्रतिष्ठा के कार्यक्रम में भाग लेने से पहले PM मोदी कार सेवकों की याद जटायु पूजा करके राम मंदिर आंदोलन में शहीद हुए सभी ज्ञात तथा अज्ञात कार सेवकों को श्रद्धांजलि देेंगे तथा उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करेंगे। अयोध्या में PM मोदी द्वारा जटायु पूजा का यह कार्यक्रम बेहद खास होगा।

कौन होते हें कार सेवक

कार सेवा शब्द भारतीय सभ्यता का एक महत्वपूर्ण शब्द है। यह शब्द संस्कृत भाषा से लिया गया है। यहां कार का अर्थ कर यानि हाथ होता है। इस प्रकार कार सेवा का अर्थ किसी धार्मिक कार्य में नि:स्वार्थ भाव से सेवा कार्य करने वाले को कार सेवक कहा जाता है। अयोध्या के राम मंदिर आंदोलन के दौरान कार सेवा शब्द अधिक चर्चा में आया था। 6 दिसंबर 1992 को अयोध्या में बाबरी मस्जिद का ढांचा तोड़ा गया था। ढांचा तोडऩे वाले सभी रामभक्तों को कार सेवक कहकर पुकारा गया था। उसी दिन से कार सेवा शब्द पूरी दुनिया में चर्चा का विषय बना था।

इससे पूर्व अमृतसर में बने सिख धर्म के प्रसिद्ध मंदिर में निर्माण कार्य में सहयोग करने वालों को भी कार सेवक तथा निर्माण कार्य को कार सेवा कहा गया था। कार सेवक नि:स्वार्थ भाव से कार सेवा करते हैं। यानि जो लोग किसी धार्मिक कार्य में नि:स्वार्थ भाव से योगदान करते हैं उन्हें कार सेवक कहा जाता है। अंग्रेजी भाषा में कार सेवा के नाम से कोई शब्द नहीं मिलता है। कार सेवक को अंग्रेजी भाष में “वोलिंयटर” (Volunteers) कहा जाता है।

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