UP News : उत्तर प्रदेश के वाहन मालिकों के लिए एक बड़ी खबर सामने आयी है। उत्तर प्रदेश के परिवहन आयुक्त बी एन सिंह की पहल पर उत्तर प्रदेश प्रदेश के वाहन मालिकों को चार माह में स्मार्ट पंजीकरण प्रमाण पत्र (आरसी) मिलने लगेगा। पूरे उत्तर प्रदेश में इस प्रक्रिया पर काम शुरू हो गया है। उत्तर प्रदेश के परिवहन आयुक्त बी एन सिंह के अनुसार स्मार्ट आरसी हर हाल में लोगों को मिलनी शुरू हो जाएगी। जिन लोगों के पास में कागज की आरसी है, उसे प्रक्रिया के तहत स्मार्ट आरसी में बदला जाएगा ।
उत्तर प्रदेश वालों को लंबे समय से था स्मार्ट आर सी का इंतजार
उत्तर प्रदेश के वाहन मालिकों को लंबे समय से स्मार्ट आरसी का इंतजार है। अभी तक वाहन मालिकों को कागज की आरसी मिलती हैं। इस आरसी को संभाल कर रखना मुश्किल होता है। कई लोगों का कहना है कि उनकी आरसी खराब हो गई थी। ऐसे में डुप्लीकेट आरसी बनवानी पड़ी। प्रदेश के परिवहन आयुक्त बीएन सिंह ने कहा कि आरसी को स्मार्ट बनाने की दिशा में काम चल रहा है। तीन से चार माह में इसे मूर्त रूप दे दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि इससे लोगों को कागज की आरसी संभालने की समस्या से निजात मिल जाएगी। उन्होंने कहा कि यह सुविधा लोगों के लिए मील का पत्थर साबित होगी। उत्तर प्रदेश के परिवहन विभाग से मिली जानकारी के अनुसार प्रदेश में वाहनों की संख्या ढाई करोड़ से अधिक है। इसमे गौतमबुद्ध नगर में करीब 12 लाख है। ऐसे में इन सभी वाहन मालिकों को स्मार्ट आरसी का लाभ मिलेगा। प्रदेश का प्रत्येक परिवहन विभाग वाहनों की आरसी को स्मार्ट बनाने में जुटेगा। इसके लिए कोई शुल्क लगेगा या नहीं, इसकी जानकारी सामने नहीं आई है। UP News
उत्तर प्रदेश के वाहन मालिकों को मिलेंगे स्मार्ट कार्ड आरसी के अनेक फायदे
आपको बता दें कि स्मार्ट आरसी के कई फायदे हैं। यह सभी फायदे अब उत्तर प्रदेश वालों को भी मिलेंगे। इसमें सबसे बड़ा फायदा वाहन मालिकों को कागज की आरसी से छुटकारा मिलेगा। डिजिटलीकरण से भ्रष्टाचार और धोखाधड़ी पर रोक लगेगी। वहीं, वाहन स्वामियों को अपने दस्तावेज संभालने में सहूलियत मिलेगी। सरकारी कामकाज में पारदर्शिता आएगी। कागज की आरसी का फटने-गलने का झंझट खत्म होगा। स्मार्ट कार्ड आरसी को आसानी से इस्तेमाल किया जा सकेगा। परिवहन विभाग और यातायात पुलिस को जांच में भी आसानी होगी। स्मार्ट कार्ड आरसी कागज की आरसी के काफी अलग है। स्मार्ट कार्ड आरसी में एक माइक्रो चिप लगी होती है। इस चिप में वाहन से जुड़ी सभी जानकारी डिजिटल रूप में संग्रहित होती है। स्मार्ट कार्ड आरसी में दो तरह के डेटा संग्रहित होता है। इसमें पहला, भौतिक रूप से दिखने वाला भाग होता जबकि दूसरा कार्ड रीडर मशीन से पढ़ा जाने वाला हिस्सा होता है।
स्मार्ट आरसी से परिवहन विभाग और पुलिस की जांच प्रक्रिया को डिजिटल रूप से मजबूत किया जाएगा। कार्ड रीडर के जरिए मौके पर ही आरसी की सत्यता जांची जा सकेगी। कोई भी फजीर्वाड़ा संभव नहीं होगा। डिजिटलीकृत प्रक्रिया से वाहन स्वामियों को लंबी सरकारी प्रक्रियाओं से राहत मिलेगी। UP News
उत्तर प्रदेश में तेजी के साथ बढ़ रही है अरबपति अमीरों की संख्या
ग्रेटर नोएडा – नोएडा की खबरों से अपडेट रहने के लिए चेतना मंच से जुड़े रहें।
देश–दुनिया की लेटेस्ट खबरों से अपडेट रहने के लिए हमें फेसबुक पर लाइक करें या ट्विटर पर फॉलो करें।