UP News : उत्तर प्रदेश के प्रमुख शहरों में मेट्रो नेटवर्क के विस्तार की दिशा में अब तालानगरी अलीगढ़ भी कदम बढ़ा रहा है। कोल से विधायक अनिल पाराशर द्वारा विधानसभा में उठाए गए प्रस्ताव के बाद, अब अलीगढ़ में मेट्रो चलाने को लेकर प्रशासनिक हलचल तेज हो गई है। लखनऊ से विशेषज्ञों की एक टीम जल्द ही शहर का दौरा कर फिजिबिलिटी सर्वे और डीपीआर (डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट) तैयार करने की प्रक्रिया शुरू करेगी।
प्रस्तावित रूट में कई प्रमुख स्थान शामिल
प्रारंभिक योजना के तहत, कल्याण सिंह एयरपोर्ट से खेरेश्वर धाम तक लाइट मेट्रो चलाई जाएगी। इस मार्ग में बौनेर तिराहा, एटा चुंगी, दुबे पड़ाव, गांधी पार्क बस अड्डा, सूत मिल चौराहा और नादा पुल जैसे व्यस्त स्थान शामिल होंगे। इसके साथ ही एएमयू जैसे शैक्षणिक संस्थानों और औद्योगिक क्षेत्रों को भी मेट्रो नेटवर्क से जोड़ने की संभावनाओं पर विचार किया जाएगा।
10 दिनों तक रहेगा एक्सपर्ट पैनल, सर्वे के बाद तय होगी दिशा
जानकारी के मुताबिक, विशेषज्ञों की यह टीम 10 दिन तक अलीगढ़ में रहकर मेट्रो परियोजना की संभावनाओं, तकनीकी और आर्थिक पहलुओं का मूल्यांकन करेगी। इसके आधार पर स्टेशन की लोकेशन, ट्रैक का डिजाइन, यात्री घनत्व, लागत और जमीन की उपलब्धता जैसे मुद्दों को शामिल करते हुए विस्तृत परियोजना रिपोर्ट तैयार की जाएगी।
जाम से मिलेगी राहत, शहर को मिलेगा हाईस्पीड कनेक्टिविटी
तेजी से बढ़ते शहरीकरण और यातायात के दबाव को देखते हुए, अलीगढ़ में मेट्रो ट्रैफिक जाम से निजात दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है। मेट्रो चालू होने से दफ्तर जाने वाले कर्मचारी, छात्र और व्यापारी वर्ग को खासा लाभ मिलेगा। साथ ही स्टेशनों के आसपास की जमीनों की कीमतों में इजाफा और निवेश संभावनाएं भी बढ़ेंगी। नोएडा, लखनऊ, कानपुर और आगरा के बाद अलीगढ़ का नाम मेट्रो मानचित्र पर आना न केवल परिवहन व्यवस्था को मजबूत करेगा, बल्कि यह संकेत भी देता है कि सरकार दूसरे और तीसरे दर्जे के शहरों में भी आधुनिक परिवहन ढांचा विकसित करने के लिए प्रतिबद्ध है। UP News